deshbandhu

deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Menu
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Facebook Twitter Youtube
  • भोपाल
  • इंदौर
  • उज्जैन
  • ग्वालियर
  • जबलपुर
  • रीवा
  • चंबल
  • नर्मदापुरम
  • शहडोल
  • सागर
  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
ADVERTISEMENT
Home अर्थजगत

भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूत विकास के लिए तैयार, ‘गोल्डीलॉक्स अवधि’ में कर रही प्रवेश

by
July 20, 2024
in अर्थजगत
0
भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूत विकास के लिए तैयार, ‘गोल्डीलॉक्स अवधि’ में कर रही प्रवेश
0
SHARES
1
VIEWS
Share on FacebookShare on Whatsapp
ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 20 जुलाई (आईएएनएस)। प्रमुख ग्लोबल एक्सपर्ट के अनुसार नए निवेश में आई उछाल और वित्त वर्ष 2025 के लिए सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 7 फीसदी की दर से बढ़ने के अनुमान के बीच शेयर बाजार रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया है। भारतीय अर्थव्यवस्था ग्रोथ और प्रॉफिटेबिलिटी के लिए आदर्श परिस्थितियों के बीच “गोल्डीलॉक्स अवधि” में प्रवेश कर रही है।

ओल्ड ब्रिज म्यूचुअल फंड के केनेथ एंड्रेड के अनुसार सभी मापदंडों पर मजबूत बुनियादी बातों के बीच भारतीय अर्थव्यवस्था में विकास के लिए आदर्श स्थितियां हैं।

READ ALSO

भारतीय शोधकर्ताओं ने सस्टेनेबल ऑक्सीजन इलेक्ट्रोकैटेलिसिस के लिए कैटेलिस्ट किया डेवलप

उत्तर प्रदेश में सेमीकंडक्टर यूनिट भारत की तकनीकी आत्मनिर्भरता की खोज में एक महत्वपूर्ण कदम : नितिन गडकरी

एक रिपोर्ट में एंड्रेड ने विभिन्न क्षेत्रों पर एक सतर्क लेकिन आशावादी दृष्टिकोण जाहिर करते हुए कहा कि बुनियादी ढांचे, आईटी और रसायन के साथ रियल एस्टेट जैसे चुनिंदा क्षेत्र रुचि के क्षेत्र हैं।

एक मजबूत आर्थिक माहौल के बारे में बात करते हुए रिपोर्ट में कहा गया है कि हमारी कॉर्पोरेट क्षमता का उपयोग 90 प्रतिशत के करीब है, जो चालू वित्त वर्ष के लिए बढ़ते लाभ का एक मजबूत संकेतक है।

इसमें कहा गया है, “निवेशकों को कम कीमत वाले अवसरों की तलाश करने के बजाय विकासपरक व्यवसायों के साथ जुड़ना चाहिए, जो दुर्लभ है।”

ओल्ड ब्रिज म्यूचुअल फंड रिपोर्ट ने विकास व्यवसायों के साथ जुड़ने और आकर्षक मूल्यांकन पर निवेश के अवसरों के लिए धैर्य रखने के महत्व पर जोर दिया।

भारतीय रिज़र्व बैंक के अनुसार, 2024-25 की दूसरी तिमाही भारतीय अर्थव्यवस्था में तेजी के संकेतों के साथ शुरू हुई है, क्योंकि इस दौरान कृषि में सुधार और ग्रामीण खर्च में बदलाव इसके लिए बेहतर माहौल पैदा कर रहा है साथ ही मांग बढ़ने के साथ इसमें ग्रोथ संभव है।

एनएसएसओ के हालिया मासिक प्रति व्यक्ति व्यय (एमपीसीई) के लिए कराए गए सर्वेक्षण में बताया गया है कि ग्रामीण खर्च शहरी क्षेत्रों से आगे निकलने के साथ ही ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के बीच की दूरी कम हो रही है।

भारत को वैश्विक विनिर्माण केंद्र के रूप में स्थापित करने के लिए इसकी हिस्सेदारी सकल घरेलू उत्पाद के 20-25 प्रतिशत तक पहुंचाने की आवश्यकता है।

इस बीच, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने “विशेष रूप से ग्रामीण भारत में निजी खपत में सुधार” के मद्देनजर 2024-25 के लिए भारत की जीडीपी वृद्धि का अनुमान 6.8 प्रतिशत से बढ़ाकर 7 प्रतिशत कर दिया है।

अग्रणी उद्योग चैंबर फिक्की ने भी वर्ष 2024-25 के लिए वार्षिक औसत जीडीपी वृद्धि दर 7 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है।

–आईएएनएस

जीकेटी/

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 20 जुलाई (आईएएनएस)। प्रमुख ग्लोबल एक्सपर्ट के अनुसार नए निवेश में आई उछाल और वित्त वर्ष 2025 के लिए सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 7 फीसदी की दर से बढ़ने के अनुमान के बीच शेयर बाजार रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया है। भारतीय अर्थव्यवस्था ग्रोथ और प्रॉफिटेबिलिटी के लिए आदर्श परिस्थितियों के बीच “गोल्डीलॉक्स अवधि” में प्रवेश कर रही है।

ओल्ड ब्रिज म्यूचुअल फंड के केनेथ एंड्रेड के अनुसार सभी मापदंडों पर मजबूत बुनियादी बातों के बीच भारतीय अर्थव्यवस्था में विकास के लिए आदर्श स्थितियां हैं।

एक रिपोर्ट में एंड्रेड ने विभिन्न क्षेत्रों पर एक सतर्क लेकिन आशावादी दृष्टिकोण जाहिर करते हुए कहा कि बुनियादी ढांचे, आईटी और रसायन के साथ रियल एस्टेट जैसे चुनिंदा क्षेत्र रुचि के क्षेत्र हैं।

