जमुई, 7 दिसंबर (आईएएनएस)। बिहार के जमुई जिले में सरकारी विद्यालय की शिक्षिका शोभा सिंह बच्चों को अनोखे अंदाज में पढ़ाती हैं। गणित से भागने वाले बच्चों को वह कागज की मदद से खेल की तरह पढ़ाती हैं। जिससे बच्चों के अंदर इस विषय को पढ़ने की ललक बढ़ी है। शनिवार को उन्होंने आईएएनएस से खास बात की।
बिहार के जमुई जिले के बरहट प्रखंड के मलयपुर इलाके के सरकारी स्कूल कृत्यानंद हाई स्कूल की शिक्षिका शोभा सिंह अनोखे अंदाज में गणित पढ़ाने के कारण चर्चित हैं। कागज के टुकड़े या घरेलू चीजों का प्रयोग कर इनोवेटिव तरीके से गणित पढ़ाने के कारण यह शिक्षिका बच्चों के साथ-साथ पूरे गांव में चर्चा का विषय बनी हुई हैं। इनके द्वारा छात्रों को खेल-खेल और प्रयोग करके गणित का ट्रायंगल, डायमीटर, क्षेत्रफल, दूरी, ऊंचाई और सर्कल जैसी मैथमेटिकल टर्म आसानी से समझाई जाती है। इसके कारण गणित जैसे विषय से दूर भागने वाले छात्रों की रूचि इस विषय में बढ़ी है।
शोभा सिंह घरेलू उपकरण के इस्तेमाल से विज्ञान की पढ़ाई को काफी रोचक बना देती हैं। उनको इस काम के लिए पुरस्कार भी मिले है। शोभा सिंह की इस रचनात्मकता और नवाचार को देखते हुए, उन्हें ‘इनोवेशन रिकॉग्निशन अवार्ड’ से सम्मानित किया गया था।
आईएएनएस से बात करते हुए शोभा सिंह ने बताया, गणित में बहुत सारी ऐसी ट्रिक होती हैं, जो बच्चों को समझ में नहीं आती हैं। उन्हीं को हम बहुत ही आसान तरीके से समझाते हैं। गणित की छोटी-छोटी जो चीजें होती हैं, जैसे क्षेत्रफल, परिमाप, ऊंचाई और दूरी, इन सभी चीजों को बच्चों को ट्रिक के माध्यम से समझाया जाता है। प्रोटेक्टोमीटर और हिप्सोमीटर की सहायता से उनको किसी भी चीज की ऊंचाई निकालना सिखाया जाता है। इसके बाद उत्सुक बच्चों ने विद्यालय परिसर में मौजूद पेड़ों की ऊंचाई निकालकर हमें बताई।
उन्होंने आगे बताया कि गणित के अलावा विज्ञान की कई सारी ऐसी चीजें हैं, जो बच्चों को सिखाई जाती हैं। हमारे पास लैब की सुविधा नहीं है, इसके बावजूद कई सारे प्रयोग करवाते हैं, जिससे बच्चों को आसानी से चीजें समझ में आ जाती हैं।
उन्होंने बताया बिहार सरकार द्वारा इनोवेशन के लिए प्रदेश के कुल 11 शिक्षकों को सम्मानित किया गया था, जिसमे से मैं भी एक थी। यह पुरस्कार नवाचार के लिए था।
–आईएएनएस
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