मुंबई, 10 जून (आईएएनएस)। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के प्रबंधक निदेशक और सीईओ आशीष कुमार चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल के बीते 11 वर्षों में शेयर बाजार में शानदार तेजी हुई है। इस कारण पूरे देश में स्टॉक मार्केट से बड़ी संख्या में निवेशक जुड़े हैं।
समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत करते हुए आशीष कुमार चौहान ने कहा कि मई 2014 में प्रधानमंत्री मोदी के सत्ता में आने के बाद से छोटे शहरों और कस्बों सहित देश भर से शेयर बाजारों में भाग लेने वाले निवेशकों की संख्या में भारी वृद्धि हुई है।
चौहान ने कहा, “जब 2014 में प्रधानमंत्री मोदी ने कार्यभार संभाला था, तब बाजार में निवेशकों की संख्या 1.67 करोड़ थी। आज एनएसई पर 11.5 करोड़ से अधिक यूनिक निवेशक हैं। बाजार पूंजीकरण जो 2014 में करीब 67 लाख करोड़ रुपए था, अब 440 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच गया है।”
एनएसई सीईओ ने कहा कि बीते 11 वर्षों में पूरे देश में राजनीतिक स्थिरता रही है और डिजिटल पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर (डीपीआई) एवं मोबाइल डेटा में मजबूत वृद्धि से भारतीय शेयर बाजारों को निवेशकों का विश्वास प्राप्त हुआ है।
एनएसई के सीईओ ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, “आज लोग मजबूत डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर के साथ म्यूचुअल फंड में निवेश करने या यहां तक कि सीधे शेयर बाजारों में प्रवेश करने में सक्षम हैं।”
वर्ष 1994 में जब एनएसई ने परिचालन शुरू किया था, तब से भारत का बाजार पूंजीकरण 120 गुना से अधिक बढ़ गया है और आज यह 440 लाख करोड़ रुपए या 5.1 ट्रिलियन डॉलर से अधिक है।
पिछले 11 वर्षों में एनएसई-सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण लगभग छह गुना बढ़ गया है और बाजार पूंजीकरण-जीडीपी अनुपात वित्त वर्ष 14 में 60 प्रतिशत से दोगुना होकर वित्त वर्ष 25 में 124 प्रतिशत हो गया है।
एनएसई ने 1994 में देश की पहली पूरी तरह से स्वचालित स्क्रीन-आधारित ऑर्डर मिलान सिस्टम शुरू किया था। इस इनोवेशन ने दुनिया को आईटी क्षेत्र में भारत की उभरती हुई ताकत को दिखाया था। आज एनएसई दुनिया का सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज बन गया है।
–आईएएनएस
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