एक मजबूत आर्थिक माहौल के बारे में बात करते हुए रिपोर्ट में कहा गया है कि हमारी कॉर्पोरेट क्षमता का उपयोग 90 प्रतिशत के करीब है, जो चालू वित्त वर्ष के लिए बढ़ते लाभ का एक मजबूत संकेतक है।

इसमें कहा गया है, “निवेशकों को कम कीमत वाले अवसरों की तलाश करने के बजाय विकासपरक व्यवसायों के साथ जुड़ना चाहिए, जो दुर्लभ है।”

ओल्ड ब्रिज म्यूचुअल फंड रिपोर्ट ने विकास व्यवसायों के साथ जुड़ने और आकर्षक मूल्यांकन पर निवेश के अवसरों के लिए धैर्य रखने के महत्व पर जोर दिया।

भारतीय रिज़र्व बैंक के अनुसार, 2024-25 की दूसरी तिमाही भारतीय अर्थव्यवस्था में तेजी के संकेतों के साथ शुरू हुई है, क्योंकि इस दौरान कृषि में सुधार और ग्रामीण खर्च में बदलाव इसके लिए बेहतर माहौल पैदा कर रहा है साथ ही मांग बढ़ने के साथ इसमें ग्रोथ संभव है।

एनएसएसओ के हालिया मासिक प्रति व्यक्ति व्यय (एमपीसीई) के लिए कराए गए सर्वेक्षण में बताया गया है कि ग्रामीण खर्च शहरी क्षेत्रों से आगे निकलने के साथ ही ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के बीच की दूरी कम हो रही है।

भारत को वैश्विक विनिर्माण केंद्र के रूप में स्थापित करने के लिए इसकी हिस्सेदारी सकल घरेलू उत्पाद के 20-25 प्रतिशत तक पहुंचाने की आवश्यकता है।

इस बीच, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने “विशेष रूप से ग्रामीण भारत में निजी खपत में सुधार” के मद्देनजर 2024-25 के लिए भारत की जीडीपी वृद्धि का अनुमान 6.8 प्रतिशत से बढ़ाकर 7 प्रतिशत कर दिया है।

अग्रणी उद्योग चैंबर फिक्की ने भी वर्ष 2024-25 के लिए वार्षिक औसत जीडीपी वृद्धि दर 7 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है।

–आईएएनएस

जीकेटी/

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 20 जुलाई (आईएएनएस)। प्रमुख ग्लोबल एक्सपर्ट के अनुसार नए निवेश में आई उछाल और वित्त वर्ष 2025 के लिए सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 7 फीसदी की दर से बढ़ने के अनुमान के बीच शेयर बाजार रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया है। भारतीय अर्थव्यवस्था ग्रोथ और प्रॉफिटेबिलिटी के लिए आदर्श परिस्थितियों के बीच “गोल्डीलॉक्स अवधि” में प्रवेश कर रही है।

ओल्ड ब्रिज म्यूचुअल फंड के केनेथ एंड्रेड के अनुसार सभी मापदंडों पर मजबूत बुनियादी बातों के बीच भारतीय अर्थव्यवस्था में विकास के लिए आदर्श स्थितियां हैं।

एक रिपोर्ट में एंड्रेड ने विभिन्न क्षेत्रों पर एक सतर्क लेकिन आशावादी दृष्टिकोण जाहिर करते हुए कहा कि बुनियादी ढांचे, आईटी और रसायन के साथ रियल एस्टेट जैसे चुनिंदा क्षेत्र रुचि के क्षेत्र हैं।

एक मजबूत आर्थिक माहौल के बारे में बात करते हुए रिपोर्ट में कहा गया है कि हमारी कॉर्पोरेट क्षमता का उपयोग 90 प्रतिशत के करीब है, जो चालू वित्त वर्ष के लिए बढ़ते लाभ का एक मजबूत संकेतक है।

इसमें कहा गया है, “निवेशकों को कम कीमत वाले अवसरों की तलाश करने के बजाय विकासपरक व्यवसायों के साथ जुड़ना चाहिए, जो दुर्लभ है।”

ओल्ड ब्रिज म्यूचुअल फंड रिपोर्ट ने विकास व्यवसायों के साथ जुड़ने और आकर्षक मूल्यांकन पर निवेश के अवसरों के लिए धैर्य रखने के महत्व पर जोर दिया।

भारतीय रिज़र्व बैंक के अनुसार, 2024-25 की दूसरी तिमाही भारतीय अर्थव्यवस्था में तेजी के संकेतों के साथ शुरू हुई है, क्योंकि इस दौरान कृषि में सुधार और ग्रामीण खर्च में बदलाव इसके लिए बेहतर माहौल पैदा कर रहा है साथ ही मांग बढ़ने के साथ इसमें ग्रोथ संभव है।

एनएसएसओ के हालिया मासिक प्रति व्यक्ति व्यय (एमपीसीई) के लिए कराए गए सर्वेक्षण में बताया गया है कि ग्रामीण खर्च शहरी क्षेत्रों से आगे निकलने के साथ ही ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के बीच की दूरी कम हो रही है।

भारत को वैश्विक विनिर्माण केंद्र के रूप में स्थापित करने के लिए इसकी हिस्सेदारी सकल घरेलू उत्पाद के 20-25 प्रतिशत तक पहुंचाने की आवश्यकता है।

इस बीच, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने “विशेष रूप से ग्रामीण भारत में निजी खपत में सुधार” के मद्देनजर 2024-25 के लिए भारत की जीडीपी वृद्धि का अनुमान 6.8 प्रतिशत से बढ़ाकर 7 प्रतिशत कर दिया है।

अग्रणी उद्योग चैंबर फिक्की ने भी वर्ष 2024-25 के लिए वार्षिक औसत जीडीपी वृद्धि दर 7 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है।

