दावणगेरे, 29 अक्टूबर (आईएएनएस)। बोगदान बोब्रोव ने फाइनल में शीर्ष वरीय संयुक्त राज्य अमेरिका के निक चैपल को सीधे सेटों में 6-3, 7-6(4) से हराकर रविवार को यहां आईटीएफ दावणगेरे ओपन जीतकर अपने करियर की छठी आईटीएफ खिताबी जीत हासिल की।
एक सप्ताह पहले ऐसी संभावना संदिग्ध लग रही थी और चैपल ने ही उन्हें दावणगेरे में खेलने के लिए राजी किया था।
आईटीएफ धारवाड़ ओपन के बाद बोब्रोव की तबीयत ठीक नहीं थी। उनके नए दोस्त और पिछले तीन हफ्तों में युगल जोड़ीदार, चैपल ने उन्हें आईटीएफ दावणगेरे ओपन के मेजबान शहर दावणगेरे आने के लिए राजी किया।
छह दिन बाद, दूसरी वरीयता प्राप्त बोब्रोव ने अपने युगल साथी को धन्यवाद दिया, क्योंकि उन्होंने दावणगेरे टेनिस एसोसिएशन कोर्ट में एकल खिताब जीतकर 15 एटीपी अंक हासिल करते हुए 2160 अमेरिकी डॉलर का विजेता पुरस्कार हासिल किया। चैपल को उपविजेता के तौर पर 1272 अमेरिकी डॉलर के चेक से संतोष करना पड़ा।
बोब्रोव, जो पिछले सप्ताह सेमीफाइनल में हार गए थे, ने कोर्ट पर ठोस निरंतरता और शक्तिशाली उपस्थिति का प्रदर्शन किया। खेल की गति को नियंत्रित करने, सटीक शॉट लगाने और महत्वपूर्ण क्षणों में मजबूत मानसिक संतुलन बनाए रखने की उनकी क्षमता निर्णायक साबित हुई।
द्वंद्व की शुरुआत बोब्रोव द्वारा पहले ही गेम में अपने प्रतिद्वंद्वी की सर्विस तोड़कर पहल हासिल करने और 2-0 की बढ़त लेने से हुई। दोनों खिलाड़ियों द्वारा अगले छह गेम तक अपनी-अपनी सर्विस बरकरार रखने के बाद बोब्रोव ने एक बार फिर नौवें गेम में ब्रेक हासिल कर पहला सेट 6-3 से जीत लिया।
चैपल की कुछ अप्रत्याशित गलतियों और बोब्रोव के कुछ अच्छे पासिंग शॉट्स की बदौलत बोब्रोव ने दूसरे सेट में 3-1 की बढ़त बना ली।
दोनों खिलाड़ियों ने लंबी रैलियों और स्लाइस के साथ टेनिस के कुछ बेहतरीन प्रदर्शन से समर्थकों का मनोरंजन किया। दोनों खिलाड़ियों के अपनी-अपनी सर्विस बरकरार रखने के कारण सेट टाई-ब्रेकर में चला गया, जहां बोब्राव ने 7-4 से जीत हासिल की।
–आईएएनएस
आरआर