लखनऊ, 1 अगस्त (आईएएनएस)। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने कहा कि सपा के बौद्ध मठ को तोड़कर बद्रीनाथ मंदिर बनाने संबंधी बयान के बाद भाजपा का ज्ञानवापी प्रकरण पर बयान आया है। कोर्ट में लंबित ज्ञानवापी प्रकरण को लेकर विवाद को बढ़ाने वाला यह बयान कहीं इन दोनों पार्टियों की सोची-समझी राजनीतिक साजिश का परिणाम तो नहीं। यह गंभीर व चिंतनीय है।
बसपा की मुखिया मायावती ने मंगलवार को ट्वीट के माध्यम से लिखा कि सपा द्वारा बौद्ध मठ को तोड़कर बद्रीनाथ मंदिर बनाने संबंधी बयान के बाद अब भाजपा द्वारा कोर्ट में लंबित ज्ञानवापी प्रकरण को लेकर विवाद को बढ़ाने वाला बयान कहीं इन दोनों पार्टियों की सोची-समझी राजनीतिक साजिश का परिणाम तो नहीं? यह गंभीर व अति-चिंतनीय।
उन्होंने आगे कहा कि जबकि ज्ञानवापी मामले में एएसआई से सर्वे कराने के विवाद को लेकर मामला माननीय सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर हाई कोर्ट में अभी लंबित है, तब उस विवाद के संबंध में कोई भी टीका-टिप्पणी करना अनावश्यक ही नहीं बल्कि अनुचित है। कोर्ट के फैसले का सम्मान एवं इंतजार करना जरूरी है।
-आईएएनएस
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