–आईएएनएस

जीकेटी/

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 20 जुलाई (आईएएनएस)। प्रमुख ग्लोबल एक्सपर्ट के अनुसार नए निवेश में आई उछाल और वित्त वर्ष 2025 के लिए सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 7 फीसदी की दर से बढ़ने के अनुमान के बीच शेयर बाजार रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया है। भारतीय अर्थव्यवस्था ग्रोथ और प्रॉफिटेबिलिटी के लिए आदर्श परिस्थितियों के बीच “गोल्डीलॉक्स अवधि” में प्रवेश कर रही है।

ओल्ड ब्रिज म्यूचुअल फंड के केनेथ एंड्रेड के अनुसार सभी मापदंडों पर मजबूत बुनियादी बातों के बीच भारतीय अर्थव्यवस्था में विकास के लिए आदर्श स्थितियां हैं।

एक रिपोर्ट में एंड्रेड ने विभिन्न क्षेत्रों पर एक सतर्क लेकिन आशावादी दृष्टिकोण जाहिर करते हुए कहा कि बुनियादी ढांचे, आईटी और रसायन के साथ रियल एस्टेट जैसे चुनिंदा क्षेत्र रुचि के क्षेत्र हैं।

एक मजबूत आर्थिक माहौल के बारे में बात करते हुए रिपोर्ट में कहा गया है कि हमारी कॉर्पोरेट क्षमता का उपयोग 90 प्रतिशत के करीब है, जो चालू वित्त वर्ष के लिए बढ़ते लाभ का एक मजबूत संकेतक है।

इसमें कहा गया है, “निवेशकों को कम कीमत वाले अवसरों की तलाश करने के बजाय विकासपरक व्यवसायों के साथ जुड़ना चाहिए, जो दुर्लभ है।”

ओल्ड ब्रिज म्यूचुअल फंड रिपोर्ट ने विकास व्यवसायों के साथ जुड़ने और आकर्षक मूल्यांकन पर निवेश के अवसरों के लिए धैर्य रखने के महत्व पर जोर दिया।

भारतीय रिज़र्व बैंक के अनुसार, 2024-25 की दूसरी तिमाही भारतीय अर्थव्यवस्था में तेजी के संकेतों के साथ शुरू हुई है, क्योंकि इस दौरान कृषि में सुधार और ग्रामीण खर्च में बदलाव इसके लिए बेहतर माहौल पैदा कर रहा है साथ ही मांग बढ़ने के साथ इसमें ग्रोथ संभव है।

एनएसएसओ के हालिया मासिक प्रति व्यक्ति व्यय (एमपीसीई) के लिए कराए गए सर्वेक्षण में बताया गया है कि ग्रामीण खर्च शहरी क्षेत्रों से आगे निकलने के साथ ही ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के बीच की दूरी कम हो रही है।

भारत को वैश्विक विनिर्माण केंद्र के रूप में स्थापित करने के लिए इसकी हिस्सेदारी सकल घरेलू उत्पाद के 20-25 प्रतिशत तक पहुंचाने की आवश्यकता है।

इस बीच, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने “विशेष रूप से ग्रामीण भारत में निजी खपत में सुधार” के मद्देनजर 2024-25 के लिए भारत की जीडीपी वृद्धि का अनुमान 6.8 प्रतिशत से बढ़ाकर 7 प्रतिशत कर दिया है।

अग्रणी उद्योग चैंबर फिक्की ने भी वर्ष 2024-25 के लिए वार्षिक औसत जीडीपी वृद्धि दर 7 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है।

–आईएएनएस

जीकेटी/

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 20 जुलाई (आईएएनएस)। प्रमुख ग्लोबल एक्सपर्ट के अनुसार नए निवेश में आई उछाल और वित्त वर्ष 2025 के लिए सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 7 फीसदी की दर से बढ़ने के अनुमान के बीच शेयर बाजार रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया है। भारतीय अर्थव्यवस्था ग्रोथ और प्रॉफिटेबिलिटी के लिए आदर्श परिस्थितियों के बीच “गोल्डीलॉक्स अवधि” में प्रवेश कर रही है।

ओल्ड ब्रिज म्यूचुअल फंड के केनेथ एंड्रेड के अनुसार सभी मापदंडों पर मजबूत बुनियादी बातों के बीच भारतीय अर्थव्यवस्था में विकास के लिए आदर्श स्थितियां हैं।

एक रिपोर्ट में एंड्रेड ने विभिन्न क्षेत्रों पर एक सतर्क लेकिन आशावादी दृष्टिकोण जाहिर करते हुए कहा कि बुनियादी ढांचे, आईटी और रसायन के साथ रियल एस्टेट जैसे चुनिंदा क्षेत्र रुचि के क्षेत्र हैं।

एक मजबूत आर्थिक माहौल के बारे में बात करते हुए रिपोर्ट में कहा गया है कि हमारी कॉर्पोरेट क्षमता का उपयोग 90 प्रतिशत के करीब है, जो चालू वित्त वर्ष के लिए बढ़ते लाभ का एक मजबूत संकेतक है।

इसमें कहा गया है, “निवेशकों को कम कीमत वाले अवसरों की तलाश करने के बजाय विकासपरक व्यवसायों के साथ जुड़ना चाहिए, जो दुर्लभ है।”

ओल्ड ब्रिज म्यूचुअल फंड रिपोर्ट ने विकास व्यवसायों के साथ जुड़ने और आकर्षक मूल्यांकन पर निवेश के अवसरों के लिए धैर्य रखने के महत्व पर जोर दिया।

भारतीय रिज़र्व बैंक के अनुसार, 2024-25 की दूसरी तिमाही भारतीय अर्थव्यवस्था में तेजी के संकेतों के साथ शुरू हुई है, क्योंकि इस दौरान कृषि में सुधार और ग्रामीण खर्च में बदलाव इसके लिए बेहतर माहौल पैदा कर रहा है साथ ही मांग बढ़ने के साथ इसमें ग्रोथ संभव है।

