नई दिल्ली, 28 जुलाई (आईएएनएस)। दिल्ली के राजेंद्र नगर में स्थित इंस्टीट्यूट के बेसमेंट में जलभराव के बाद तीन छात्रों की डूबने से मौत हो गई। सांसद स्वाति मालीवाल प्रदर्शन कर रहे छात्रों से मिलने पहुंची। उन्होंने इसे दुर्घटना मानने से इनकार किया। बोलीं ये हत्या है। वहीं प्रदर्शन करे रहे छात्रों ने 5-5 करोड़ मुआवजे की डिमांड रखी है।
राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल रविवार को ओल्ड राजेंद्र नगर पहुंची। यहां उन्होंने विरोध-प्रदर्शन कर रहे छात्रों से मुलाकात की। साथ ही उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया।
स्वाति मालीवाल ने छात्रों की मौत को लेकर सरकार पर सवाल उठाए। उन्होंने आईएएनएस से बातचीत में कहा, “तीन छात्रों की मौत कोई दुर्घटना नहीं है, बल्कि ये एक हत्या है। इसमें एफआईआर दर्ज होनी चाहिए। साथ ही घटना को लेकर मंत्री से लेकर मेयर तक की जवाबदेही तय होनी चाहिए।”
उन्होंने कहा, “देश के कोने-कोने से छात्र कुछ बनने का सपना लेकर दिल्ली आते हैं, लेकिन पानी में डूबने की वजह उनकी जान चली जाती है। मृतक बच्चों के परिवारों को एक करोड़ का मुआवजा देना चाहिए। बड़े-बड़े मंत्री एसी कमरे में बैठकर प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हैं। लेकिन, घटना के 12 घंटे बीत जाने के बाद भी सरकार को कोई भी मंत्री यहां नहीं आया है। उन्हें इस घटना के लिए बच्चों से माफी मांगनी चाहिए।”
स्वाति मालीवाल ने छात्रों की मौत के मामले में जांच की मांग की। उन्होंने कहा कि इस घटना को लेकर सबकी जवाबदेही तय होनी चाहिए और इस बात की भी जांच हो कि कैसे यहां अवैध बेसमेंट में कोचिंग चल रहे हैं।
वहीं, छात्रों की मौत के बाद लोगों में गुस्से का माहौल है। एक छात्रा ने कहा, “इंस्टीट्यूट की लापरवाही के कारण तीन छात्रों की जान चली गई। लेकिन एमसीडी इस घटना को प्राकृतिक आपदा बता रही है। हमारी मांग है कि इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर सामने आकर बयान दें। साथ ही एमसीडी के कर्मचारियों की घटना को लेकर जवाबदेही तय हो और मृतकों के परिवारों को पांच करोड़ का मुआवजा मिले।”
बता दें कि दिल्ली में शनिवार शाम बारिश हुई थी। बारिश के बाद राजेंद्र नगर इलाके में स्थित एक कोचिंग इंस्टीट्यूट के बेसमेंट में पानी भर गया। बेसमेंट में कई छात्र मौजूद थे, जिनमें से कुछ तो बाहर निकल गए। लेकिन, पानी भरने से यूपीएससी की तैयारी करने वाले तीन छात्रों की मौत हो गई। मृतकों में दो छात्राएं भी शामिल हैं।
–आईएएनएस
एफएम/केआर
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नई दिल्ली, 28 जुलाई (आईएएनएस)। दिल्ली के राजेंद्र नगर में स्थित इंस्टीट्यूट के बेसमेंट में जलभराव के बाद तीन छात्रों की डूबने से मौत हो गई। सांसद स्वाति मालीवाल प्रदर्शन कर रहे छात्रों से मिलने पहुंची। उन्होंने इसे दुर्घटना मानने से इनकार किया। बोलीं ये हत्या है। वहीं प्रदर्शन करे रहे छात्रों ने 5-5 करोड़ मुआवजे की डिमांड रखी है।
राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल रविवार को ओल्ड राजेंद्र नगर पहुंची। यहां उन्होंने विरोध-प्रदर्शन कर रहे छात्रों से मुलाकात की। साथ ही उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया।
स्वाति मालीवाल ने छात्रों की मौत को लेकर सरकार पर सवाल उठाए। उन्होंने आईएएनएस से बातचीत में कहा, “तीन छात्रों की मौत कोई दुर्घटना नहीं है, बल्कि ये एक हत्या है। इसमें एफआईआर दर्ज होनी चाहिए। साथ ही घटना को लेकर मंत्री से लेकर मेयर तक की जवाबदेही तय होनी चाहिए।”
उन्होंने कहा, “देश के कोने-कोने से छात्र कुछ बनने का सपना लेकर दिल्ली आते हैं, लेकिन पानी में डूबने की वजह उनकी जान चली जाती है। मृतक बच्चों के परिवारों को एक करोड़ का मुआवजा देना चाहिए। बड़े-बड़े मंत्री एसी कमरे में बैठकर प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हैं। लेकिन, घटना के 12 घंटे बीत जाने के बाद भी सरकार को कोई भी मंत्री यहां नहीं आया है। उन्हें इस घटना के लिए बच्चों से माफी मांगनी चाहिए।”
स्वाति मालीवाल ने छात्रों की मौत के मामले में जांच की मांग की। उन्होंने कहा कि इस घटना को लेकर सबकी जवाबदेही तय होनी चाहिए और इस बात की भी जांच हो कि कैसे यहां अवैध बेसमेंट में कोचिंग चल रहे हैं।
वहीं, छात्रों की मौत के बाद लोगों में गुस्से का माहौल है। एक छात्रा ने कहा, “इंस्टीट्यूट की लापरवाही के कारण तीन छात्रों की जान चली गई। लेकिन एमसीडी इस घटना को प्राकृतिक आपदा बता रही है। हमारी मांग है कि इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर सामने आकर बयान दें। साथ ही एमसीडी के कर्मचारियों की घटना को लेकर जवाबदेही तय हो और मृतकों के परिवारों को पांच करोड़ का मुआवजा मिले।”
