सतना, देशबन्धु। कलेक्ट्रेट भवन के ठीक पीछे करोड़ो रूपये की लागत से बनाया गया जिला पंचायत कार्यालय। यहां से पूरे जिले भर में विकास करने का दंभ भरा जा रहा है लेकिन परिसर के अंदर लगे फब्बारे सहित मेंटिनेंश की तरफ ध्यान तक नहीं है। बताया गया है कि वर्ष 2020 से इस नवीन कार्यालय के अंदर बीच परिसर में गार्डेन के साथ लाखो रूपये खर्च कर गोलाईदार सुंदर फब्वारा बनाया गया।
चमकदार टाइल्स के साथ स्तंभ आकार का बनाया गया यह फब्वारा शुरूआती दो साल तक जल विहार के साथ आकर्षण का केन्द्र रहा और यहां आने जाने वाले अधिकारी-कर्मचारियों सहित जनप्रतिनिधियों को भी अच्छा लगा। लेकिन यहां के जिम्मेदार अधिकारियों के देखरेख के अभाव में यह फब्वारा चलना बंद हो गया।
हालात ये हो गए कि यह फब्वारा दो साल से बंद होने के साथ कबाड़ माफिक पड़ा है। जबकि यहीं जिले भर के विकास कार्य होते है और करोड़ो रूपये खर्च किए जाते हैं। तो सवाल यह है कि दो-चार हजार रूपये खर्च कर इस सुंदर फब्वारे को चालू नहीं किया जा सकता है।
मोटर के पुर्जे- पुर्जे अलग
इस सुंदर फब्वारे में लगी पानी की मोटर अस्त-व्यस्त पड़ी है और पुर्जे-पुर्जे अलग हैं। इतना ही नहीं इसके अंदर जमें पानी की काई का कचरा भी जमा है और कबाड़ भी पड़े हैं। जिन्हे निकालने को जिम्मेदारों को सुध नहीं है तो भला बनवाने मरम्मत कराने का ख्याल कहां होगा।
गोलाईदार लगी स्टील की रेलिंग भी टूटी है जो बंद पड़े फब्वारे की अनदेखी साफ तौर पर बयां कर रही है कि एक टूटी हुई रेलिंग तक नहीं बनवा रहे हैं तो पूरे फब्वारे को कैसे बनवा सकते है। जबकि इस टूटी स्टील रेलिंग को बनवाने में सौ से दो सौ रूपये मात्र का ही खर्चा है।
फब्वारा दो साल से लगभग बंद पड़ा है। इसके देखरेख का काम स्टोर प्रभारी का है। सहायक परियोजना अधिकारी सीपी तिवारी स्टोर का काम देखते हैं।
अवधेश सिंह,जिला पंचायत सतना