लखनऊ, 11 अक्टूबर (आईएएनएस)। समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने शुक्रवार को लखनऊ स्थित सपा कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने लखनऊ स्थित अपने आवास के बाहर जेपी नारायण की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि देने की बात कही। उन्होंने कहा कि जयप्रकाश नारायण की जयंती पर हम जेपीएनआईसी संग्रहालय में जाकर उनकी जयंती मनाते हैं, लेकिन पता नहीं आज सरकार हमें क्यों रोक रही है, माल्यार्पण नहीं करने दे रही है। जब हमें रोका गया तो हमारे सपा कार्यकर्ता रात से ही प्रदर्शन करने के लिए तैयार थे, लेकिन हमने नवरात्रि को लेकर कोई हंगामा नहीं किया।
उन्होंने कहा कि हमारे कार्यकर्ता पहले ही सड़कों पर उतर चुके हैं। हम इस संघर्ष को इसी तरह जारी रखेंगे। म्यूजियम समाजवादियों ने बनवाया था। जहां पर जयप्रकाश नारायण जी की मूर्ति है। हर साल हम उनकी मूर्ति पर माल्यार्पण करने जाते थे। जब उद्घाटन हुआ तो उस समय समाजवादी सरकार थी। उस दिन कई समाजवादी नेता आए थे और म्यूजियम का उद्घाटन हुआ। जेपीएनआईसी एक ऐसी बिल्डिंग है जो विश्व स्तरीय संरचना है। जिसके अंदर आज के समय की आधुनिक चीजें हैं। हमने लखनऊ में एक ऐसा म्यूजियम बनवाया है जो भारत के कई म्यूजियम से बड़ा है। जिसका उद्घाटन नेताजी ने किया था। जेपीएनआईसी वो बिल्डिंग है जो सबसे ऊंची बिल्डिंग है। सबसे ऊंची बिल्डिंग होने के साथ-साथ इसमें देश का सबसे बड़ा कॉन्फ्रेंस हॉल भी है।
उन्होंने कहा कि जेपीएनआईसी में 1200 वाहनों की पार्किंग है। 200 कमरे हैं। इसके अंदर कई खेल उपकरण हैं। विश्व स्तरीय ऑल वेदर ओलंपिक साइज स्विमिंग पूल है। इसके साथ ही इसकी सबसे ऊंची मंजिल पर हेलीपैड है। भारतीय जनता पार्टी को कोई ऐसी इमारत नहीं मिली जिसमें हेलीपैड हो। समाजवादी पार्टी ने लखनऊ में दो ऐसी इमारतें बनवाईं जिनमें हेलीपैड हैं। इमरजेंसी या किसी अन्य घटना के समय वहां हेलीकॉप्टर उतर सकता है।
भाजपा सरकार पर तंज कसते हुए सपा प्रमुख ने कहा कि भाजपा सरकार विनाशकारी है। इनके चेहरे के भाव विनाशकारी है। किसी बड़े जानकार ने बताया है कि भाजपा नेताओं का अगर हाथ देखोगे तो उसमें विनाशकारी रेखाएं दिखेंगी। इनसे लोकतंत्र की उम्मीद नहीं कर सकते हैं। ये लोग लोकतंत्र को खत्म करने वाले में से हैं। ये लोग संविधान को नहीं मानने वाले में से हैं।
जेपीएनआईसी बिल्डिंग को लेकर उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के लोगों को वहां बिच्छू दिखते हैं। अगर उन्हें बिच्छुओं की इतनी ही चिंता थी तो उन्होंने इसे साफ क्यों नहीं करवाया? उन्होंने इस म्यूजियम का रखरखाव क्यों नहीं किया? उन्होंने इस बिल्डिंग को पूरा क्यों नहीं करवाया? लेकिन उन्हें अपने लोगों को फायदा पहुंचाना था। इसके लिए 70 करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं। समय-समय पर हम अखबार में पढ़ते हैं कि यह बिल्डिंग पूरी हो जाएगी। सरकार ने कुछ जनहित याचिका में हलफनामा भी दिया है। सुनने में आ रहा है कि वे इस बिल्डिंग को पूरा करना चाहते हैं। लेकिन दूसरी तरफ यह भी सुनने में आ रहा है कि ये लोग इस बिल्डिंग को बेचना चाहते हैं। जिस तरह से उन्होंने लखनऊ की कई बड़ी चीजों को बेचा है। प्लासी मॉल समाजवादी सरकार ने बनाया था। यह सरकार का शॉपिंग कॉम्प्लेक्स था। भाजपा सरकार बनते ही उन्होंने इसे बेच दिया।
–आईएएनएस
आरके/एएस