बता दें कि दिल्ली में शनिवार शाम बारिश हुई थी। बारिश के बाद राजेंद्र नगर इलाके में स्थित एक कोचिंग इंस्टीट्यूट के बेसमेंट में पानी भर गया। बेसमेंट में कई छात्र मौजूद थे, जिनमें से कुछ तो बाहर निकल गए। लेकिन, पानी भरने से यूपीएससी की तैयारी करने वाले तीन छात्रों की मौत हो गई। मृतकों में दो छात्राएं भी शामिल हैं।
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राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल रविवार को ओल्ड राजेंद्र नगर पहुंची। यहां उन्होंने विरोध-प्रदर्शन कर रहे छात्रों से मुलाकात की। साथ ही उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया।
स्वाति मालीवाल ने छात्रों की मौत को लेकर सरकार पर सवाल उठाए। उन्होंने आईएएनएस से बातचीत में कहा, “तीन छात्रों की मौत कोई दुर्घटना नहीं है, बल्कि ये एक हत्या है। इसमें एफआईआर दर्ज होनी चाहिए। साथ ही घटना को लेकर मंत्री से लेकर मेयर तक की जवाबदेही तय होनी चाहिए।”
उन्होंने कहा, “देश के कोने-कोने से छात्र कुछ बनने का सपना लेकर दिल्ली आते हैं, लेकिन पानी में डूबने की वजह उनकी जान चली जाती है। मृतक बच्चों के परिवारों को एक करोड़ का मुआवजा देना चाहिए। बड़े-बड़े मंत्री एसी कमरे में बैठकर प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हैं। लेकिन, घटना के 12 घंटे बीत जाने के बाद भी सरकार को कोई भी मंत्री यहां नहीं आया है। उन्हें इस घटना के लिए बच्चों से माफी मांगनी चाहिए।”
स्वाति मालीवाल ने छात्रों की मौत के मामले में जांच की मांग की। उन्होंने कहा कि इस घटना को लेकर सबकी जवाबदेही तय होनी चाहिए और इस बात की भी जांच हो कि कैसे यहां अवैध बेसमेंट में कोचिंग चल रहे हैं।
वहीं, छात्रों की मौत के बाद लोगों में गुस्से का माहौल है। एक छात्रा ने कहा, “इंस्टीट्यूट की लापरवाही के कारण तीन छात्रों की जान चली गई। लेकिन एमसीडी इस घटना को प्राकृतिक आपदा बता रही है। हमारी मांग है कि इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर सामने आकर बयान दें। साथ ही एमसीडी के कर्मचारियों की घटना को लेकर जवाबदेही तय हो और मृतकों के परिवारों को पांच करोड़ का मुआवजा मिले।”
बता दें कि दिल्ली में शनिवार शाम बारिश हुई थी। बारिश के बाद राजेंद्र नगर इलाके में स्थित एक कोचिंग इंस्टीट्यूट के बेसमेंट में पानी भर गया। बेसमेंट में कई छात्र मौजूद थे, जिनमें से कुछ तो बाहर निकल गए। लेकिन, पानी भरने से यूपीएससी की तैयारी करने वाले तीन छात्रों की मौत हो गई। मृतकों में दो छात्राएं भी शामिल हैं।
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राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल रविवार को ओल्ड राजेंद्र नगर पहुंची। यहां उन्होंने विरोध-प्रदर्शन कर रहे छात्रों से मुलाकात की। साथ ही उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया।
स्वाति मालीवाल ने छात्रों की मौत को लेकर सरकार पर सवाल उठाए। उन्होंने आईएएनएस से बातचीत में कहा, “तीन छात्रों की मौत कोई दुर्घटना नहीं है, बल्कि ये एक हत्या है। इसमें एफआईआर दर्ज होनी चाहिए। साथ ही घटना को लेकर मंत्री से लेकर मेयर तक की जवाबदेही तय होनी चाहिए।”
उन्होंने कहा, “देश के कोने-कोने से छात्र कुछ बनने का सपना लेकर दिल्ली आते हैं, लेकिन पानी में डूबने की वजह उनकी जान चली जाती है। मृतक बच्चों के परिवारों को एक करोड़ का मुआवजा देना चाहिए। बड़े-बड़े मंत्री एसी कमरे में बैठकर प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हैं। लेकिन, घटना के 12 घंटे बीत जाने के बाद भी सरकार को कोई भी मंत्री यहां नहीं आया है। उन्हें इस घटना के लिए बच्चों से माफी मांगनी चाहिए।”
स्वाति मालीवाल ने छात्रों की मौत के मामले में जांच की मांग की। उन्होंने कहा कि इस घटना को लेकर सबकी जवाबदेही तय होनी चाहिए और इस बात की भी जांच हो कि कैसे यहां अवैध बेसमेंट में कोचिंग चल रहे हैं।
वहीं, छात्रों की मौत के बाद लोगों में गुस्से का माहौल है। एक छात्रा ने कहा, “इंस्टीट्यूट की लापरवाही के कारण तीन छात्रों की जान चली गई। लेकिन एमसीडी इस घटना को प्राकृतिक आपदा बता रही है। हमारी मांग है कि इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर सामने आकर बयान दें। साथ ही एमसीडी के कर्मचारियों की घटना को लेकर जवाबदेही तय हो और मृतकों के परिवारों को पांच करोड़ का मुआवजा मिले।”
बता दें कि दिल्ली में शनिवार शाम बारिश हुई थी। बारिश के बाद राजेंद्र नगर इलाके में स्थित एक कोचिंग इंस्टीट्यूट के बेसमेंट में पानी भर गया। बेसमेंट में कई छात्र मौजूद थे, जिनमें से कुछ तो बाहर निकल गए। लेकिन, पानी भरने से यूपीएससी की तैयारी करने वाले तीन छात्रों की मौत हो गई। मृतकों में दो छात्राएं भी शामिल हैं।
