पटना, 22 सितंबर (आईएएनएस)। बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सीमावर्ती इलाकों में चौकसी बढ़ा दी गई है। शराब समेत अन्य सभी मादक पदार्थों और हथियारों की तस्करी पर नकेल कसने के लिए 23 प्रमुख स्थानों को चिन्हित कर 393 चेक पोस्ट बनाए जाने की योजना है।
इसके अलावा सीमावर्ती राज्यों के जिलों में भी 176 संवेदनशील स्थानों को चिन्हित कर यहां मिरर चेकपोस्ट बनाए जा रहे हैं। इसमें यूपी में 96, पश्चिम बंगाल में 34 और झारखंड में 46 मिरर चेकपोस्ट बनाए जाएंगे।
अपर पुलिस महानिदेशक (मद्य निषेध इकाई) अमित कुमार जैन ने सोमवार को बताया कि 2025 में जनवरी से अगस्त तक 6,20,322 लीटर अवैध शराब जब्त की गई है, जिसकी कीमत 72.64 करोड़ रुपये है। इसमें 12,515 लीटर देसी और 5,74,526 लीटर विदेशी शराब के अतिरिक्त 77 हजार लीटर स्प्रिट शामिल है। पिछले वर्ष अवैध शराब के खिलाफ की गई कार्रवाई से यह 16 फीसदी अधिक है। शराबबंदी कानून के 2016 में लागू होने के बाद से अब तक 2 करोड़ 75 लाख 75 हजार 369 लीटर शराब बरामद की गई है। इसमें 97 फीसदी शराब नष्ट की जा चुकी है।
एडीजी ने कहा कि नेपाल से हो रही शराब की तस्करी पर रोकथाम के लिए बिहार-नेपाल के सीमावर्ती जिलों के बीच इस वर्ष जुलाई तक 188 बैठकें की गई हैं। इसके अलावा पड़ोसी राज्यों और केंद्रीय एजेंसियों के साथ भी कई बैठकें हो चुकी हैं। उन्होंने आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि अगस्त तक अवैध शराब के खिलाफ की गई कार्रवाई में 84,789 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
मद्य निषेध इकाई के स्तर से राज्य के बाहर से शराब की तस्करी कराने वाले 305 आरोपियों को चिन्हित किया गया है, जिनकी सूची संबंधित राज्यों की पुलिस को जुलाई में ही साक्षा कर दी गई है। इसमें कई अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई भी शुरू हो गई है। इनमें पांच आरोपियों की गिरफ्तारी मद्य निषेध इकाई की टीम ने दूसरे राज्य जाकर कर ली है।
–आईएएनएस
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