लंदन, 26 दिसंबर (आईएएनएस)। ब्रिटेन के 17 वर्षीय एंगस बेन की लेजर ब्रेन सर्जरी सफलतापूर्वक हुई। 4 साल की उम्र से बेन को सप्ताह में कम से कम एक बार मिर्गी के दौरे पड़ते थे।
अक्टूबर में, एडिनबर्ग में रॉयल हॉस्पिटल फॉर चिल्ड्रेन एंड यंग पीपल के डॉक्टरों ने मस्तिष्क के उस टिश्यू को हटा दिया जो पिछले 13 सालों से दौरे का कारण बन रहा था। 10 सप्ताह बाद, बेन को एक बार भी मिर्गी का दौरा नहीं पड़ा।
बीबीसी स्कॉटलैंड न्यूज को बेन के हवाले से कहा गया, “मुझे पहले दौरे पड़ते रहते थे, लेकिन ये पहली बार है कि इतने लंबे समय तक मुझे दौरा नहीं पड़ा, यह एक अद्भुत राहत है। मैं बहुत खुश हूं।”
“इस सर्जरी को कराने में सक्षम होना अद्भुत है। मुझे लगता है कि यह मुझे उन चीजों को करने में सक्षम करेगा, जो मैं नहीं कर पाया हूं।”
यह एक नया प्रकार का लेजर टेक्नोलॉजी है, जिसे एमआरआई-गाइडेड लेजर इंटरस्टिशियल थर्मल थेरेपी (एलआईटीटी) कहते हैं। इसमें बिना किसी विशेष हानि के ब्रेन के सेंटर तक पहुंचा जा सकता है।
एसडब्ल्यूएनएस ने बताया कि सर्जरी में सिर्फ दो घंटे लगते हैं।
अस्पताल में सलाहकार न्यूरोसर्जन जोथी कंडासामी के हवाले से कहा गया, “लेजर सर्जरी कुछ मरीजों के लिए एक शानदार डेवलपमेंट है और मिर्गी से पीड़ित कुछ लोगों को सामान्य जीवन जीने का वास्तविक मौका देगी।”
कंडासामी ने बीबीसी को बताया, “कुछ मरीजों के लिए, इनवेसिव न्यूरोसर्जरी को अत्याधुनिक लेजर थेरेपी से बदलकर, हम न केवल इन मरीजों के जोखिम को कम करते हैं, बल्कि उनके ठीक होने के समय को भी काफी कम कर देते हैं।”
यह सर्जरी न केवल बेन के लिए, बल्कि पूरे परिवार के लिए जीवन बदलने वाली है।
उनकी मां निकी बेन ने कहा, “बेन को चार साल की आयु से मिर्गी का दौरा पड़ता था। वह बहुत ज्यादा दवाएं ले रहा था, ब्रेन स्टिमुलेशन, बहुत सारे टेस्ट और स्कैन।”
निकी ने कहा कि अब उनके बेटे का भविष्य बहुत उज्ज्वल दिख रहा है, और हम उसके लिए अविश्वसनीय रूप से गर्व और उत्साहित हैं”।
हालांकि, रिपोर्ट में कहा गया है कि उसे जो तेज दवा दी जा रही है उससे छुटकारा पाने में एक साल और लग सकता है ताकि उसका मस्तिष्क सर्जरी के बाद ठीक हो सके।
–आईएएनएस
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