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राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल रविवार को ओल्ड राजेंद्र नगर पहुंची। यहां उन्होंने विरोध-प्रदर्शन कर रहे छात्रों से मुलाकात की। साथ ही उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया।
स्वाति मालीवाल ने छात्रों की मौत को लेकर सरकार पर सवाल उठाए। उन्होंने आईएएनएस से बातचीत में कहा, “तीन छात्रों की मौत कोई दुर्घटना नहीं है, बल्कि ये एक हत्या है। इसमें एफआईआर दर्ज होनी चाहिए। साथ ही घटना को लेकर मंत्री से लेकर मेयर तक की जवाबदेही तय होनी चाहिए।”
उन्होंने कहा, “देश के कोने-कोने से छात्र कुछ बनने का सपना लेकर दिल्ली आते हैं, लेकिन पानी में डूबने की वजह उनकी जान चली जाती है। मृतक बच्चों के परिवारों को एक करोड़ का मुआवजा देना चाहिए। बड़े-बड़े मंत्री एसी कमरे में बैठकर प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हैं। लेकिन, घटना के 12 घंटे बीत जाने के बाद भी सरकार को कोई भी मंत्री यहां नहीं आया है। उन्हें इस घटना के लिए बच्चों से माफी मांगनी चाहिए।”
स्वाति मालीवाल ने छात्रों की मौत के मामले में जांच की मांग की। उन्होंने कहा कि इस घटना को लेकर सबकी जवाबदेही तय होनी चाहिए और इस बात की भी जांच हो कि कैसे यहां अवैध बेसमेंट में कोचिंग चल रहे हैं।
वहीं, छात्रों की मौत के बाद लोगों में गुस्से का माहौल है। एक छात्रा ने कहा, “इंस्टीट्यूट की लापरवाही के कारण तीन छात्रों की जान चली गई। लेकिन एमसीडी इस घटना को प्राकृतिक आपदा बता रही है। हमारी मांग है कि इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर सामने आकर बयान दें। साथ ही एमसीडी के कर्मचारियों की घटना को लेकर जवाबदेही तय हो और मृतकों के परिवारों को पांच करोड़ का मुआवजा मिले।”
बता दें कि दिल्ली में शनिवार शाम बारिश हुई थी। बारिश के बाद राजेंद्र नगर इलाके में स्थित एक कोचिंग इंस्टीट्यूट के बेसमेंट में पानी भर गया। बेसमेंट में कई छात्र मौजूद थे, जिनमें से कुछ तो बाहर निकल गए। लेकिन, पानी भरने से यूपीएससी की तैयारी करने वाले तीन छात्रों की मौत हो गई। मृतकों में दो छात्राएं भी शामिल हैं।
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राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल रविवार को ओल्ड राजेंद्र नगर पहुंची। यहां उन्होंने विरोध-प्रदर्शन कर रहे छात्रों से मुलाकात की। साथ ही उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया।
स्वाति मालीवाल ने छात्रों की मौत को लेकर सरकार पर सवाल उठाए। उन्होंने आईएएनएस से बातचीत में कहा, “तीन छात्रों की मौत कोई दुर्घटना नहीं है, बल्कि ये एक हत्या है। इसमें एफआईआर दर्ज होनी चाहिए। साथ ही घटना को लेकर मंत्री से लेकर मेयर तक की जवाबदेही तय होनी चाहिए।”
उन्होंने कहा, “देश के कोने-कोने से छात्र कुछ बनने का सपना लेकर दिल्ली आते हैं, लेकिन पानी में डूबने की वजह उनकी जान चली जाती है। मृतक बच्चों के परिवारों को एक करोड़ का मुआवजा देना चाहिए। बड़े-बड़े मंत्री एसी कमरे में बैठकर प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हैं। लेकिन, घटना के 12 घंटे बीत जाने के बाद भी सरकार को कोई भी मंत्री यहां नहीं आया है। उन्हें इस घटना के लिए बच्चों से माफी मांगनी चाहिए।”
स्वाति मालीवाल ने छात्रों की मौत के मामले में जांच की मांग की। उन्होंने कहा कि इस घटना को लेकर सबकी जवाबदेही तय होनी चाहिए और इस बात की भी जांच हो कि कैसे यहां अवैध बेसमेंट में कोचिंग चल रहे हैं।
वहीं, छात्रों की मौत के बाद लोगों में गुस्से का माहौल है। एक छात्रा ने कहा, “इंस्टीट्यूट की लापरवाही के कारण तीन छात्रों की जान चली गई। लेकिन एमसीडी इस घटना को प्राकृतिक आपदा बता रही है। हमारी मांग है कि इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर सामने आकर बयान दें। साथ ही एमसीडी के कर्मचारियों की घटना को लेकर जवाबदेही तय हो और मृतकों के परिवारों को पांच करोड़ का मुआवजा मिले।”
बता दें कि दिल्ली में शनिवार शाम बारिश हुई थी। बारिश के बाद राजेंद्र नगर इलाके में स्थित एक कोचिंग इंस्टीट्यूट के बेसमेंट में पानी भर गया। बेसमेंट में कई छात्र मौजूद थे, जिनमें से कुछ तो बाहर निकल गए। लेकिन, पानी भरने से यूपीएससी की तैयारी करने वाले तीन छात्रों की मौत हो गई। मृतकों में दो छात्राएं भी शामिल हैं।
