नई दिल्ली, 15 अप्रैल (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल में चुनावी हिंसा की आशंका को लेकर भाजपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग से मुलाकात की।
प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग से कहा कि पश्चिम बंगाल में ऐसा वातावरण तैयार किया जाना चाहिए, जहां करोड़ मतदाता भय मुक्त, स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से वोट डाल सकें।
भाजपा महासचिव तरुण चुघ के मुताबिक उन्होंने इस संबंध में चुनाव आयोग को एक लिखित शिकायत दी है। शिकायत में कहा गया है कि पश्चिम बंगाल के मतदाताओं को यह विश्वास होना चाहिए कि वहां मई 2022 की पुनरावृति नहीं होगी। आपराधिक घटनाएं नहीं होगी।
भाजपा ने अपनी शिकायत में कहा है कि पश्चिम बंगाल में टीएमसी पार्टी के कार्यकर्ता वोटर को धमकाने का काम कर रहे हैं। टीएमसी नेता ममता बनर्जी मुख्यमंत्री होने के नाते नागरिकों की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार हैं, लेकिन, वह स्वयं ‘खेला होबे’ की संस्कृति की धमकियां खुलेआम दे रही हैं।
भाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि वे चुनाव आयोग के पास अपील लेकर गए थे कि पश्चिम बंगाल में वोटर्स की रक्षा, सुरक्षा और स्वतंत्रता सुनिश्चित की जाए।
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने कहा कि हमारे शिष्टमंडल ने ये सारी चिंताएं चुनाव आयोग के सामने रखी है। चुनाव आयोग ने इनकी जांच और कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।
–आईएएनएस
जीसीबी/एबीएम
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नई दिल्ली, 15 अप्रैल (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल में चुनावी हिंसा की आशंका को लेकर भाजपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग से मुलाकात की।
प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग से कहा कि पश्चिम बंगाल में ऐसा वातावरण तैयार किया जाना चाहिए, जहां करोड़ मतदाता भय मुक्त, स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से वोट डाल सकें।
भाजपा महासचिव तरुण चुघ के मुताबिक उन्होंने इस संबंध में चुनाव आयोग को एक लिखित शिकायत दी है। शिकायत में कहा गया है कि पश्चिम बंगाल के मतदाताओं को यह विश्वास होना चाहिए कि वहां मई 2022 की पुनरावृति नहीं होगी। आपराधिक घटनाएं नहीं होगी।
भाजपा ने अपनी शिकायत में कहा है कि पश्चिम बंगाल में टीएमसी पार्टी के कार्यकर्ता वोटर को धमकाने का काम कर रहे हैं। टीएमसी नेता ममता बनर्जी मुख्यमंत्री होने के नाते नागरिकों की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार हैं, लेकिन, वह स्वयं ‘खेला होबे’ की संस्कृति की धमकियां खुलेआम दे रही हैं।
भाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि वे चुनाव आयोग के पास अपील लेकर गए थे कि पश्चिम बंगाल में वोटर्स की रक्षा, सुरक्षा और स्वतंत्रता सुनिश्चित की जाए।
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने कहा कि हमारे शिष्टमंडल ने ये सारी चिंताएं चुनाव आयोग के सामने रखी है। चुनाव आयोग ने इनकी जांच और कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।
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भाजपा महासचिव तरुण चुघ के मुताबिक उन्होंने इस संबंध में चुनाव आयोग को एक लिखित शिकायत दी है। शिकायत में कहा गया है कि पश्चिम बंगाल के मतदाताओं को यह विश्वास होना चाहिए कि वहां मई 2022 की पुनरावृति नहीं होगी। आपराधिक घटनाएं नहीं होगी।
भाजपा ने अपनी शिकायत में कहा है कि पश्चिम बंगाल में टीएमसी पार्टी के कार्यकर्ता वोटर को धमकाने का काम कर रहे हैं। टीएमसी नेता ममता बनर्जी मुख्यमंत्री होने के नाते नागरिकों की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार हैं, लेकिन, वह स्वयं ‘खेला होबे’ की संस्कृति की धमकियां खुलेआम दे रही हैं।
भाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि वे चुनाव आयोग के पास अपील लेकर गए थे कि पश्चिम बंगाल में वोटर्स की रक्षा, सुरक्षा और स्वतंत्रता सुनिश्चित की जाए।
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने कहा कि हमारे शिष्टमंडल ने ये सारी चिंताएं चुनाव आयोग के सामने रखी है। चुनाव आयोग ने इनकी जांच और कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।
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भाजपा महासचिव तरुण चुघ के मुताबिक उन्होंने इस संबंध में चुनाव आयोग को एक लिखित शिकायत दी है। शिकायत में कहा गया है कि पश्चिम बंगाल के मतदाताओं को यह विश्वास होना चाहिए कि वहां मई 2022 की पुनरावृति नहीं होगी। आपराधिक घटनाएं नहीं होगी।
भाजपा ने अपनी शिकायत में कहा है कि पश्चिम बंगाल में टीएमसी पार्टी के कार्यकर्ता वोटर को धमकाने का काम कर रहे हैं। टीएमसी नेता ममता बनर्जी मुख्यमंत्री होने के नाते नागरिकों की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार हैं, लेकिन, वह स्वयं ‘खेला होबे’ की संस्कृति की धमकियां खुलेआम दे रही हैं।
भाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि वे चुनाव आयोग के पास अपील लेकर गए थे कि पश्चिम बंगाल में वोटर्स की रक्षा, सुरक्षा और स्वतंत्रता सुनिश्चित की जाए।
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने कहा कि हमारे शिष्टमंडल ने ये सारी चिंताएं चुनाव आयोग के सामने रखी है। चुनाव आयोग ने इनकी जांच और कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।
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भाजपा ने अपनी शिकायत में कहा है कि पश्चिम बंगाल में टीएमसी पार्टी के कार्यकर्ता वोटर को धमकाने का काम कर रहे हैं। टीएमसी नेता ममता बनर्जी मुख्यमंत्री होने के नाते नागरिकों की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार हैं, लेकिन, वह स्वयं ‘खेला होबे’ की संस्कृति की धमकियां खुलेआम दे रही हैं।
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भाजपा महासचिव तरुण चुघ के मुताबिक उन्होंने इस संबंध में चुनाव आयोग को एक लिखित शिकायत दी है। शिकायत में कहा गया है कि पश्चिम बंगाल के मतदाताओं को यह विश्वास होना चाहिए कि वहां मई 2022 की पुनरावृति नहीं होगी। आपराधिक घटनाएं नहीं होगी।
भाजपा ने अपनी शिकायत में कहा है कि पश्चिम बंगाल में टीएमसी पार्टी के कार्यकर्ता वोटर को धमकाने का काम कर रहे हैं। टीएमसी नेता ममता बनर्जी मुख्यमंत्री होने के नाते नागरिकों की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार हैं, लेकिन, वह स्वयं ‘खेला होबे’ की संस्कृति की धमकियां खुलेआम दे रही हैं।
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भाजपा महासचिव तरुण चुघ के मुताबिक उन्होंने इस संबंध में चुनाव आयोग को एक लिखित शिकायत दी है। शिकायत में कहा गया है कि पश्चिम बंगाल के मतदाताओं को यह विश्वास होना चाहिए कि वहां मई 2022 की पुनरावृति नहीं होगी। आपराधिक घटनाएं नहीं होगी।
भाजपा ने अपनी शिकायत में कहा है कि पश्चिम बंगाल में टीएमसी पार्टी के कार्यकर्ता वोटर को धमकाने का काम कर रहे हैं। टीएमसी नेता ममता बनर्जी मुख्यमंत्री होने के नाते नागरिकों की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार हैं, लेकिन, वह स्वयं ‘खेला होबे’ की संस्कृति की धमकियां खुलेआम दे रही हैं।
भाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि वे चुनाव आयोग के पास अपील लेकर गए थे कि पश्चिम बंगाल में वोटर्स की रक्षा, सुरक्षा और स्वतंत्रता सुनिश्चित की जाए।
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भाजपा महासचिव तरुण चुघ के मुताबिक उन्होंने इस संबंध में चुनाव आयोग को एक लिखित शिकायत दी है। शिकायत में कहा गया है कि पश्चिम बंगाल के मतदाताओं को यह विश्वास होना चाहिए कि वहां मई 2022 की पुनरावृति नहीं होगी। आपराधिक घटनाएं नहीं होगी।