एनएसएसओ के हालिया मासिक प्रति व्यक्ति व्यय (एमपीसीई) के लिए कराए गए सर्वेक्षण में बताया गया है कि ग्रामीण खर्च शहरी क्षेत्रों से आगे निकलने के साथ ही ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के बीच की दूरी कम हो रही है।

भारत को वैश्विक विनिर्माण केंद्र के रूप में स्थापित करने के लिए इसकी हिस्सेदारी सकल घरेलू उत्पाद के 20-25 प्रतिशत तक पहुंचाने की आवश्यकता है।

इस बीच, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने “विशेष रूप से ग्रामीण भारत में निजी खपत में सुधार” के मद्देनजर 2024-25 के लिए भारत की जीडीपी वृद्धि का अनुमान 6.8 प्रतिशत से बढ़ाकर 7 प्रतिशत कर दिया है।

अग्रणी उद्योग चैंबर फिक्की ने भी वर्ष 2024-25 के लिए वार्षिक औसत जीडीपी वृद्धि दर 7 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है।

–आईएएनएस

जीकेटी/

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 20 जुलाई (आईएएनएस)। प्रमुख ग्लोबल एक्सपर्ट के अनुसार नए निवेश में आई उछाल और वित्त वर्ष 2025 के लिए सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 7 फीसदी की दर से बढ़ने के अनुमान के बीच शेयर बाजार रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया है। भारतीय अर्थव्यवस्था ग्रोथ और प्रॉफिटेबिलिटी के लिए आदर्श परिस्थितियों के बीच “गोल्डीलॉक्स अवधि” में प्रवेश कर रही है।

ओल्ड ब्रिज म्यूचुअल फंड के केनेथ एंड्रेड के अनुसार सभी मापदंडों पर मजबूत बुनियादी बातों के बीच भारतीय अर्थव्यवस्था में विकास के लिए आदर्श स्थितियां हैं।

एक रिपोर्ट में एंड्रेड ने विभिन्न क्षेत्रों पर एक सतर्क लेकिन आशावादी दृष्टिकोण जाहिर करते हुए कहा कि बुनियादी ढांचे, आईटी और रसायन के साथ रियल एस्टेट जैसे चुनिंदा क्षेत्र रुचि के क्षेत्र हैं।

एक मजबूत आर्थिक माहौल के बारे में बात करते हुए रिपोर्ट में कहा गया है कि हमारी कॉर्पोरेट क्षमता का उपयोग 90 प्रतिशत के करीब है, जो चालू वित्त वर्ष के लिए बढ़ते लाभ का एक मजबूत संकेतक है।

इसमें कहा गया है, “निवेशकों को कम कीमत वाले अवसरों की तलाश करने के बजाय विकासपरक व्यवसायों के साथ जुड़ना चाहिए, जो दुर्लभ है।”

ओल्ड ब्रिज म्यूचुअल फंड रिपोर्ट ने विकास व्यवसायों के साथ जुड़ने और आकर्षक मूल्यांकन पर निवेश के अवसरों के लिए धैर्य रखने के महत्व पर जोर दिया।

भारतीय रिज़र्व बैंक के अनुसार, 2024-25 की दूसरी तिमाही भारतीय अर्थव्यवस्था में तेजी के संकेतों के साथ शुरू हुई है, क्योंकि इस दौरान कृषि में सुधार और ग्रामीण खर्च में बदलाव इसके लिए बेहतर माहौल पैदा कर रहा है साथ ही मांग बढ़ने के साथ इसमें ग्रोथ संभव है।

एनएसएसओ के हालिया मासिक प्रति व्यक्ति व्यय (एमपीसीई) के लिए कराए गए सर्वेक्षण में बताया गया है कि ग्रामीण खर्च शहरी क्षेत्रों से आगे निकलने के साथ ही ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के बीच की दूरी कम हो रही है।

भारत को वैश्विक विनिर्माण केंद्र के रूप में स्थापित करने के लिए इसकी हिस्सेदारी सकल घरेलू उत्पाद के 20-25 प्रतिशत तक पहुंचाने की आवश्यकता है।

इस बीच, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने “विशेष रूप से ग्रामीण भारत में निजी खपत में सुधार” के मद्देनजर 2024-25 के लिए भारत की जीडीपी वृद्धि का अनुमान 6.8 प्रतिशत से बढ़ाकर 7 प्रतिशत कर दिया है।

अग्रणी उद्योग चैंबर फिक्की ने भी वर्ष 2024-25 के लिए वार्षिक औसत जीडीपी वृद्धि दर 7 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है।

–आईएएनएस

जीकेटी/

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 20 जुलाई (आईएएनएस)। प्रमुख ग्लोबल एक्सपर्ट के अनुसार नए निवेश में आई उछाल और वित्त वर्ष 2025 के लिए सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 7 फीसदी की दर से बढ़ने के अनुमान के बीच शेयर बाजार रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया है। भारतीय अर्थव्यवस्था ग्रोथ और प्रॉफिटेबिलिटी के लिए आदर्श परिस्थितियों के बीच “गोल्डीलॉक्स अवधि” में प्रवेश कर रही है।

ओल्ड ब्रिज म्यूचुअल फंड के केनेथ एंड्रेड के अनुसार सभी मापदंडों पर मजबूत बुनियादी बातों के बीच भारतीय अर्थव्यवस्था में विकास के लिए आदर्श स्थितियां हैं।

एक रिपोर्ट में एंड्रेड ने विभिन्न क्षेत्रों पर एक सतर्क लेकिन आशावादी दृष्टिकोण जाहिर करते हुए कहा कि बुनियादी ढांचे, आईटी और रसायन के साथ रियल एस्टेट जैसे चुनिंदा क्षेत्र रुचि के क्षेत्र हैं।

एक मजबूत आर्थिक माहौल के बारे में बात करते हुए रिपोर्ट में कहा गया है कि हमारी कॉर्पोरेट क्षमता का उपयोग 90 प्रतिशत के करीब है, जो चालू वित्त वर्ष के लिए बढ़ते लाभ का एक मजबूत संकेतक है।