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राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल रविवार को ओल्ड राजेंद्र नगर पहुंची। यहां उन्होंने विरोध-प्रदर्शन कर रहे छात्रों से मुलाकात की। साथ ही उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया।
स्वाति मालीवाल ने छात्रों की मौत को लेकर सरकार पर सवाल उठाए। उन्होंने आईएएनएस से बातचीत में कहा, “तीन छात्रों की मौत कोई दुर्घटना नहीं है, बल्कि ये एक हत्या है। इसमें एफआईआर दर्ज होनी चाहिए। साथ ही घटना को लेकर मंत्री से लेकर मेयर तक की जवाबदेही तय होनी चाहिए।”
उन्होंने कहा, “देश के कोने-कोने से छात्र कुछ बनने का सपना लेकर दिल्ली आते हैं, लेकिन पानी में डूबने की वजह उनकी जान चली जाती है। मृतक बच्चों के परिवारों को एक करोड़ का मुआवजा देना चाहिए। बड़े-बड़े मंत्री एसी कमरे में बैठकर प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हैं। लेकिन, घटना के 12 घंटे बीत जाने के बाद भी सरकार को कोई भी मंत्री यहां नहीं आया है। उन्हें इस घटना के लिए बच्चों से माफी मांगनी चाहिए।”
स्वाति मालीवाल ने छात्रों की मौत के मामले में जांच की मांग की। उन्होंने कहा कि इस घटना को लेकर सबकी जवाबदेही तय होनी चाहिए और इस बात की भी जांच हो कि कैसे यहां अवैध बेसमेंट में कोचिंग चल रहे हैं।
वहीं, छात्रों की मौत के बाद लोगों में गुस्से का माहौल है। एक छात्रा ने कहा, “इंस्टीट्यूट की लापरवाही के कारण तीन छात्रों की जान चली गई। लेकिन एमसीडी इस घटना को प्राकृतिक आपदा बता रही है। हमारी मांग है कि इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर सामने आकर बयान दें। साथ ही एमसीडी के कर्मचारियों की घटना को लेकर जवाबदेही तय हो और मृतकों के परिवारों को पांच करोड़ का मुआवजा मिले।”
बता दें कि दिल्ली में शनिवार शाम बारिश हुई थी। बारिश के बाद राजेंद्र नगर इलाके में स्थित एक कोचिंग इंस्टीट्यूट के बेसमेंट में पानी भर गया। बेसमेंट में कई छात्र मौजूद थे, जिनमें से कुछ तो बाहर निकल गए। लेकिन, पानी भरने से यूपीएससी की तैयारी करने वाले तीन छात्रों की मौत हो गई। मृतकों में दो छात्राएं भी शामिल हैं।
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राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल रविवार को ओल्ड राजेंद्र नगर पहुंची। यहां उन्होंने विरोध-प्रदर्शन कर रहे छात्रों से मुलाकात की। साथ ही उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया।
स्वाति मालीवाल ने छात्रों की मौत को लेकर सरकार पर सवाल उठाए। उन्होंने आईएएनएस से बातचीत में कहा, “तीन छात्रों की मौत कोई दुर्घटना नहीं है, बल्कि ये एक हत्या है। इसमें एफआईआर दर्ज होनी चाहिए। साथ ही घटना को लेकर मंत्री से लेकर मेयर तक की जवाबदेही तय होनी चाहिए।”
उन्होंने कहा, “देश के कोने-कोने से छात्र कुछ बनने का सपना लेकर दिल्ली आते हैं, लेकिन पानी में डूबने की वजह उनकी जान चली जाती है। मृतक बच्चों के परिवारों को एक करोड़ का मुआवजा देना चाहिए। बड़े-बड़े मंत्री एसी कमरे में बैठकर प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हैं। लेकिन, घटना के 12 घंटे बीत जाने के बाद भी सरकार को कोई भी मंत्री यहां नहीं आया है। उन्हें इस घटना के लिए बच्चों से माफी मांगनी चाहिए।”
स्वाति मालीवाल ने छात्रों की मौत के मामले में जांच की मांग की। उन्होंने कहा कि इस घटना को लेकर सबकी जवाबदेही तय होनी चाहिए और इस बात की भी जांच हो कि कैसे यहां अवैध बेसमेंट में कोचिंग चल रहे हैं।
वहीं, छात्रों की मौत के बाद लोगों में गुस्से का माहौल है। एक छात्रा ने कहा, “इंस्टीट्यूट की लापरवाही के कारण तीन छात्रों की जान चली गई। लेकिन एमसीडी इस घटना को प्राकृतिक आपदा बता रही है। हमारी मांग है कि इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर सामने आकर बयान दें। साथ ही एमसीडी के कर्मचारियों की घटना को लेकर जवाबदेही तय हो और मृतकों के परिवारों को पांच करोड़ का मुआवजा मिले।”
बता दें कि दिल्ली में शनिवार शाम बारिश हुई थी। बारिश के बाद राजेंद्र नगर इलाके में स्थित एक कोचिंग इंस्टीट्यूट के बेसमेंट में पानी भर गया। बेसमेंट में कई छात्र मौजूद थे, जिनमें से कुछ तो बाहर निकल गए। लेकिन, पानी भरने से यूपीएससी की तैयारी करने वाले तीन छात्रों की मौत हो गई। मृतकों में दो छात्राएं भी शामिल हैं।
–आईएएनएस
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राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल रविवार को ओल्ड राजेंद्र नगर पहुंची। यहां उन्होंने विरोध-प्रदर्शन कर रहे छात्रों से मुलाकात की। साथ ही उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया।
