नई दिल्ली, 15 जनवरी (आईएएनएस)। आईपीएल के पूर्व अध्यक्ष ललित मोदी द्वारा अपने बेटे रुचिर को के.के. मोदी ट्रस्ट का अपने पक्ष से उत्तराधिकारी घोषित करने पर उनकी मां बीना मोदी ने कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। गौरतलब है कि मां-बेटे के बीच संपत्ति को लेकर विवाद चल रहा है।
आईएएनएस द्वारा संपर्क किए जाने पर बीना मोदी ने घटनाक्रम पर टिप्पणी करने से इनकार करते हुए कहा कि वह अपने कानूनी सलाहकार की सलाह के अनुसार ही आगे बढ़ेंगी।
इससे पहले रविवार को ललित मोदी ने घोषणा की कि उनके पुत्र रुचिर मोदी उनके परिवार की ओर से के.के. मोदी फेमिली ट्रस्ट में तत्काल प्रभाव सें उनके उत्तराधिकारी लाभार्थी होंगे।
परिवार में संपत्ति विवाद को लेकर अपनी मां और बहन चारू के खिलाफ कानूनी लड़ाई में उलझे ललित मोदी ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में अपने बेटे को परिवार की अपनी शाखा का प्रमुख बनाने की भी घोषणा की।
ललित मोदी ने अपनी मां और भाई-बहनों को लिखे पत्र में कहा, मेरी मां और बहन के साथ मुकदमा थकाऊ और श्रमसाध्य है। समाधान के लिए कई दौर की बातचीत हुई, लेकिन कोई अंत नहीं दिख रहा है। इसने मुझे बहुत परेशान किया है। मैंने अपनी बेटी और उसके साथ इस पर चर्चा की है और मेरी राय है कि मुझे एलकेएम (ललित कुमार मोदी) परिवार के मामलों का नियंत्रण और ट्रस्ट में इसके लाभकारी हित को अपने बेटे रुचिर मोदी को सौंप देना चाहिए।
अगस्त 2022 में सुप्रीम कोर्ट ने शीर्ष अदालत के पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति आर.वी. रवींद्रन को पारिवारिक संपत्ति विवाद को निपटाने के लिए मध्यस्थ के रूप में नियुक्त किया।
शीर्ष अदालत ने कहा था कि दोनों पक्षों की ओर से पेश वकील इस बात पर सहमत थे कि वे बिना किसी पूर्व शर्त के और खुले दिमाग से मध्यस्थता से विवाद को सुलझाएंगे।
यह फैसला तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश एन.वी. रमना की अध्यक्षता वाली पीठ ने लिया था।
बीना मोदी ने आईएएनएस से पुष्टि की कि मध्यस्थता की प्रक्रिया जारी है।
–आईएएनएस
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