नई दिल्ली, 16 फरवरी (आईएएनएस)। बैंक ऑफ महाराष्ट्र द्वारा रविवार को ऐलान किया गया कि उसे भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) से गुजरात की गिफ्ट सिटी में इंटरनेशनल फाइनेंशियल सर्विसेज सेंटर (आईएफएससी) बैंकिंग यूनिट स्थापित करने की मंजूरी मिल गई है।
यह शाखा भारत से ऑफशोर बैंकिंग परिचालन के लिए बैंक ऑफ महाराष्ट्र की पहली यूनिट होगी।
बैंक ऑफ महाराष्ट्र के प्रबंध निदेशक एवं सीईओ निधु सक्सेना ने कहा, “यह हमारे बैंक के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है। हम विभिन्न भौगोलिक क्षेत्रों में अपने परिचालन का विस्तार कर रहे हैं। गिफ्ट सिटी में आईबीयू का उद्घाटन बैंक की ग्रोथ स्टोरी में एक और मील का पत्थर होगा।”
उन्होंने आगे कहा कि नई शाखा अंतरराष्ट्रीय बैंकिंग व्यवसाय का विस्तार करने में मदद करेगी और बैंक को अपने ग्राहकों को विशेष बैंकिंग सेवाएं प्रदान करने में भी सक्षम बनाएगी।
बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने बयान में कहा कि गिफ्ट सिटी को इंटरनेशनल फाइनेंशियल हब बनाने का समर्थन करते हुए यह देश की पहली आईएफएससी होगी। इस का उद्देश्य स्थानीय स्तर पर वर्ल्ड क्लास बैंकिंग सर्विसेज उपलब्ध कराना और ऑफशोर फाइनेंशियल हब पर निर्भरता कम करके फाइनेंशियल इकोसिस्टम में क्रांति लाना है।
बैंक ऑफ महाराष्ट्र सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक है। वित्त वर्ष 25 की दिसंबर तिमाही में बैंक की आय 6,325 करोड़ रुपये और मुनाफा 1,412 करोड़ रुपये था।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने केंद्रीय बजट में गिफ्ट के इंटरनेशनल फाइनेंशियल सर्विसेज सेंटर में निवेश, रोजगार और ऑफशोर फंडिंग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कई प्रोत्साहनों की घोषणा की थी।
इससे पहले अगस्त में वित्त मंत्रालय ने वैश्विक मानकों के अनुरूप इंटरनेशनल फाइनेंशियल सर्विसेज सेंटर (आईएफएससी) के भीतर अंतरराष्ट्रीय एक्सचेंजों पर सूचीबद्ध होने की इच्छुक भारतीय कंपनियों के लिए आवश्यकताओं में ढील दी थी। संशोधनों से भारतीय स्टार्ट-अप और टेक्नोलॉजी क्षेत्रों की कंपनियों के लिए वैश्विक पूंजी तक आसान पहुंच आसान हो जाएगी।
–आईएएनएस
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