इसमें कहा गया है, “निवेशकों को कम कीमत वाले अवसरों की तलाश करने के बजाय विकासपरक व्यवसायों के साथ जुड़ना चाहिए, जो दुर्लभ है।”

ओल्ड ब्रिज म्यूचुअल फंड रिपोर्ट ने विकास व्यवसायों के साथ जुड़ने और आकर्षक मूल्यांकन पर निवेश के अवसरों के लिए धैर्य रखने के महत्व पर जोर दिया।

भारतीय रिज़र्व बैंक के अनुसार, 2024-25 की दूसरी तिमाही भारतीय अर्थव्यवस्था में तेजी के संकेतों के साथ शुरू हुई है, क्योंकि इस दौरान कृषि में सुधार और ग्रामीण खर्च में बदलाव इसके लिए बेहतर माहौल पैदा कर रहा है साथ ही मांग बढ़ने के साथ इसमें ग्रोथ संभव है।

एनएसएसओ के हालिया मासिक प्रति व्यक्ति व्यय (एमपीसीई) के लिए कराए गए सर्वेक्षण में बताया गया है कि ग्रामीण खर्च शहरी क्षेत्रों से आगे निकलने के साथ ही ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के बीच की दूरी कम हो रही है।

भारत को वैश्विक विनिर्माण केंद्र के रूप में स्थापित करने के लिए इसकी हिस्सेदारी सकल घरेलू उत्पाद के 20-25 प्रतिशत तक पहुंचाने की आवश्यकता है।

इस बीच, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने “विशेष रूप से ग्रामीण भारत में निजी खपत में सुधार” के मद्देनजर 2024-25 के लिए भारत की जीडीपी वृद्धि का अनुमान 6.8 प्रतिशत से बढ़ाकर 7 प्रतिशत कर दिया है।

अग्रणी उद्योग चैंबर फिक्की ने भी वर्ष 2024-25 के लिए वार्षिक औसत जीडीपी वृद्धि दर 7 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है।

–आईएएनएस

जीकेटी/

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 20 जुलाई (आईएएनएस)। प्रमुख ग्लोबल एक्सपर्ट के अनुसार नए निवेश में आई उछाल और वित्त वर्ष 2025 के लिए सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 7 फीसदी की दर से बढ़ने के अनुमान के बीच शेयर बाजार रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया है। भारतीय अर्थव्यवस्था ग्रोथ और प्रॉफिटेबिलिटी के लिए आदर्श परिस्थितियों के बीच “गोल्डीलॉक्स अवधि” में प्रवेश कर रही है।

ओल्ड ब्रिज म्यूचुअल फंड के केनेथ एंड्रेड के अनुसार सभी मापदंडों पर मजबूत बुनियादी बातों के बीच भारतीय अर्थव्यवस्था में विकास के लिए आदर्श स्थितियां हैं।

एक रिपोर्ट में एंड्रेड ने विभिन्न क्षेत्रों पर एक सतर्क लेकिन आशावादी दृष्टिकोण जाहिर करते हुए कहा कि बुनियादी ढांचे, आईटी और रसायन के साथ रियल एस्टेट जैसे चुनिंदा क्षेत्र रुचि के क्षेत्र हैं।

एक मजबूत आर्थिक माहौल के बारे में बात करते हुए रिपोर्ट में कहा गया है कि हमारी कॉर्पोरेट क्षमता का उपयोग 90 प्रतिशत के करीब है, जो चालू वित्त वर्ष के लिए बढ़ते लाभ का एक मजबूत संकेतक है।

इसमें कहा गया है, “निवेशकों को कम कीमत वाले अवसरों की तलाश करने के बजाय विकासपरक व्यवसायों के साथ जुड़ना चाहिए, जो दुर्लभ है।”

ओल्ड ब्रिज म्यूचुअल फंड रिपोर्ट ने विकास व्यवसायों के साथ जुड़ने और आकर्षक मूल्यांकन पर निवेश के अवसरों के लिए धैर्य रखने के महत्व पर जोर दिया।

भारतीय रिज़र्व बैंक के अनुसार, 2024-25 की दूसरी तिमाही भारतीय अर्थव्यवस्था में तेजी के संकेतों के साथ शुरू हुई है, क्योंकि इस दौरान कृषि में सुधार और ग्रामीण खर्च में बदलाव इसके लिए बेहतर माहौल पैदा कर रहा है साथ ही मांग बढ़ने के साथ इसमें ग्रोथ संभव है।

एनएसएसओ के हालिया मासिक प्रति व्यक्ति व्यय (एमपीसीई) के लिए कराए गए सर्वेक्षण में बताया गया है कि ग्रामीण खर्च शहरी क्षेत्रों से आगे निकलने के साथ ही ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के बीच की दूरी कम हो रही है।

भारत को वैश्विक विनिर्माण केंद्र के रूप में स्थापित करने के लिए इसकी हिस्सेदारी सकल घरेलू उत्पाद के 20-25 प्रतिशत तक पहुंचाने की आवश्यकता है।

इस बीच, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने “विशेष रूप से ग्रामीण भारत में निजी खपत में सुधार” के मद्देनजर 2024-25 के लिए भारत की जीडीपी वृद्धि का अनुमान 6.8 प्रतिशत से बढ़ाकर 7 प्रतिशत कर दिया है।

अग्रणी उद्योग चैंबर फिक्की ने भी वर्ष 2024-25 के लिए वार्षिक औसत जीडीपी वृद्धि दर 7 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है।

–आईएएनएस

जीकेटी/

नई दिल्ली, 20 जुलाई (आईएएनएस)। प्रमुख ग्लोबल एक्सपर्ट के अनुसार नए निवेश में आई उछाल और वित्त वर्ष 2025 के लिए सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 7 फीसदी की दर से बढ़ने के अनुमान के बीच शेयर बाजार रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया है। भारतीय अर्थव्यवस्था ग्रोथ और प्रॉफिटेबिलिटी के लिए आदर्श परिस्थितियों के बीच “गोल्डीलॉक्स अवधि” में प्रवेश कर रही है।

