नई दिल्ली, 24 अक्टूबर (आईएएनएस)। दिल्ली सरकार पर बुजुर्गों ने गंभीर आरोप लगाए हैं। बुजुर्गों को कहना है कि पेंशन फॉर्म भरने के बाद भी उन्हें पेंशन नहीं मिली है।
गुरुवार को दिल्ली भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता के नेतृत्व में दिल्ली सरकार के खिलाफ वृद्धावस्था पेंशन की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन किया गया। इस प्रदर्शन में दिल्ली में रहने वाले बुजुर्ग भी शामिल हुए।
इस दौरान बुजुर्गों ने पेंशन को लेकर आईएएनएस से बात की। लक्ष्मी नगर में रहने वाले ज्ञानेंद्र कुमार शर्मा ने कहा, ”मैं इस धरना प्रदर्शन में शामिल होने के लिए आया हूं, क्योंकि मुझे पेंशन नहीं मिल रही है। मेरी उम्र 70 साल है और पेंशन के लिए मैंने दो से तीन बार फॉर्म भी भरा, लेकिन आज तक मुझे पेंशन नहीं मिली है।”
उन्होंने आगे कहा कि दिल्ली सरकार कहती कुछ है और करती कुछ और है। हाल ही में मैं दिल्ली के एक सरकारी अस्पताल में आंख की दवा लेने गया था। अस्पताल में डॉक्टर ने आंख की दो दवाई लिखी। एक दवा मिली, एक नहीं मिली। मजबूरन मुझे बाहर के स्टोर से दवा लेनी पड़ी। पेंशन के लिए दिल्ली सरकार जो दावा करती है, अगर वह सही है तो मुझे पेंशन क्यों नहीं मिल रही है। मैं पेंशन के लिए कितनी बार फॉर्म भरूं। फॉर्म जमा तो कर लिया जाता है लेकिन, आज तक यह पता नहीं चला फॉर्म भरने के बाद होता क्या है।
प्रीत विहार से आए प्रेम नाथ ने आईएएनएस को बताया कि उन्हें बीते आठ साल से पेंशन नहीं मिली है। फॉर्म जमा किया तो मुझसे कहा गया कि अगले महीने से पेंशन मिलना शुरू जाएगी। लेकिन, आज तक पेंशन नहीं मिली। वह अपने शीश महल में करोड़ों का खर्च कर रहे हैं। लेकिन बुजुर्गों को पेंशन नहीं दी जा रही है।
अरविंद केजरीवाल बस दिखावा करते हैं कि वह बुजुर्ग को माता-पिता की तरह सम्मान करते हैं। हकीकत कुछ और ही है। अगर सम्मान करते तो हमें पेंशन मिल रही होती, लेकिन उन्होंने हमें सम्मान नहीं दिया है।
–आईएएनएस
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