चेन्नई, 30 मार्च (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यह सुनिश्चित करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं कि उनकी पार्टी भाजपा तमिलनाडु में ज्यादा से ज्यादा लोकसभा सीटें जीते।
दक्षिणी हृदयभूमि की नियमित यात्राओं और तमिल सांस्कृतिक प्रतीकों को उजागर करने से लेकर एक प्रमुख क्षेत्रीय चैनल को साक्षात्कार देने तक प्रधानमंत्री राज्य में भाजपा को मजबूत करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।
अयोध्या मंदिर में रामलला की मूर्ति की प्रतिष्ठा से ठीक पहले पीएम मोदी तमिलनाडु के मंदिर शहरों – रामेश्वरम और तिरुचि गए थे।
उन्होंने सार्वजनिक रूप से द्रमुक पर निशाना साधा है और वंशवाद की राजनीति के लिए सत्तारूढ़ दल की आलोचना की है। यहां तक कि उन्होंने द्रमुक को ‘5जी पार्टी’ भी करार दिया – जो करुणानिधि परिवार की पांचवीं पीढ़ी के प्रभुत्व का व्यंग्यात्मक संदर्भ था।
प्रधानमंत्री ने हाल ही में नशीले पदार्थों की एक बड़ी खेप की जब्ती को लेकर द्रमुक पर भी निशाना साधा और कहा कि तमिलनाडु “ड्रग्स का केंद्र बनता जा रहा है”।
सीधे संवाद के अलावा, वह नमो ऐप के जरिए जमीनी स्तर के पार्टी कार्यकर्ताओं तक भी पहुंचे और कुछ घंटों तक उनके साथ बातचीत की।
भाजपा का लक्ष्य तमिलनाडु में कम से कम चार सीटें – कोयंबटूर, तिरुनेलवेली, कन्याकुमारी और मदुरै – जीतने का है।
पार्टी राज्य में कुछ और सीटें जीतने का भी लक्ष्य बना रही है और विरुधनगर और नीलगिरि पर ध्यान केंद्रित किया है, और उम्मीद कर रही है कि उसकी सहयोगी पीएमके एनडीए के लिए धर्मपुरी सीट जीतेगी।
एक लोकप्रिय तमिल चैनल के साथ प्रधानमंत्री मोदी की बातचीत रविवार शाम को प्रसारित की जाएगी और राजनीतिक पर्यवेक्षक इसे दक्षिणी राज्य में बड़े दर्शकों तक सीधे अपना संदेश पहुंचाने के कदम के रूप में देख रहे हैं।
चेन्नई स्थित थिंक-टैंक सेंटर फॉर पॉलिसी एंड डेवलपमेंट स्टडीज के निदेशक सी. राजीव ने आईएएनएस से कहा, “प्रधानमंत्री मोदी तमिलनाडु पर विशेष ध्यान दे रहे हैं और हाल के महीनों में छह बार राज्य का दौरा कर चुके हैं। वह न केवल यहां का दौरा कर रहे हैं, बल्कि राज्य के सांस्कृतिक और धार्मिक प्रतीकों को भी उजागर कर रहे हैं और यहां तक कि पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ सीधे बातचीत भी कर रहे हैं।”
–आईएएनएस
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