नई दिल्ली, 19 अक्टूबर (आईएएनएस)। सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने स्टील विनिर्माण के अपशिष्ट उप-उत्पाद, स्टील स्लैग का उपयोग करके एक सड़क का निर्माण किया है। रक्षा मंत्रालय के मुताबिक ‘वेस्ट टू वेल्थ’ पहल के हिस्से के रूप में अरुणाचल प्रदेश में यह एक किलोमीटर लंबी जोराम-कोलोरियांग सड़क का निर्माण 1200 मीट्रिक टन स्टील स्लैग का उपयोग करके किया गया है।
रक्षा मंत्रालय ने बताया कि ‘सेव अर्थ’ के आह्वान पर, बीआरओ ने लद्दाख में सांकू के ऊंचाई वाले क्षेत्र में प्लास्टिक अपशिष्ट का उपयोग करके सड़क बुनियादी ढांचे के विकास के लिए भी पहल की है। इस पहल से सड़कें अधिक टिकाऊ, किफायती और पर्यावरण के अनुकूल बन जाती है।
रक्षा विभाग स्वच्छता अभियान के साथ विशेष अभियान 3.0 के कार्यान्वयन के मौजूदा अभियान के दौरान अपनाई गई सर्वोत्तम कार्यप्रणालियों के हिस्से के रूप में यह कार्य कर रहा है।
गौरतलब है कि इससे पहले बीते महीने बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन यानी बीआरओ ने लद्दाख में लिकरू – मिगला – फुकचे पर काम शुरू किया है। बीआरओ ने पूर्वी लद्दाख में उमलिंग ला दर्रे पर 19,300 फीट की ऊंचाई पर दुनिया की सबसे ऊंची मोटर वाहन चलाने योग्य सड़क का निर्माण भी किया है। रक्षा मंत्रालय के मुताबिक सीमा सड़क संगठन न केवल सड़कों और पुलों का निर्माण कर रहा है, बल्कि हवाई क्षेत्रों, सुरंगों, हेलीपैड, 3-डी मुद्रित इमारतों, कार्बन उत्सर्जन मुक्त आवासों आदि पर भी काम कर रहा है।
बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन ने पूर्वी लद्दाख के न्योमा में, एयरफील्ड का काम भी शुरू किया है। रक्षा मंत्रालय के मुताबिक इसे लद्दाख में अग्रिम चौकियों पर तैनात सैनिकों के लिए स्टेजिंग ग्राउंड के रूप में विकसित किया जाएगा। यह दुनिया के सबसे ऊंचे हवाई क्षेत्रों में से एक होगा, जो हमारे सशस्त्र बलों के लिए एक गेम चेंजर जैसा होगा।
न्योमा इलाके में बनाई जा रही यह एयरफील्ड विश्व का सबसे ऊंचा लड़ाकू हवाई क्षेत्र होगा। महत्वपूर्ण बात यह है कि यह एयरफील्ड चाइना बॉर्डर से लगभग 35 किलोमीटर दूर है। 3 वर्षों में भारतीय वायु सेना का यह एयरबेस बनकर तैयार होगा। इसके उपरांत वायु सेना के लड़ाकू विमान यहां से उड़ान भर व उतर सकेंगे।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 12 सितंबर को जम्मू से इस परियोजना का शिलान्यास किया है। एलएसी पर चीनी सेना के साथ चल रहे तनाव को देखते हुए यह फैसला काफी अहम है। एयरफील्ड के निर्माण में कुल 218 करोड़ रुपये की लागत आएगी।
–आईएएनएस
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