नई दिल्ली, 25 मार्च (आईएएनएस)। सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण लेह-मनाली राजमार्ग (एनएच 3) को शनिवार को 138 दिनों के रिकॉर्ड समय में खोल दिया।
लेह-मनाली राजमार्ग आम तौर पर सर्दियों की शुरुआत के साथ नवंबर के अंत से मार्च में खुलने तक बंद रहता है।
अधिकारियों ने कहा कि पिछले साल बीआरओ को यातायात की आवाजाही के लिए राजमार्ग खोलने में 144 दिन लगे थे। यह मनाली के माध्यम से शेष भारत के साथ लद्दाख को जोड़ने वाला 427 किमी लंबा रणनीतिक राजमार्ग है, जिसका सशस्त्र बलों की आवाजाही और लद्दाख में आगे के क्षेत्रों में उनकी आपूर्ति के साथ-साथ लद्दाख के लोगों को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने के लिए रणनीतिक महत्व है।
राजमार्ग 422 किलोमीटर लंबे श्रीनगर-कारगिल-लेह राजमार्ग (एनएच-1डी) का एक वैकल्पिक मार्ग है, जिसे बीआरओ ने 16 मार्च को खोला था। बीआरओ ने 23 मार्च को 55 दिनों के रिकॉर्ड समय में निम्मू-पदुम-दारच मार्ग में 16,580 फीट की ऊंचाई पर स्थित शिंकुला दर्रा भी खोला था।
लद्दाख में बीआरओ फ्रंटलाइन प्रोजेक्ट हिमांक और हिमाचल प्रदेश में प्रोजेक्ट दीपक ने पूरे 427 किलोमीटर लेह-मनाली राजमार्ग को बर्फ से साफ कर दिया है। कुशल जनशक्ति और अत्याधुनिक मशीनों वाली दो अलग-अलग टीमों द्वारा सड़क के दो छोरों से ये चुनौतीपूर्ण ऑपरेशन शुरू किए गए। हिमाचल प्रदेश के सरचू में दो हिम निकासी दल एक आम बिंदु पर एकत्रित होते हैं, वहां राजमार्ग को खुला घोषित करने के लिए एक गोल्डन हैंडशेक समारोह आयोजित किया जाता है।
–आईएएनएस
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