स्वाति मालीवाल ने छात्रों की मौत को लेकर सरकार पर सवाल उठाए। उन्होंने आईएएनएस से बातचीत में कहा, “तीन छात्रों की मौत कोई दुर्घटना नहीं है, बल्कि ये एक हत्या है। इसमें एफआईआर दर्ज होनी चाहिए। साथ ही घटना को लेकर मंत्री से लेकर मेयर तक की जवाबदेही तय होनी चाहिए।”
उन्होंने कहा, “देश के कोने-कोने से छात्र कुछ बनने का सपना लेकर दिल्ली आते हैं, लेकिन पानी में डूबने की वजह उनकी जान चली जाती है। मृतक बच्चों के परिवारों को एक करोड़ का मुआवजा देना चाहिए। बड़े-बड़े मंत्री एसी कमरे में बैठकर प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हैं। लेकिन, घटना के 12 घंटे बीत जाने के बाद भी सरकार को कोई भी मंत्री यहां नहीं आया है। उन्हें इस घटना के लिए बच्चों से माफी मांगनी चाहिए।”
स्वाति मालीवाल ने छात्रों की मौत के मामले में जांच की मांग की। उन्होंने कहा कि इस घटना को लेकर सबकी जवाबदेही तय होनी चाहिए और इस बात की भी जांच हो कि कैसे यहां अवैध बेसमेंट में कोचिंग चल रहे हैं।
वहीं, छात्रों की मौत के बाद लोगों में गुस्से का माहौल है। एक छात्रा ने कहा, “इंस्टीट्यूट की लापरवाही के कारण तीन छात्रों की जान चली गई। लेकिन एमसीडी इस घटना को प्राकृतिक आपदा बता रही है। हमारी मांग है कि इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर सामने आकर बयान दें। साथ ही एमसीडी के कर्मचारियों की घटना को लेकर जवाबदेही तय हो और मृतकों के परिवारों को पांच करोड़ का मुआवजा मिले।”
बता दें कि दिल्ली में शनिवार शाम बारिश हुई थी। बारिश के बाद राजेंद्र नगर इलाके में स्थित एक कोचिंग इंस्टीट्यूट के बेसमेंट में पानी भर गया। बेसमेंट में कई छात्र मौजूद थे, जिनमें से कुछ तो बाहर निकल गए। लेकिन, पानी भरने से यूपीएससी की तैयारी करने वाले तीन छात्रों की मौत हो गई। मृतकों में दो छात्राएं भी शामिल हैं।
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राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल रविवार को ओल्ड राजेंद्र नगर पहुंची। यहां उन्होंने विरोध-प्रदर्शन कर रहे छात्रों से मुलाकात की। साथ ही उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया।
स्वाति मालीवाल ने छात्रों की मौत को लेकर सरकार पर सवाल उठाए। उन्होंने आईएएनएस से बातचीत में कहा, “तीन छात्रों की मौत कोई दुर्घटना नहीं है, बल्कि ये एक हत्या है। इसमें एफआईआर दर्ज होनी चाहिए। साथ ही घटना को लेकर मंत्री से लेकर मेयर तक की जवाबदेही तय होनी चाहिए।”
उन्होंने कहा, “देश के कोने-कोने से छात्र कुछ बनने का सपना लेकर दिल्ली आते हैं, लेकिन पानी में डूबने की वजह उनकी जान चली जाती है। मृतक बच्चों के परिवारों को एक करोड़ का मुआवजा देना चाहिए। बड़े-बड़े मंत्री एसी कमरे में बैठकर प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हैं। लेकिन, घटना के 12 घंटे बीत जाने के बाद भी सरकार को कोई भी मंत्री यहां नहीं आया है। उन्हें इस घटना के लिए बच्चों से माफी मांगनी चाहिए।”
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वहीं, छात्रों की मौत के बाद लोगों में गुस्से का माहौल है। एक छात्रा ने कहा, “इंस्टीट्यूट की लापरवाही के कारण तीन छात्रों की जान चली गई। लेकिन एमसीडी इस घटना को प्राकृतिक आपदा बता रही है। हमारी मांग है कि इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर सामने आकर बयान दें। साथ ही एमसीडी के कर्मचारियों की घटना को लेकर जवाबदेही तय हो और मृतकों के परिवारों को पांच करोड़ का मुआवजा मिले।”
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राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल रविवार को ओल्ड राजेंद्र नगर पहुंची। यहां उन्होंने विरोध-प्रदर्शन कर रहे छात्रों से मुलाकात की। साथ ही उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया।
स्वाति मालीवाल ने छात्रों की मौत को लेकर सरकार पर सवाल उठाए। उन्होंने आईएएनएस से बातचीत में कहा, “तीन छात्रों की मौत कोई दुर्घटना नहीं है, बल्कि ये एक हत्या है। इसमें एफआईआर दर्ज होनी चाहिए। साथ ही घटना को लेकर मंत्री से लेकर मेयर तक की जवाबदेही तय होनी चाहिए।”
उन्होंने कहा, “देश के कोने-कोने से छात्र कुछ बनने का सपना लेकर दिल्ली आते हैं, लेकिन पानी में डूबने की वजह उनकी जान चली जाती है। मृतक बच्चों के परिवारों को एक करोड़ का मुआवजा देना चाहिए। बड़े-बड़े मंत्री एसी कमरे में बैठकर प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हैं। लेकिन, घटना के 12 घंटे बीत जाने के बाद भी सरकार को कोई भी मंत्री यहां नहीं आया है। उन्हें इस घटना के लिए बच्चों से माफी मांगनी चाहिए।”
