बेंगलुरु, 13 जनवरी (आईएएनएस)। कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार ने शनिवार को कहा कि शहर में यातायात उल्लंघनों पर नजर रखने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का इस्तेमाल किया जाएगा।
उपमुख्यमंत्री ने कांतीरावा स्टेडियम में राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह-24 के अवसर पर अपने भाषण के दौरान कहा,“पिछले तीन वर्षों में 6,000 से अधिक ड्राइविंग लाइसेंस रद्द किए गए हैं। एनसीआरबी के आंकड़ों के मुताबिक, ज्यादातर दुर्घटनाओं में दोपहिया वाहन शामिल होते हैं। यह महत्वपूर्ण है कि दोपहिया वाहन चालक अनिवार्य रूप से हेलमेट पहनें।”
उन्होंने कहा कि वाहन चलाते समय आत्मविश्वास होना चाहिए, लेकिन अति आत्मविश्वास नहीं।
“जीवन अनमोल है, यातायात नियमों का पालन करें।” सड़क सुरक्षा के बारे में शिक्षा प्रदान करने की आवश्यकता पर जोर देते हुए उपमुख्यमंत्री ने युवाओं से आग्रह किया कि फुटपाथ पर सवारी और सिग्नल जंपिंग न करें।
सरकार ने बच्चों में यातायात नियमों, अनुशासन, सहनशीलता आदि के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए ‘मोलाकेयेले थिदिरी’ (प्रारंभिक वर्षों में उन्हें सुधारें) नामक एक पुस्तिका भी जारी की है।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली कांग्रेस सरकार के दौरान उन्होंने दुर्घटना पीड़ितों को तत्काल इलाज मुहैया कराने के लिए ‘सीएम सांत्वना हरीश’ योजना शुरू की थी।
उपमुख्यमंत्री ने कहा,“बेंगलुरु की जनसंख्या तेजी से बढ़ रही है और वाहनों की आबादी भी तेजी से बढ़ रही है। हम बीबीएमपी, पुलिस विभाग और परिवहन विभाग के साथ मिलकर शहर में यातायात को आसान बनाने की योजना बना रहे हैं। अन्य देशों के यातायात प्रबंधन मॉडल का भी अध्ययन किया जा रहा है।”
रेहड़ी-पटरी वालों को हटाए जाने पर उपमुख्यमंत्री ने कहा कि ये बेदखली हाईकोर्ट के आदेश के मुताबिक हो रही है।
उपमुख्यमंत्री ने कहा,“फुटपाथ पैदल चलने वालों के लिए हैं और उन पर रेहड़ी-पटरी वाले नहीं जा सकते। अधिकारियों के साथ वैध पंजीकरण के बाद स्ट्रीट वेंडरों को उपयुक्त स्थान पर व्यवसाय करने की अनुमति दी जाएगी। सरकार उन्हें वित्तीय सहायता भी देने को तैयार है।”
यह पूछे जाने पर कि क्या प्रियंका गांधी आगामी संसदीय चुनाव में कर्नाटक या तेलंगाना से चुनाव लड़ने पर विचार करेंगी, उन्होंने कहा, “मुझे कोई जानकारी नहीं है, किसी ने भी मुझसे इस बारे में बात नहीं की है।”
जब उनसे भाजपा नेताओं के आरोपों के बारे में पूछा गया कि राज्य में कोई सुरक्षा नहीं है, तो उन्होंने कहा, “वे शायद अपने शासन का जिक्र कर रहे हैं। हम किसी भी कीमत पर नैतिक पुलिसिंग का समर्थन नहीं करते हैं।”
बसवा कल्याण विधायक के इस आरोप के बारे में पूछे जाने पर कि ऐतिहासिक अनुभव मंतपा के लिए कोई धन आवंटित नहीं किया गया है, उन्होंने कहा, “वह पहली बार विधायक बने हैं। मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को फ्रीडम पार्क का नाम अल्लामा प्रभु के नाम पर रखने की घोषणा की। उन्होंने सवाल किया कि यह परियोजना कांग्रेस सरकार द्वारा शुरू की गई थी, लेकिन भाजपा ने अपने शासन के दौरान धन आवंटित क्यों नहीं किया?
–आईएएनएस
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