नई दिल्ली, 1 फरवरी (आईएएनएस)। मत्स्य पालन क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि भारत में पांच एकीकृत एक्वा पार्क स्थापित किए जाएंगे।
गुरुवार को संसद में अंतरिम बजट पेश करते हुए, मंत्री ने कहा, “यह हमारी सरकार थी, जिसने मछुआरों की सहायता के महत्व को समझते हुए मत्स्य पालन के लिए एक अलग विभाग की स्थापना की। इसके परिणामस्वरूप अंतर्देशीय और जलीय कृषि उत्पादन दोगुना हो गया है।”
मंत्री ने इस बात पर प्रकाश डाला कि 2013-14 के बाद से समुद्री खाद्य निर्यात भी दोगुना हो गया है।
सीतारमण ने घोषणा की कि जलीय कृषि उत्पादकता को मौजूदा तीन से पांच टन प्रति हेक्टेयर तक बढ़ाने के लिए प्रधान मंत्री मत्स्य सम्पदा योजना (पीएमएमएसवाई) के कार्यान्वयन को बढ़ाया जाएगा; निर्यात को दोगुना कर 1 लाख करोड़ रुपये किया जाएगा और निकट भविष्य में 55 लाख रोजगार के अवसर पैदा किए जाएंगे।
मंत्री ने ब्लू इकोनॉमी 2.0 पर जोर दिया और घोषणा की कि जलवायु-लचीली गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए बहाली और अनुकूलन उपायों और एकीकृत और बहु-क्षेत्रीय दृष्टिकोण के साथ तटीय जलीय कृषि और समुद्री कृषि के लिए एक योजना शुरू की जाएगी।
सीतारमण ने यह भी घोषणा की कि डेयरी किसानों को समर्थन देने के लिए एक व्यापक कार्यक्रम तैयार किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि खुरपका और मुंहपका रोग को नियंत्रित करने के प्रयास पहले से ही जारी हैं। सीतारमण ने कहा, “भारत दुनिया का सबसे बड़ा दूध उत्पादक है लेकिन दुधारू पशुओं की उत्पादकता कम है।”
उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम राष्ट्रीय गोकुल मिशन, राष्ट्रीय पशुधन मिशन और डेयरी प्रसंस्करण और पशुपालन के लिए बुनियादी ढांचा विकास निधि जैसी मौजूदा योजनाओं की सफलता पर बनाया जाएगा।
–आईएएनएस
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