स्वाति मालीवाल ने छात्रों की मौत के मामले में जांच की मांग की। उन्होंने कहा कि इस घटना को लेकर सबकी जवाबदेही तय होनी चाहिए और इस बात की भी जांच हो कि कैसे यहां अवैध बेसमेंट में कोचिंग चल रहे हैं।
वहीं, छात्रों की मौत के बाद लोगों में गुस्से का माहौल है। एक छात्रा ने कहा, “इंस्टीट्यूट की लापरवाही के कारण तीन छात्रों की जान चली गई। लेकिन एमसीडी इस घटना को प्राकृतिक आपदा बता रही है। हमारी मांग है कि इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर सामने आकर बयान दें। साथ ही एमसीडी के कर्मचारियों की घटना को लेकर जवाबदेही तय हो और मृतकों के परिवारों को पांच करोड़ का मुआवजा मिले।”
बता दें कि दिल्ली में शनिवार शाम बारिश हुई थी। बारिश के बाद राजेंद्र नगर इलाके में स्थित एक कोचिंग इंस्टीट्यूट के बेसमेंट में पानी भर गया। बेसमेंट में कई छात्र मौजूद थे, जिनमें से कुछ तो बाहर निकल गए। लेकिन, पानी भरने से यूपीएससी की तैयारी करने वाले तीन छात्रों की मौत हो गई। मृतकों में दो छात्राएं भी शामिल हैं।
–आईएएनएस
एफएम/केआर
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नई दिल्ली, 28 जुलाई (आईएएनएस)। दिल्ली के राजेंद्र नगर में स्थित इंस्टीट्यूट के बेसमेंट में जलभराव के बाद तीन छात्रों की डूबने से मौत हो गई। सांसद स्वाति मालीवाल प्रदर्शन कर रहे छात्रों से मिलने पहुंची। उन्होंने इसे दुर्घटना मानने से इनकार किया। बोलीं ये हत्या है। वहीं प्रदर्शन करे रहे छात्रों ने 5-5 करोड़ मुआवजे की डिमांड रखी है।
राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल रविवार को ओल्ड राजेंद्र नगर पहुंची। यहां उन्होंने विरोध-प्रदर्शन कर रहे छात्रों से मुलाकात की। साथ ही उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया।
स्वाति मालीवाल ने छात्रों की मौत को लेकर सरकार पर सवाल उठाए। उन्होंने आईएएनएस से बातचीत में कहा, “तीन छात्रों की मौत कोई दुर्घटना नहीं है, बल्कि ये एक हत्या है। इसमें एफआईआर दर्ज होनी चाहिए। साथ ही घटना को लेकर मंत्री से लेकर मेयर तक की जवाबदेही तय होनी चाहिए।”
उन्होंने कहा, “देश के कोने-कोने से छात्र कुछ बनने का सपना लेकर दिल्ली आते हैं, लेकिन पानी में डूबने की वजह उनकी जान चली जाती है। मृतक बच्चों के परिवारों को एक करोड़ का मुआवजा देना चाहिए। बड़े-बड़े मंत्री एसी कमरे में बैठकर प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हैं। लेकिन, घटना के 12 घंटे बीत जाने के बाद भी सरकार को कोई भी मंत्री यहां नहीं आया है। उन्हें इस घटना के लिए बच्चों से माफी मांगनी चाहिए।”
स्वाति मालीवाल ने छात्रों की मौत के मामले में जांच की मांग की। उन्होंने कहा कि इस घटना को लेकर सबकी जवाबदेही तय होनी चाहिए और इस बात की भी जांच हो कि कैसे यहां अवैध बेसमेंट में कोचिंग चल रहे हैं।
वहीं, छात्रों की मौत के बाद लोगों में गुस्से का माहौल है। एक छात्रा ने कहा, “इंस्टीट्यूट की लापरवाही के कारण तीन छात्रों की जान चली गई। लेकिन एमसीडी इस घटना को प्राकृतिक आपदा बता रही है। हमारी मांग है कि इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर सामने आकर बयान दें। साथ ही एमसीडी के कर्मचारियों की घटना को लेकर जवाबदेही तय हो और मृतकों के परिवारों को पांच करोड़ का मुआवजा मिले।”
बता दें कि दिल्ली में शनिवार शाम बारिश हुई थी। बारिश के बाद राजेंद्र नगर इलाके में स्थित एक कोचिंग इंस्टीट्यूट के बेसमेंट में पानी भर गया। बेसमेंट में कई छात्र मौजूद थे, जिनमें से कुछ तो बाहर निकल गए। लेकिन, पानी भरने से यूपीएससी की तैयारी करने वाले तीन छात्रों की मौत हो गई। मृतकों में दो छात्राएं भी शामिल हैं।
–आईएएनएस
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नई दिल्ली, 28 जुलाई (आईएएनएस)। दिल्ली के राजेंद्र नगर में स्थित इंस्टीट्यूट के बेसमेंट में जलभराव के बाद तीन छात्रों की डूबने से मौत हो गई। सांसद स्वाति मालीवाल प्रदर्शन कर रहे छात्रों से मिलने पहुंची। उन्होंने इसे दुर्घटना मानने से इनकार किया। बोलीं ये हत्या है। वहीं प्रदर्शन करे रहे छात्रों ने 5-5 करोड़ मुआवजे की डिमांड रखी है।
राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल रविवार को ओल्ड राजेंद्र नगर पहुंची। यहां उन्होंने विरोध-प्रदर्शन कर रहे छात्रों से मुलाकात की। साथ ही उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया।
स्वाति मालीवाल ने छात्रों की मौत को लेकर सरकार पर सवाल उठाए। उन्होंने आईएएनएस से बातचीत में कहा, “तीन छात्रों की मौत कोई दुर्घटना नहीं है, बल्कि ये एक हत्या है। इसमें एफआईआर दर्ज होनी चाहिए। साथ ही घटना को लेकर मंत्री से लेकर मेयर तक की जवाबदेही तय होनी चाहिए।”