भाजपा ने अपनी शिकायत में कहा है कि पश्चिम बंगाल में टीएमसी पार्टी के कार्यकर्ता वोटर को धमकाने का काम कर रहे हैं। टीएमसी नेता ममता बनर्जी मुख्यमंत्री होने के नाते नागरिकों की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार हैं, लेकिन, वह स्वयं ‘खेला होबे’ की संस्कृति की धमकियां खुलेआम दे रही हैं।
भाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि वे चुनाव आयोग के पास अपील लेकर गए थे कि पश्चिम बंगाल में वोटर्स की रक्षा, सुरक्षा और स्वतंत्रता सुनिश्चित की जाए।
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भाजपा ने अपनी शिकायत में कहा है कि पश्चिम बंगाल में टीएमसी पार्टी के कार्यकर्ता वोटर को धमकाने का काम कर रहे हैं। टीएमसी नेता ममता बनर्जी मुख्यमंत्री होने के नाते नागरिकों की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार हैं, लेकिन, वह स्वयं ‘खेला होबे’ की संस्कृति की धमकियां खुलेआम दे रही हैं।
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भाजपा ने अपनी शिकायत में कहा है कि पश्चिम बंगाल में टीएमसी पार्टी के कार्यकर्ता वोटर को धमकाने का काम कर रहे हैं। टीएमसी नेता ममता बनर्जी मुख्यमंत्री होने के नाते नागरिकों की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार हैं, लेकिन, वह स्वयं ‘खेला होबे’ की संस्कृति की धमकियां खुलेआम दे रही हैं।
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भाजपा महासचिव तरुण चुघ के मुताबिक उन्होंने इस संबंध में चुनाव आयोग को एक लिखित शिकायत दी है। शिकायत में कहा गया है कि पश्चिम बंगाल के मतदाताओं को यह विश्वास होना चाहिए कि वहां मई 2022 की पुनरावृति नहीं होगी। आपराधिक घटनाएं नहीं होगी।
भाजपा ने अपनी शिकायत में कहा है कि पश्चिम बंगाल में टीएमसी पार्टी के कार्यकर्ता वोटर को धमकाने का काम कर रहे हैं। टीएमसी नेता ममता बनर्जी मुख्यमंत्री होने के नाते नागरिकों की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार हैं, लेकिन, वह स्वयं ‘खेला होबे’ की संस्कृति की धमकियां खुलेआम दे रही हैं।
भाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि वे चुनाव आयोग के पास अपील लेकर गए थे कि पश्चिम बंगाल में वोटर्स की रक्षा, सुरक्षा और स्वतंत्रता सुनिश्चित की जाए।
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने कहा कि हमारे शिष्टमंडल ने ये सारी चिंताएं चुनाव आयोग के सामने रखी है। चुनाव आयोग ने इनकी जांच और कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।
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भाजपा महासचिव तरुण चुघ के मुताबिक उन्होंने इस संबंध में चुनाव आयोग को एक लिखित शिकायत दी है। शिकायत में कहा गया है कि पश्चिम बंगाल के मतदाताओं को यह विश्वास होना चाहिए कि वहां मई 2022 की पुनरावृति नहीं होगी। आपराधिक घटनाएं नहीं होगी।
भाजपा ने अपनी शिकायत में कहा है कि पश्चिम बंगाल में टीएमसी पार्टी के कार्यकर्ता वोटर को धमकाने का काम कर रहे हैं। टीएमसी नेता ममता बनर्जी मुख्यमंत्री होने के नाते नागरिकों की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार हैं, लेकिन, वह स्वयं ‘खेला होबे’ की संस्कृति की धमकियां खुलेआम दे रही हैं।
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भाजपा ने अपनी शिकायत में कहा है कि पश्चिम बंगाल में टीएमसी पार्टी के कार्यकर्ता वोटर को धमकाने का काम कर रहे हैं। टीएमसी नेता ममता बनर्जी मुख्यमंत्री होने के नाते नागरिकों की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार हैं, लेकिन, वह स्वयं ‘खेला होबे’ की संस्कृति की धमकियां खुलेआम दे रही हैं।
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