नई दिल्ली, 8 फरवरी (आईएएनएस)। भारत के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री का मानना है कि रोहित शर्मा की अगुआई वाली टीम को गुरुवार से नागपुर में शुरू होने वाली आगामी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में ऑस्ट्रेलिया पर 4-0 से जीत दर्ज करने की मानसिकता रखनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि श्रृंखला के पहले मैच में गेंद टर्न लेगी।
नागपुर के बाद, भारत और ऑस्ट्रेलिया नई दिल्ली, धर्मशाला और अहमदाबाद में मैचों में आमने-सामने होंगे। भारत बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का मौजूदा धारक है, जिसने 2017, 2018-19 और 2020-21 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पिछली तीन सीरीज जीती हैं, जबकि ऑस्ट्रेलिया ने आखिरी बार 2004 में भारत में टेस्ट सीरीज जीती थी।
उन्होंने कहा, भारत को 4-0 से जीतना चाहिए, हम घर पर खेल रहे हैं। मैं इसकी उम्मीद कर रहा हूं। मैं ऑस्ट्रेलिया के दो दौरों पर गया हूं, मुझे पता है कि क्या हुआ है। मेरी मानसिकता होगी कि अगर मैं कोच हूं तो ऑस्ट्रेलिया को 4-0 से हराने के बारे में सोचूंगा।
आईसीसी रिव्यू शो में शास्त्री ने कहा, मैं चाहता हूं कि ऑस्ट्रेलिया की बुरी हार हो। अगर कोई मुझसे पूछे कि किस तरह की पिच चाहिए? तो मैं कहूंगा यह बिल्कुल फटी हुई होना चाहिए, जिससे स्पिन गेंदबाजों को मदद मिले। यदि आप टॉस हार जाते हैं, तो उम्मीद करें कि मैच के पहले सत्र में गेंद टर्न करें।
शास्त्री ने यह भी कहा कि भारत को अपने गेंदबाजी आक्रमण में विविधता लाने के लिए नागपुर में प्लेइंग इलेवन में बाएं हाथ के कलाई के स्पिनर कुलदीप यादव को शामिल करना चाहिए। मैं कुछ जादू देखना चाहता हूं। मैं कुलदीप यादव की कुछ चीजें देखना चाहता हूं। अगर आप पहले दिन टॉस हार जाते हैं, अगर यह एक अच्छी पिच है जहां यह टर्न नहीं कर रहा है, फिंगर स्पिनर पर्याप्त नहीं मिल रहा है, तो मैं चाहता हूं एक लेग स्पिनर को मौका मिले।
रविंद्र जडेजा के घुटने की चोट से उबरने के बाद पूरी तरह से फिट होने के साथ, शास्त्री ने टिप्पणी की है कि बाएं हाथ के स्पिन ऑलराउंडर अक्षर पटेल के स्थान पर प्लेइंग इलेवन में आएंगे और ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन के साथ एक शानदार जोड़ी बनाएंगे। जिन्हें उन्होंने भारत का तुरुप का पत्ता बताया।
–आईएएनएस
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