ओल्ड ब्रिज म्यूचुअल फंड के केनेथ एंड्रेड के अनुसार सभी मापदंडों पर मजबूत बुनियादी बातों के बीच भारतीय अर्थव्यवस्था में विकास के लिए आदर्श स्थितियां हैं।

एक रिपोर्ट में एंड्रेड ने विभिन्न क्षेत्रों पर एक सतर्क लेकिन आशावादी दृष्टिकोण जाहिर करते हुए कहा कि बुनियादी ढांचे, आईटी और रसायन के साथ रियल एस्टेट जैसे चुनिंदा क्षेत्र रुचि के क्षेत्र हैं।

एक मजबूत आर्थिक माहौल के बारे में बात करते हुए रिपोर्ट में कहा गया है कि हमारी कॉर्पोरेट क्षमता का उपयोग 90 प्रतिशत के करीब है, जो चालू वित्त वर्ष के लिए बढ़ते लाभ का एक मजबूत संकेतक है।

इसमें कहा गया है, “निवेशकों को कम कीमत वाले अवसरों की तलाश करने के बजाय विकासपरक व्यवसायों के साथ जुड़ना चाहिए, जो दुर्लभ है।”

ओल्ड ब्रिज म्यूचुअल फंड रिपोर्ट ने विकास व्यवसायों के साथ जुड़ने और आकर्षक मूल्यांकन पर निवेश के अवसरों के लिए धैर्य रखने के महत्व पर जोर दिया।

भारतीय रिज़र्व बैंक के अनुसार, 2024-25 की दूसरी तिमाही भारतीय अर्थव्यवस्था में तेजी के संकेतों के साथ शुरू हुई है, क्योंकि इस दौरान कृषि में सुधार और ग्रामीण खर्च में बदलाव इसके लिए बेहतर माहौल पैदा कर रहा है साथ ही मांग बढ़ने के साथ इसमें ग्रोथ संभव है।

एनएसएसओ के हालिया मासिक प्रति व्यक्ति व्यय (एमपीसीई) के लिए कराए गए सर्वेक्षण में बताया गया है कि ग्रामीण खर्च शहरी क्षेत्रों से आगे निकलने के साथ ही ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के बीच की दूरी कम हो रही है।

भारत को वैश्विक विनिर्माण केंद्र के रूप में स्थापित करने के लिए इसकी हिस्सेदारी सकल घरेलू उत्पाद के 20-25 प्रतिशत तक पहुंचाने की आवश्यकता है।

इस बीच, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने “विशेष रूप से ग्रामीण भारत में निजी खपत में सुधार” के मद्देनजर 2024-25 के लिए भारत की जीडीपी वृद्धि का अनुमान 6.8 प्रतिशत से बढ़ाकर 7 प्रतिशत कर दिया है।

अग्रणी उद्योग चैंबर फिक्की ने भी वर्ष 2024-25 के लिए वार्षिक औसत जीडीपी वृद्धि दर 7 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है।

–आईएएनएस

जीकेटी/

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 20 जुलाई (आईएएनएस)। प्रमुख ग्लोबल एक्सपर्ट के अनुसार नए निवेश में आई उछाल और वित्त वर्ष 2025 के लिए सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 7 फीसदी की दर से बढ़ने के अनुमान के बीच शेयर बाजार रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया है। भारतीय अर्थव्यवस्था ग्रोथ और प्रॉफिटेबिलिटी के लिए आदर्श परिस्थितियों के बीच “गोल्डीलॉक्स अवधि” में प्रवेश कर रही है।

ओल्ड ब्रिज म्यूचुअल फंड के केनेथ एंड्रेड के अनुसार सभी मापदंडों पर मजबूत बुनियादी बातों के बीच भारतीय अर्थव्यवस्था में विकास के लिए आदर्श स्थितियां हैं।

एक रिपोर्ट में एंड्रेड ने विभिन्न क्षेत्रों पर एक सतर्क लेकिन आशावादी दृष्टिकोण जाहिर करते हुए कहा कि बुनियादी ढांचे, आईटी और रसायन के साथ रियल एस्टेट जैसे चुनिंदा क्षेत्र रुचि के क्षेत्र हैं।

एक मजबूत आर्थिक माहौल के बारे में बात करते हुए रिपोर्ट में कहा गया है कि हमारी कॉर्पोरेट क्षमता का उपयोग 90 प्रतिशत के करीब है, जो चालू वित्त वर्ष के लिए बढ़ते लाभ का एक मजबूत संकेतक है।

इसमें कहा गया है, “निवेशकों को कम कीमत वाले अवसरों की तलाश करने के बजाय विकासपरक व्यवसायों के साथ जुड़ना चाहिए, जो दुर्लभ है।”

ओल्ड ब्रिज म्यूचुअल फंड रिपोर्ट ने विकास व्यवसायों के साथ जुड़ने और आकर्षक मूल्यांकन पर निवेश के अवसरों के लिए धैर्य रखने के महत्व पर जोर दिया।

भारतीय रिज़र्व बैंक के अनुसार, 2024-25 की दूसरी तिमाही भारतीय अर्थव्यवस्था में तेजी के संकेतों के साथ शुरू हुई है, क्योंकि इस दौरान कृषि में सुधार और ग्रामीण खर्च में बदलाव इसके लिए बेहतर माहौल पैदा कर रहा है साथ ही मांग बढ़ने के साथ इसमें ग्रोथ संभव है।

एनएसएसओ के हालिया मासिक प्रति व्यक्ति व्यय (एमपीसीई) के लिए कराए गए सर्वेक्षण में बताया गया है कि ग्रामीण खर्च शहरी क्षेत्रों से आगे निकलने के साथ ही ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के बीच की दूरी कम हो रही है।

