सिवान, 8 अक्टूबर (आईएएनएस)। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले सिवान में बड़ा पुलिस एक्शन देखने को मिला है। सिसवन थाना क्षेत्र के ग्यासपुर गांव में बुधवार की सुबह एसटीएफ और जिला पुलिस की संयुक्त टीम ने लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता अयूब खान के घर पर छापेमारी की। इस दौरान पुलिस ने एके-47, कार्बाइन, दोनाली बंदूक और बड़ी मात्रा में जिंदा कारतूस बरामद किए।
जानकारी के मुताबिक पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि अयूब खान और उसके भाई रईस खान के गिरोह के सदस्य किसी बड़ी आपराधिक वारदात की साजिश रच रहे हैं। उसी सूचना के आधार पर देर रात एसपी मनोज कुमार तिवारी के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई और तड़के सुबह ग्यासपुर गांव में एक साथ कई ठिकानों पर छापेमारी शुरू की गई।
एसपी मनोज कुमार तिवारी ने जानकारी देते हुए बताया कि कार्रवाई के दौरान तीन लोगों, अब्दुल कलाम आजाद, बाबू अली और समीना खातून को गिरफ्तार किया गया। छापेमारी का नेतृत्व अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (सदर-1) अजय कुमार सिंह ने किया। एसटीएफ, जिला आसूचना इकाई, और सिसवन थाने की टीम ने इस अभियान को सफल बनाया।
छापेमारी के दौरान अयूब खान और उसके कुछ सहयोगी मौके से फरार हो गए। पुलिस ने आसपास के खेतों और बागीचों में तलाशी अभियान चलाया, लेकिन फिलहाल अयूब खान की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। एसपी ने बताया कि फरार आरोपियों की तलाश में कई टीमें गठित की गई हैं और जल्द गिरफ्तारी की उम्मीद है।
अयूब खान हाल ही में लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) में शामिल हुआ था, जबकि उसका भाई रईस खान रघुनाथपुर सीट से टिकट की दावेदारी कर रहा था।
सूत्रों के मुताबिक, राजनीतिक रसूख के सहारे इन दोनों भाइयों ने अपने पुराने आपराधिक नेटवर्क को फिर से सक्रिय कर लिया था। पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि इतनी बड़ी संख्या में हथियार कहां से आए और क्या इसका लिंक किसी बाहरी हथियार तस्करी गिरोह से है।
पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार तिवारी ने कहा, “यह कार्रवाई सिवान पुलिस और एसटीएफ की एक बड़ी सफलता है। हमने भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया है। इस नेटवर्क में शामिल हर व्यक्ति को चिन्हित कर कार्रवाई की जाएगी। किसी राजनीतिक दबाव में आकर कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी।”
उन्होंने आगे बताया कि रईस खान पहले से ही 52 मामलों में आरोपित है और उस पर हत्या, रंगदारी और अवैध हथियार रखने के गंभीर आरोप हैं। पुलिस को शक है कि बरामद हथियार चुनाव से पहले क्षेत्र में भय का माहौल बनाने के लिए जुटाए गए थे।
–आईएएनस
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