उन्होंने कहा, “देश के कोने-कोने से छात्र कुछ बनने का सपना लेकर दिल्ली आते हैं, लेकिन पानी में डूबने की वजह उनकी जान चली जाती है। मृतक बच्चों के परिवारों को एक करोड़ का मुआवजा देना चाहिए। बड़े-बड़े मंत्री एसी कमरे में बैठकर प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हैं। लेकिन, घटना के 12 घंटे बीत जाने के बाद भी सरकार को कोई भी मंत्री यहां नहीं आया है। उन्हें इस घटना के लिए बच्चों से माफी मांगनी चाहिए।”
स्वाति मालीवाल ने छात्रों की मौत के मामले में जांच की मांग की। उन्होंने कहा कि इस घटना को लेकर सबकी जवाबदेही तय होनी चाहिए और इस बात की भी जांच हो कि कैसे यहां अवैध बेसमेंट में कोचिंग चल रहे हैं।
वहीं, छात्रों की मौत के बाद लोगों में गुस्से का माहौल है। एक छात्रा ने कहा, “इंस्टीट्यूट की लापरवाही के कारण तीन छात्रों की जान चली गई। लेकिन एमसीडी इस घटना को प्राकृतिक आपदा बता रही है। हमारी मांग है कि इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर सामने आकर बयान दें। साथ ही एमसीडी के कर्मचारियों की घटना को लेकर जवाबदेही तय हो और मृतकों के परिवारों को पांच करोड़ का मुआवजा मिले।”
बता दें कि दिल्ली में शनिवार शाम बारिश हुई थी। बारिश के बाद राजेंद्र नगर इलाके में स्थित एक कोचिंग इंस्टीट्यूट के बेसमेंट में पानी भर गया। बेसमेंट में कई छात्र मौजूद थे, जिनमें से कुछ तो बाहर निकल गए। लेकिन, पानी भरने से यूपीएससी की तैयारी करने वाले तीन छात्रों की मौत हो गई। मृतकों में दो छात्राएं भी शामिल हैं।
–आईएएनएस
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नई दिल्ली, 28 जुलाई (आईएएनएस)। दिल्ली के राजेंद्र नगर में स्थित इंस्टीट्यूट के बेसमेंट में जलभराव के बाद तीन छात्रों की डूबने से मौत हो गई। सांसद स्वाति मालीवाल प्रदर्शन कर रहे छात्रों से मिलने पहुंची। उन्होंने इसे दुर्घटना मानने से इनकार किया। बोलीं ये हत्या है। वहीं प्रदर्शन करे रहे छात्रों ने 5-5 करोड़ मुआवजे की डिमांड रखी है।
राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल रविवार को ओल्ड राजेंद्र नगर पहुंची। यहां उन्होंने विरोध-प्रदर्शन कर रहे छात्रों से मुलाकात की। साथ ही उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया।
स्वाति मालीवाल ने छात्रों की मौत को लेकर सरकार पर सवाल उठाए। उन्होंने आईएएनएस से बातचीत में कहा, “तीन छात्रों की मौत कोई दुर्घटना नहीं है, बल्कि ये एक हत्या है। इसमें एफआईआर दर्ज होनी चाहिए। साथ ही घटना को लेकर मंत्री से लेकर मेयर तक की जवाबदेही तय होनी चाहिए।”
उन्होंने कहा, “देश के कोने-कोने से छात्र कुछ बनने का सपना लेकर दिल्ली आते हैं, लेकिन पानी में डूबने की वजह उनकी जान चली जाती है। मृतक बच्चों के परिवारों को एक करोड़ का मुआवजा देना चाहिए। बड़े-बड़े मंत्री एसी कमरे में बैठकर प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हैं। लेकिन, घटना के 12 घंटे बीत जाने के बाद भी सरकार को कोई भी मंत्री यहां नहीं आया है। उन्हें इस घटना के लिए बच्चों से माफी मांगनी चाहिए।”
स्वाति मालीवाल ने छात्रों की मौत के मामले में जांच की मांग की। उन्होंने कहा कि इस घटना को लेकर सबकी जवाबदेही तय होनी चाहिए और इस बात की भी जांच हो कि कैसे यहां अवैध बेसमेंट में कोचिंग चल रहे हैं।
वहीं, छात्रों की मौत के बाद लोगों में गुस्से का माहौल है। एक छात्रा ने कहा, “इंस्टीट्यूट की लापरवाही के कारण तीन छात्रों की जान चली गई। लेकिन एमसीडी इस घटना को प्राकृतिक आपदा बता रही है। हमारी मांग है कि इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर सामने आकर बयान दें। साथ ही एमसीडी के कर्मचारियों की घटना को लेकर जवाबदेही तय हो और मृतकों के परिवारों को पांच करोड़ का मुआवजा मिले।”
बता दें कि दिल्ली में शनिवार शाम बारिश हुई थी। बारिश के बाद राजेंद्र नगर इलाके में स्थित एक कोचिंग इंस्टीट्यूट के बेसमेंट में पानी भर गया। बेसमेंट में कई छात्र मौजूद थे, जिनमें से कुछ तो बाहर निकल गए। लेकिन, पानी भरने से यूपीएससी की तैयारी करने वाले तीन छात्रों की मौत हो गई। मृतकों में दो छात्राएं भी शामिल हैं।
–आईएएनएस
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नई दिल्ली, 28 जुलाई (आईएएनएस)। दिल्ली के राजेंद्र नगर में स्थित इंस्टीट्यूट के बेसमेंट में जलभराव के बाद तीन छात्रों की डूबने से मौत हो गई। सांसद स्वाति मालीवाल प्रदर्शन कर रहे छात्रों से मिलने पहुंची। उन्होंने इसे दुर्घटना मानने से इनकार किया। बोलीं ये हत्या है। वहीं प्रदर्शन करे रहे छात्रों ने 5-5 करोड़ मुआवजे की डिमांड रखी है।
राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल रविवार को ओल्ड राजेंद्र नगर पहुंची। यहां उन्होंने विरोध-प्रदर्शन कर रहे छात्रों से मुलाकात की। साथ ही उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया।
स्वाति मालीवाल ने छात्रों की मौत को लेकर सरकार पर सवाल उठाए। उन्होंने आईएएनएस से बातचीत में कहा, “तीन छात्रों की मौत कोई दुर्घटना नहीं है, बल्कि ये एक हत्या है। इसमें एफआईआर दर्ज होनी चाहिए। साथ ही घटना को लेकर मंत्री से लेकर मेयर तक की जवाबदेही तय होनी चाहिए।”
उन्होंने कहा, “देश के कोने-कोने से छात्र कुछ बनने का सपना लेकर दिल्ली आते हैं, लेकिन पानी में डूबने की वजह उनकी जान चली जाती है। मृतक बच्चों के परिवारों को एक करोड़ का मुआवजा देना चाहिए। बड़े-बड़े मंत्री एसी कमरे में बैठकर प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हैं। लेकिन, घटना के 12 घंटे बीत जाने के बाद भी सरकार को कोई भी मंत्री यहां नहीं आया है। उन्हें इस घटना के लिए बच्चों से माफी मांगनी चाहिए।”
स्वाति मालीवाल ने छात्रों की मौत के मामले में जांच की मांग की। उन्होंने कहा कि इस घटना को लेकर सबकी जवाबदेही तय होनी चाहिए और इस बात की भी जांच हो कि कैसे यहां अवैध बेसमेंट में कोचिंग चल रहे हैं।
वहीं, छात्रों की मौत के बाद लोगों में गुस्से का माहौल है। एक छात्रा ने कहा, “इंस्टीट्यूट की लापरवाही के कारण तीन छात्रों की जान चली गई। लेकिन एमसीडी इस घटना को प्राकृतिक आपदा बता रही है। हमारी मांग है कि इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर सामने आकर बयान दें। साथ ही एमसीडी के कर्मचारियों की घटना को लेकर जवाबदेही तय हो और मृतकों के परिवारों को पांच करोड़ का मुआवजा मिले।”
बता दें कि दिल्ली में शनिवार शाम बारिश हुई थी। बारिश के बाद राजेंद्र नगर इलाके में स्थित एक कोचिंग इंस्टीट्यूट के बेसमेंट में पानी भर गया। बेसमेंट में कई छात्र मौजूद थे, जिनमें से कुछ तो बाहर निकल गए। लेकिन, पानी भरने से यूपीएससी की तैयारी करने वाले तीन छात्रों की मौत हो गई। मृतकों में दो छात्राएं भी शामिल हैं।
–आईएएनएस
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नई दिल्ली, 28 जुलाई (आईएएनएस)। दिल्ली के राजेंद्र नगर में स्थित इंस्टीट्यूट के बेसमेंट में जलभराव के बाद तीन छात्रों की डूबने से मौत हो गई। सांसद स्वाति मालीवाल प्रदर्शन कर रहे छात्रों से मिलने पहुंची। उन्होंने इसे दुर्घटना मानने से इनकार किया। बोलीं ये हत्या है। वहीं प्रदर्शन करे रहे छात्रों ने 5-5 करोड़ मुआवजे की डिमांड रखी है।
राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल रविवार को ओल्ड राजेंद्र नगर पहुंची। यहां उन्होंने विरोध-प्रदर्शन कर रहे छात्रों से मुलाकात की। साथ ही उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया।
स्वाति मालीवाल ने छात्रों की मौत को लेकर सरकार पर सवाल उठाए। उन्होंने आईएएनएस से बातचीत में कहा, “तीन छात्रों की मौत कोई दुर्घटना नहीं है, बल्कि ये एक हत्या है। इसमें एफआईआर दर्ज होनी चाहिए। साथ ही घटना को लेकर मंत्री से लेकर मेयर तक की जवाबदेही तय होनी चाहिए।”
उन्होंने कहा, “देश के कोने-कोने से छात्र कुछ बनने का सपना लेकर दिल्ली आते हैं, लेकिन पानी में डूबने की वजह उनकी जान चली जाती है। मृतक बच्चों के परिवारों को एक करोड़ का मुआवजा देना चाहिए। बड़े-बड़े मंत्री एसी कमरे में बैठकर प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हैं। लेकिन, घटना के 12 घंटे बीत जाने के बाद भी सरकार को कोई भी मंत्री यहां नहीं आया है। उन्हें इस घटना के लिए बच्चों से माफी मांगनी चाहिए।”
स्वाति मालीवाल ने छात्रों की मौत के मामले में जांच की मांग की। उन्होंने कहा कि इस घटना को लेकर सबकी जवाबदेही तय होनी चाहिए और इस बात की भी जांच हो कि कैसे यहां अवैध बेसमेंट में कोचिंग चल रहे हैं।
वहीं, छात्रों की मौत के बाद लोगों में गुस्से का माहौल है। एक छात्रा ने कहा, “इंस्टीट्यूट की लापरवाही के कारण तीन छात्रों की जान चली गई। लेकिन एमसीडी इस घटना को प्राकृतिक आपदा बता रही है। हमारी मांग है कि इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर सामने आकर बयान दें। साथ ही एमसीडी के कर्मचारियों की घटना को लेकर जवाबदेही तय हो और मृतकों के परिवारों को पांच करोड़ का मुआवजा मिले।”
बता दें कि दिल्ली में शनिवार शाम बारिश हुई थी। बारिश के बाद राजेंद्र नगर इलाके में स्थित एक कोचिंग इंस्टीट्यूट के बेसमेंट में पानी भर गया। बेसमेंट में कई छात्र मौजूद थे, जिनमें से कुछ तो बाहर निकल गए। लेकिन, पानी भरने से यूपीएससी की तैयारी करने वाले तीन छात्रों की मौत हो गई। मृतकों में दो छात्राएं भी शामिल हैं।