पटना, 20 मार्च (आईएएनएस)। बिहार विधान परिषद में प्रदेश की कानून व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति का आरोप लगाते हुए विपक्ष ने जमकर हंगामा किया। इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी सदन में ही मौजूद थे। विपक्ष इस दौरान वेल भी पहुंच गया और सरकार के विरोध में नारेबाजी की।
सदन के बाहर निकलने पर पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने कहा, “सदन के अंदर विपक्ष को सत्ता पक्ष के लोग बोलने नहीं देते हैं और सरकार भी नहीं मान रही है कि सदन के अंदर विपक्ष है। बिहार में इतनी घटनाएं घट रही हैं, हत्या हो रही है, अपहरण हो रहा है, लूट हो रही है, रेप की घटनाएं घट रही हैं, दलित बच्चियों के साथ रेप हो रहा है। सदन के अंदर जब हम लोग सवाल उठाते हैं तो सत्ता पक्ष द्वारा सवाल को उठाने नहीं दिया जाता है।”
उन्होंने कहा कि यह बिहार की जनता का सवाल है, जब जनता के सवाल नहीं उठाएंगे तो सदन में क्या उठाएंगे? जो घटनाएं हो रही हैं, उस पर चर्चा करें। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर कहा कि मुख्यमंत्री कहने लगते हैं कि आप और आपके पति ने क्या किया है? सब हमने किया है।
उन्होंने मुख्यमंत्री से सवाल करते हुए कहा कि 20 साल के शासनकाल में आपने अभी तक कितना जिला, कितना प्रखंड बनाया है, कितनी फैक्ट्रियां लगाई हैं? जब लालू प्रसाद यादव रेल मंत्री बने थे तब तीन-चार फैक्ट्रियों यहां लगी। आज इसी कारखाने से रेल का चक्का देश और दुनिया में बनकर जाता है। इस दौरान उन्होंने मंत्री अशोक चौधरी को फालतू का आदमी बताया।
राबड़ी देवी ने दावा करते हुए कहा कि हमलोग विपक्ष में रहकर सरकार का सहयोग कर रहे हैं। सरकार प्रश्नों का जवाब देने से भाग रही है। श्रम संसाधन मंत्री संतोष सिंह के आरोपों पर पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने कहा कि 2007 में हमारी सरकार नहीं थी बल्कि बिहार में एनडीए की सरकार थी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार थे, 2005 में हमारी सरकार खत्म हो गई थी। मंत्री को बताना चाहिए कि राजद के कौन बड़े नेता थे जिन्होंने फिरौती के रूप में पैसा मांगा था। उन्होंने कहा कि अपहरण का काम यही लोग करते हैं।
इधर, मंत्री संतोष सिंह ने कहा कि राजद को अपराध पर बोलने का अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि मेरे बेटे का अपहरण किया गया था, तब राजद का एक बड़ा नेता फिरौती मांगने के लिए उनके घर पहुंचा था। मंत्री संतोष सिंह ने कहा कि अपराध पर बोलने का राजद को कोई नैतिक अधिकार नहीं है। राजद को सिर्फ राजनीति दिखती है। इनमें न कोई संवेदनशीलता है, न विजन है। उन्होंने कहा कि नाम भी बताएंगे। यहां क्राइम करने वाला बच नहीं सकता है।
उन्होंने नित्यानंद राय के रिश्तेदार के बीच हुए गोलीबारी की घटना पर कहा कि यह परिवार के बीच आपसी विवाद का मामला है। कोई बाहर से अपराधी नहीं आया था। इस पर कार्रवाई हो रही है। उन्होंने राबड़ी देवी के भाई सुभाष यादव के बयान का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने तो बता ही दिया है कि उस दौर में मुख्यमंत्री आवास से क्या होता था। इसके बाद अब क्या बचता है।
–आईएएनएस
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