पटना, 11 जनवरी (आईएएनएस)। बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा को लेकर शुरू हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस बीच, बीपीएससी ने भी अब एक्शन लेना शुरू किया है। आयोग ने जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर के बाद शनिवार को शिक्षक खान सर को लीगल नोटिस भेजा है। आयोग ने 15 दिनों के अंदर जवाब भी मांगा है।
बीपीएससी ने अपने वकील के माध्यम से खान सर के पांचों केंद्रों को नोटिस भेजते हुए छात्रों को भड़काने और गलत बयानबाजी करने का आरोप लगाया है। वकील ने लीगल नोटिस भेजकर उनसे जवाब मांगा है। कहा गया है कि जवाब नहीं देने पर उनके खिलाफ आईटी एक्ट के तहत बिहार लोक सेवा आयोग मामला भी दर्ज करा सकता है।
बिहार लोक सेवा आयोग ने खान सर को नोटिस देकर उनके उस बयान के बारे में पूछा है कि आपने किस तरीके से यह कहा कि बीपीएससी का सीट बेचा जा रहा है और यह सब, अध्यक्ष और अध्यक्ष के लोगों के द्वारा किया जा रहा है।
आयोग ने अभद्र भाषा का प्रयोग करने का भी आरोप लगाते हुए कहा कि आपकी भाषा न केवल अभद्र रही है बल्कि यह बहुत ही अपमानजनक भी है। जो आयोग की प्रतिष्ठा को धूमिल करता है। आपके जैसे कद के शिक्षक से ऐसी भाषा का प्रयोग कर छात्रों को भड़काने की उम्मीद नहीं की जाती है, जिसका परिणाम भयावह कानून व्यवस्था के रूप में सामने आता है।
आयोग ने शनिवार को खान ग्लोबल स्टडीज के संचालक खान सर को भेजे लीगल नोटिस में कहा है कि खान सर ने बीपीएससी से बिना पता लगाए या पुष्टि किए ही 70वीं संयुक्त (प्रारंभिक) प्रतियोगी परीक्षा में सामान्यीकरण यानी नॉर्मलाइजेशन के बारे में गलत सूचना या अफवाह फैलाई है और छात्रों को आयोग के विरुद्ध उकसाया है। आयोग ने छवि धूमिल करने का भी आरोप लगाया है।
इससे पहले आयोग ने प्रशांत किशोर को भी लीगल नोटिस भेजा था।
–आईएएनएस
एमएनपी/एएस