भारत को वैश्विक विनिर्माण केंद्र के रूप में स्थापित करने के लिए इसकी हिस्सेदारी सकल घरेलू उत्पाद के 20-25 प्रतिशत तक पहुंचाने की आवश्यकता है।

इस बीच, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने “विशेष रूप से ग्रामीण भारत में निजी खपत में सुधार” के मद्देनजर 2024-25 के लिए भारत की जीडीपी वृद्धि का अनुमान 6.8 प्रतिशत से बढ़ाकर 7 प्रतिशत कर दिया है।

अग्रणी उद्योग चैंबर फिक्की ने भी वर्ष 2024-25 के लिए वार्षिक औसत जीडीपी वृद्धि दर 7 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है।

–आईएएनएस

जीकेटी/

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 20 जुलाई (आईएएनएस)। प्रमुख ग्लोबल एक्सपर्ट के अनुसार नए निवेश में आई उछाल और वित्त वर्ष 2025 के लिए सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 7 फीसदी की दर से बढ़ने के अनुमान के बीच शेयर बाजार रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया है। भारतीय अर्थव्यवस्था ग्रोथ और प्रॉफिटेबिलिटी के लिए आदर्श परिस्थितियों के बीच “गोल्डीलॉक्स अवधि” में प्रवेश कर रही है।

ओल्ड ब्रिज म्यूचुअल फंड के केनेथ एंड्रेड के अनुसार सभी मापदंडों पर मजबूत बुनियादी बातों के बीच भारतीय अर्थव्यवस्था में विकास के लिए आदर्श स्थितियां हैं।

एक रिपोर्ट में एंड्रेड ने विभिन्न क्षेत्रों पर एक सतर्क लेकिन आशावादी दृष्टिकोण जाहिर करते हुए कहा कि बुनियादी ढांचे, आईटी और रसायन के साथ रियल एस्टेट जैसे चुनिंदा क्षेत्र रुचि के क्षेत्र हैं।

एक मजबूत आर्थिक माहौल के बारे में बात करते हुए रिपोर्ट में कहा गया है कि हमारी कॉर्पोरेट क्षमता का उपयोग 90 प्रतिशत के करीब है, जो चालू वित्त वर्ष के लिए बढ़ते लाभ का एक मजबूत संकेतक है।

इसमें कहा गया है, “निवेशकों को कम कीमत वाले अवसरों की तलाश करने के बजाय विकासपरक व्यवसायों के साथ जुड़ना चाहिए, जो दुर्लभ है।”

ओल्ड ब्रिज म्यूचुअल फंड रिपोर्ट ने विकास व्यवसायों के साथ जुड़ने और आकर्षक मूल्यांकन पर निवेश के अवसरों के लिए धैर्य रखने के महत्व पर जोर दिया।

भारतीय रिज़र्व बैंक के अनुसार, 2024-25 की दूसरी तिमाही भारतीय अर्थव्यवस्था में तेजी के संकेतों के साथ शुरू हुई है, क्योंकि इस दौरान कृषि में सुधार और ग्रामीण खर्च में बदलाव इसके लिए बेहतर माहौल पैदा कर रहा है साथ ही मांग बढ़ने के साथ इसमें ग्रोथ संभव है।

एनएसएसओ के हालिया मासिक प्रति व्यक्ति व्यय (एमपीसीई) के लिए कराए गए सर्वेक्षण में बताया गया है कि ग्रामीण खर्च शहरी क्षेत्रों से आगे निकलने के साथ ही ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के बीच की दूरी कम हो रही है।

भारत को वैश्विक विनिर्माण केंद्र के रूप में स्थापित करने के लिए इसकी हिस्सेदारी सकल घरेलू उत्पाद के 20-25 प्रतिशत तक पहुंचाने की आवश्यकता है।

इस बीच, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने “विशेष रूप से ग्रामीण भारत में निजी खपत में सुधार” के मद्देनजर 2024-25 के लिए भारत की जीडीपी वृद्धि का अनुमान 6.8 प्रतिशत से बढ़ाकर 7 प्रतिशत कर दिया है।

अग्रणी उद्योग चैंबर फिक्की ने भी वर्ष 2024-25 के लिए वार्षिक औसत जीडीपी वृद्धि दर 7 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है।

–आईएएनएस

जीकेटी/

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 20 जुलाई (आईएएनएस)। प्रमुख ग्लोबल एक्सपर्ट के अनुसार नए निवेश में आई उछाल और वित्त वर्ष 2025 के लिए सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 7 फीसदी की दर से बढ़ने के अनुमान के बीच शेयर बाजार रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया है। भारतीय अर्थव्यवस्था ग्रोथ और प्रॉफिटेबिलिटी के लिए आदर्श परिस्थितियों के बीच “गोल्डीलॉक्स अवधि” में प्रवेश कर रही है।

ओल्ड ब्रिज म्यूचुअल फंड के केनेथ एंड्रेड के अनुसार सभी मापदंडों पर मजबूत बुनियादी बातों के बीच भारतीय अर्थव्यवस्था में विकास के लिए आदर्श स्थितियां हैं।

एक रिपोर्ट में एंड्रेड ने विभिन्न क्षेत्रों पर एक सतर्क लेकिन आशावादी दृष्टिकोण जाहिर करते हुए कहा कि बुनियादी ढांचे, आईटी और रसायन के साथ रियल एस्टेट जैसे चुनिंदा क्षेत्र रुचि के क्षेत्र हैं।

एक मजबूत आर्थिक माहौल के बारे में बात करते हुए रिपोर्ट में कहा गया है कि हमारी कॉर्पोरेट क्षमता का उपयोग 90 प्रतिशत के करीब है, जो चालू वित्त वर्ष के लिए बढ़ते लाभ का एक मजबूत संकेतक है।

इसमें कहा गया है, “निवेशकों को कम कीमत वाले अवसरों की तलाश करने के बजाय विकासपरक व्यवसायों के साथ जुड़ना चाहिए, जो दुर्लभ है।”

