पुणे, 27 सितंबर (आईएएनएस)। बीएसएनएल ने शनिवार से अपने मोबाइल के ग्राहकों के लिए 4जी सेवा की शुरुआत की है, जिसका उद्घाटन महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के हाथों किया गया। इस मौके पर उपमुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि आज से शुरू की गई इस 4जी सेवा के द्वारा ऑनलाइन एजुकेशन, टेलीमेडिसिन, एंटरटेनमेंट, और वर्क फ्रॉम होम करने वाले लोगों को लाभ मिलेगा।
उपमुख्यमंत्री शिंदे ने यह भी कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सहकार्य से बीएसएनएल की यह 4जी सेवा 30,000 गांवों तक पहुंचाई जाने वाली है, जिससे हमारा देश अब विश्व में पांचवे स्थान पर होगा। इस 4जी सेवा के माध्यम से हमारे देश ने विश्व महासत्ता बनने के लिए अपना और एक कदम आगे बढ़ाया है।
राज्य में बाढ़ के हालत और उन्हें दिए जाने वाले मुआवजे को लेकर उपमुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि अचानक आई बाढ़ के पानी से महाराष्ट्र के किसानों का बड़ा नुकसान हुआ है, जिसमें ज्यादा नुकसान मराठवाड़ा में हुआ है, जिसका जायजा हमारे मुख्यमंत्री और अन्य मंत्रियों ने लिया है। इस मुश्किल घड़ी में हम सभी उन पीड़ित किसानों के साथ हैं। राज्य सरकार के द्वारा जल्द ही उन्हें जो भी मदद हो उपलब्ध करवाई जाएगी।
महाराष्ट्र के किसानों के लिए केंद्र सरकार से भी आर्थिक मदद ली जाएगी, जिसके लिए मुख्यमंत्री और हमने देश के गृहमंत्री अमित शाह को एक निवेदन दिया है, जिसमें पीड़ित किसानों के लिए हमने उनसे आर्थिक मदद भी मांगी है। इतना ही नहीं, कल शाम मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पीएम नरेंद्र मोदी से भी मिले हैं और महाराष्ट्र की स्थिति की उन्हें जानकारी दी।
इस मौके पर शरद पवार पर निशाना साधते हुए शिंदे ने कहा कि कुछ लोग घर में बैठे हैं, उन्हें यह पता नहीं है कि बाहर माहौल क्या है। उन्होंने कहा कि घटनास्थल पर पहुंचना जरूरी होता है। किसानों के आंसू देखकर कर यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि हालात कितने मुश्किल हैं।
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे द्वारा सहायता राशि को लेकर किए गए सवाल पर शिंदे ने कहा कि फिलहाल हम घर की मरम्मत, किसानों के बह गए जानवर और लोगों की मौत को लेकर राज्य सरकार द्वारा आर्थिक मदद दे रहे हैं। महाराष्ट्र में जहां-जहां बड़ा नुकसान हुआ है वहां-वहां मदद को लेकर उचित फैसला किया जाएगा।
शिंदे दे ने कहा कि यह मुश्किल वक्त राजनीति का नहीं, किसानों के साथ खड़े रहने का है। चाहे जो भी हो, दीपावली से पहले किसानों के हाथों तक आर्थिक मदद पहुंचे, यह सरकार की मंशा है।
–आईएएनएस
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