लंदन, 24 मई (आईएएनएस)। ब्रिटिश सरकार ने मंगलवार को एक ऐसा कदम उठाया है, जो भारतीयों को प्रभावित कर सकता है। छात्र वीजा मार्ग में नए बदलाव हालांकि पीएचडी जैसे स्नातकोत्तर के बाद अनुसंधान करने वाले अंतर्राष्ट्रीय छात्रों पर लागू नहीं होंगे। गृह कार्यालय के अनुसार, नए नियम अगले साल जनवरी से प्रभावी होंगे।
प्रतिबंध लोगों को यूके में काम करने के लिए एक पिछले दरवाजे के रूप में छात्र वीजा का उपयोग करने से भी प्रतिबंधित करेगा, इस प्रकार छात्रों को यूके में लाए जाने वाले आर्थिक लाभों की रक्षा करते हुए शुद्ध प्रवासन में कटौती होगी।
गृह सचिव सुएला ब्रेवरमैन ने कहा, हमने वीजा के साथ देश में आने वाले छात्रों के आश्रितों की संख्या में अभूतपूर्व वृद्धि देखी है। यह समय है कि हम इस मार्ग को मजबूत करें, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि हम प्रवासन संख्या में कटौती कर सकें।
उन्होंने कहा, सबसे अधिक योगदान देने वाले छात्रों को यहां आने की अनुमति देकर अर्थव्यवस्था का समर्थन करते हुए हमें अपनी सार्वजनिक सेवाओं की बेहतर सुरक्षा करने की अनुमति देने के लिए यह उचित काम है।
यह कदम राष्ट्रीय सांख्यिकी डेटा के एक कार्यालय के बाद आया है, इस सप्ताह के अंत में बाहर होने के कारण, यह दिखाने की उम्मीद है कि जून 2021 से जून 2022 तक शुद्ध प्रवासन 500,000 से अधिक था।
पिछले साल लगभग आधा मिलियन छात्र वीजा जारी किए गए थे, जबकि विदेशी छात्रों के आश्रितों की संख्या 2019 के बाद से 750 प्रतिशत बढ़कर 136,000 हो गई है।
होम ऑफिस के अनुमान के अनुसार, अंतर्राष्ट्रीय छात्रों के आश्रितों को दिए जाने वाले वीजा की संख्या में आठ गुना वृद्धि हुई है, जो 2019 में 16,000 से बढ़कर 136,000 हो गई है।
इसके अलावा, वीजा प्रणाली के दुरुपयोग को रोकने के लिए विदेशी छात्रों को उनकी पढ़ाई पूरी होने तक छात्र वीजा मार्ग से कार्य मार्गो में जाने से रोक दिया जाएगा।
–आईएएनएस
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