कोलकाता, 28 दिसंबर (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग (डब्ल्यूबीएसएससी) द्वारा प्रकाशित 952 ऑप्टिकल मार्क रिकग्निशन (ओएमआर) शीट की सूची में मुर्शिदाबाद जिले के तृणमूल कांग्रेस विधायक के भतीजे और भतीजी के नाम सामने आने के बाद पश्चिम बंगाल में नया राजनीतिक घमासान शुरू हो गया है, कथित रूप से अयोग्य उम्मीदवारों को राज्य द्वारा संचालित स्कूलों में शिक्षकों के रूप में समायोजित करने के लिए ओएमआर सीट के साथ छेड़छाड़ की गई।
मामले को उजागर करने वाले भाजपा के मुर्शिदाबाद जिला महासचिव लाल्टू दास ने कहा कि सूची में मोहम्मद रकीबुल हसन और नौसिन अख्तर के नाम शामिल हैं, जो वर्तमान में स्कूलों में माध्यमिक वर्गो के लिए भूगोल शिक्षक के रूप में कार्यरत हैं। उन्होंने कहा, रकीबुल मुर्शिदाबाद जिले के लालगोला विधानसभा क्षेत्र से तृणमूल कांग्रेस विधायक मोहम्मद अली का भतीजा है और नौसीन भतीजी है।
हालांकि, तृणमूल विधायक ने संबंधित दो नामों के साथ किसी भी तरह के संबंध से इनकार किया है। उन्होंने कहा, मेरा कोई संबंध नहीं है और जहां तक मुझे पता है, मेरा कोई भी भतीजा और भतीजी स्कूल शिक्षक के रूप में काम नहीं कर रहे हैं। डब्ल्यूबीएसएससी की वेबसाइट के अनुसार रकीबुल और नौसिन दोनों ने 53 अंक हासिल किए।
26 दिसंबर को उत्तर 24 परगना जिले के बारासात में तृणमूल कांग्रेस द्वारा संचालित पंचायत समिति के निर्वाचित कार्यकारी अधिकारी मोहम्मद ईशा सरदार के बेटे नजीमुल्ला का नाम भी छेड़छाड़ की गई ओएमआर शीट की सूची में सामने आया था। उससे पहले 24 दिसंबर को दक्षिण 24 परगना जिले के राजपुर-सोनारपुर नगरपालिका के वार्ड नंबर 18 से तृणमूल पार्षद कुहेली घोष का नाम सामने आया था, जो इस समय दक्षिण 24 परगना जिले के एक सरकारी स्कूल में इतिहास के माध्यमिक शिक्षक के रूप में कार्यरत हैं।
इस बीच विभिन्न राज्य संचालित स्कूलों में 1,698 गैर-शिक्षण कर्मचारियों की एक और सूची, जिन्हें केंद्रीय जांच ब्यूरो और डब्ल्यूबीएसएससी ने पाया कि इन्होंने अवैध रूप से नौकरी पाई, जैसा कि आयोग द्वारा हाल ही में प्रकाशित किया गया, ने खुलासा किया है कि अवैध भर्तियों की अधिकतम संख्या में पूर्वी मिदनापुर जिले में 360, उसके बाद पश्चिम मिदनापुर में 298 और पूर्वी बर्दवान में 123 थे।
–आईएएनएस
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