वाशिंगटन, 20 अगस्त (आईएएनएस)। भारतीय-अमेरिकी उद्यमी विवेक रामास्वामी ने कहा है कि अगर वह 2024 में रिपब्लिकन राष्ट्रपति पद का नामांकन नहीं जीतते हैं, तो उन्हें उपराष्ट्रपति बनने में कोई दिलचस्पी नहीं है।
‘द हिल’ की रिपोर्ट के अनुसार, शनिवार को फॉक्स न्यूज को दिए एक साक्षात्कार में, सबसे कम उम्र के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार ने कहा कि अपने जीओपी प्रतिद्वंद्वी डोनाल्ड ट्रम्प की तरह, वह नंबर दो की स्थिति में अच्छा प्रदर्शन नहीं करेंगे।
उन्होंने शनिवार को फॉक्स न्यूज को दिए एक साक्षात्कार में कहा, “मुझे सरकार में किसी अलग पद में कोई दिलचस्पी नहीं है।”
रामास्वामी ने कहा, “सच कहूं तो, मैं संघीय सरकार में नंबर 2 या नंबर 3 बनने से पहले निजी क्षेत्र में बदलाव लाऊंगा।”
अतीत में, साथी भारतीय-अमेरिकी जीओपी राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार निक्की हेली ने भी कहा है कि उन्हें दूसरे नंबर पर आने में कोई दिलचस्पी नहीं है। एक नए सर्वेक्षण के अनुसार, रामास्वामी, जो पहली बार राजनीति में आए हैं, शनिवार को प्रतिद्वंद्वी और फ्लोरिडा के गवर्नर रॉन डेसेंटिस के साथ दूसरे स्थान पर रहकर आश्चर्यचकित हो गए।
एमर्सन कॉलेज के सर्वेक्षण में दिखाया गया कि डेसेंटिस और रामास्वामी 10-10 प्रतिशत के साथ बराबरी पर हैं और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से पीछे हैं, जो 56 प्रतिशत के साथ आगे हैं। ‘द हिल’ के मुताबिक, रामास्वामी के लगभग आधे समर्थकों ने कहा कि वे निश्चित रूप से उन्हें वोट देंगे, जबकि डेसेंटिस समर्थकों में से केवल एक तिहाई ने भी यही कहा।
इमर्सन कॉलेज पोलिंग के कार्यकारी निदेशक स्पेंसर किमबॉल ने एक बयान में कहा कि रामास्वामी ने स्नातकोत्तर डिग्री वाले मतदाताओं में सुधार किया है, इससे उस समूह के 17 प्रतिशत और युवा मतदाताओं के साथ, 35 वर्ष से कम उम्र के 16 प्रतिशत मतदाताओं पर जीत हासिल हुई है।
हाल ही में अरबपति उद्यमी एलन मस्क ने भी रामास्वामी की प्रशंसा की थी और उन्हें “एक आशाजनक उम्मीदवार” कहा था।
–आईएएनएस
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