नई दिल्ली, 8 मार्च (आईएएनएस)। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को न्यूज एजेंसी आईएएनएस के साथ एक विशेष बातचीत में कई अहम मुद्दों पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने दिल्ली सरकार की ‘महिला समृद्धि योजना’ पर अपनी राय रखी। इसके अलावा, उन्होंने विपक्ष के उन नेताओं पर भी टिप्पणी की, जो महाकुंभ मेले में शामिल नहीं हुए। ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ के प्रस्ताव पर भी रक्षा मंत्री ने अपनी राय रखी।
रक्षा मंत्री ने दिल्ली सरकार की महिला समृद्धि योजना के बारे में कहा, “मैं दिल्ली सरकार का धन्यवाद करना चाहता हूं और यह सराहना भी करता हूं कि सरकार ने जो भी चुनावों से पहले वादे किए थे, उन्हें पूरा किया है। मुझे विश्वास है कि किसी भी राजनीतिक पार्टी को वही करना चाहिए, जो वह कहती है। कहने और करने के बीच कोई अंतर नहीं होना चाहिए, क्योंकि इससे विश्वास का संकट उत्पन्न होता है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) एकमात्र ऐसी पार्टी है, जिसने भारतीय राजनीति में विश्वास के संकट को एक चुनौती के रूप में स्वीकार किया है। चाहे हमारी सरकार कहीं हो, कोई भी राज्य हो या केंद्र सरकार, हम जो कहते हैं, वही करते हैं। यह हमारी प्रतिबद्धता है और हमारी दिल्ली सरकार भी उसी प्रतिबद्धता को पूरा कर रही है।”
रक्षा मंत्री ने यूपी के प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ मेले में विपक्षी नेताओं द्वारा शामिल न होने पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा, “ईश्वर उन्हें सद्बुद्धि दे। मेरा मानना है कि सभी को भारत की प्राचीन परंपराओं और संस्कृति पर विश्वास रखना चाहिए।”
बांग्लादेश के साथ भारत के संबंधों पर टिप्पणी करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा, “भारत हमेशा अपने पड़ोसियों के साथ अच्छे संबंध बनाए रखना चाहता है और बांग्लादेश भी हमारा पड़ोसी देश है। हम हमेशा अपने पड़ोसियों के साथ अच्छे संबंध बनाए रखने का प्रयास करते हैं, क्योंकि हमारे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी ने कहा था कि हम दोस्त बदल सकते हैं, लेकिन पड़ोसी नहीं बदल सकते। इसलिए हम अपने पड़ोसी बांग्लादेश के साथ अच्छे संबंध बनाए रखना चाहेंगे।”
वहीं, ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ के विषय पर रक्षा मंत्री ने कहा, “यह बहुत महत्वपूर्ण है और यह काम पहले ही हो जाना चाहिए था। मैं मानता हूं कि इसमें काफी देरी हुई है, लेकिन इसके लिए हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वास्तव में सराहना के पात्र हैं। उन्होंने यह निर्णय लिया कि इस बिल को लाना चाहिए और ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ की प्रक्रिया को भारत में शुरू किया जाना चाहिए।”
राजनाथ सिंह ने बताया कि इससे सरकार के टैक्स में भारी बचत होगी और लाखों करोड़ रुपए की भी बचत होगी। उन्होंने कहा, “हमारे चुनावों में बहुत समय बर्बाद होता है, कभी पंचायत चुनाव होते हैं, कभी शहरी निकाय, नगरपालिका चुनाव, कभी विधायक चुनाव, कभी सांसद चुनाव, कभी जिला बोर्ड चुनाव होते हैं, तो तय समय में यह निर्धारित किया जाएगा कि लोकसभा और विधानसभा चुनाव साथ-साथ होने चाहिए। अगर हमारे स्थानीय निकाय चुनाव एक साथ होते हैं, तो इससे बहुत पैसा और समय दोनों की बचत होगी।”
–आईएएनएस
पीएसके/एबीएम