ओल्ड ब्रिज म्यूचुअल फंड रिपोर्ट ने विकास व्यवसायों के साथ जुड़ने और आकर्षक मूल्यांकन पर निवेश के अवसरों के लिए धैर्य रखने के महत्व पर जोर दिया।

भारतीय रिज़र्व बैंक के अनुसार, 2024-25 की दूसरी तिमाही भारतीय अर्थव्यवस्था में तेजी के संकेतों के साथ शुरू हुई है, क्योंकि इस दौरान कृषि में सुधार और ग्रामीण खर्च में बदलाव इसके लिए बेहतर माहौल पैदा कर रहा है साथ ही मांग बढ़ने के साथ इसमें ग्रोथ संभव है।

एनएसएसओ के हालिया मासिक प्रति व्यक्ति व्यय (एमपीसीई) के लिए कराए गए सर्वेक्षण में बताया गया है कि ग्रामीण खर्च शहरी क्षेत्रों से आगे निकलने के साथ ही ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के बीच की दूरी कम हो रही है।

भारत को वैश्विक विनिर्माण केंद्र के रूप में स्थापित करने के लिए इसकी हिस्सेदारी सकल घरेलू उत्पाद के 20-25 प्रतिशत तक पहुंचाने की आवश्यकता है।

इस बीच, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने “विशेष रूप से ग्रामीण भारत में निजी खपत में सुधार” के मद्देनजर 2024-25 के लिए भारत की जीडीपी वृद्धि का अनुमान 6.8 प्रतिशत से बढ़ाकर 7 प्रतिशत कर दिया है।

अग्रणी उद्योग चैंबर फिक्की ने भी वर्ष 2024-25 के लिए वार्षिक औसत जीडीपी वृद्धि दर 7 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है।

–आईएएनएस

जीकेटी/

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 20 जुलाई (आईएएनएस)। प्रमुख ग्लोबल एक्सपर्ट के अनुसार नए निवेश में आई उछाल और वित्त वर्ष 2025 के लिए सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 7 फीसदी की दर से बढ़ने के अनुमान के बीच शेयर बाजार रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया है। भारतीय अर्थव्यवस्था ग्रोथ और प्रॉफिटेबिलिटी के लिए आदर्श परिस्थितियों के बीच “गोल्डीलॉक्स अवधि” में प्रवेश कर रही है।

ओल्ड ब्रिज म्यूचुअल फंड के केनेथ एंड्रेड के अनुसार सभी मापदंडों पर मजबूत बुनियादी बातों के बीच भारतीय अर्थव्यवस्था में विकास के लिए आदर्श स्थितियां हैं।

एक रिपोर्ट में एंड्रेड ने विभिन्न क्षेत्रों पर एक सतर्क लेकिन आशावादी दृष्टिकोण जाहिर करते हुए कहा कि बुनियादी ढांचे, आईटी और रसायन के साथ रियल एस्टेट जैसे चुनिंदा क्षेत्र रुचि के क्षेत्र हैं।

एक मजबूत आर्थिक माहौल के बारे में बात करते हुए रिपोर्ट में कहा गया है कि हमारी कॉर्पोरेट क्षमता का उपयोग 90 प्रतिशत के करीब है, जो चालू वित्त वर्ष के लिए बढ़ते लाभ का एक मजबूत संकेतक है।

इसमें कहा गया है, “निवेशकों को कम कीमत वाले अवसरों की तलाश करने के बजाय विकासपरक व्यवसायों के साथ जुड़ना चाहिए, जो दुर्लभ है।”

ओल्ड ब्रिज म्यूचुअल फंड रिपोर्ट ने विकास व्यवसायों के साथ जुड़ने और आकर्षक मूल्यांकन पर निवेश के अवसरों के लिए धैर्य रखने के महत्व पर जोर दिया।

भारतीय रिज़र्व बैंक के अनुसार, 2024-25 की दूसरी तिमाही भारतीय अर्थव्यवस्था में तेजी के संकेतों के साथ शुरू हुई है, क्योंकि इस दौरान कृषि में सुधार और ग्रामीण खर्च में बदलाव इसके लिए बेहतर माहौल पैदा कर रहा है साथ ही मांग बढ़ने के साथ इसमें ग्रोथ संभव है।

एनएसएसओ के हालिया मासिक प्रति व्यक्ति व्यय (एमपीसीई) के लिए कराए गए सर्वेक्षण में बताया गया है कि ग्रामीण खर्च शहरी क्षेत्रों से आगे निकलने के साथ ही ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के बीच की दूरी कम हो रही है।

भारत को वैश्विक विनिर्माण केंद्र के रूप में स्थापित करने के लिए इसकी हिस्सेदारी सकल घरेलू उत्पाद के 20-25 प्रतिशत तक पहुंचाने की आवश्यकता है।

इस बीच, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने “विशेष रूप से ग्रामीण भारत में निजी खपत में सुधार” के मद्देनजर 2024-25 के लिए भारत की जीडीपी वृद्धि का अनुमान 6.8 प्रतिशत से बढ़ाकर 7 प्रतिशत कर दिया है।

अग्रणी उद्योग चैंबर फिक्की ने भी वर्ष 2024-25 के लिए वार्षिक औसत जीडीपी वृद्धि दर 7 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है।

–आईएएनएस

जीकेटी/

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 20 जुलाई (आईएएनएस)। प्रमुख ग्लोबल एक्सपर्ट के अनुसार नए निवेश में आई उछाल और वित्त वर्ष 2025 के लिए सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 7 फीसदी की दर से बढ़ने के अनुमान के बीच शेयर बाजार रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया है। भारतीय अर्थव्यवस्था ग्रोथ और प्रॉफिटेबिलिटी के लिए आदर्श परिस्थितियों के बीच “गोल्डीलॉक्स अवधि” में प्रवेश कर रही है।

ओल्ड ब्रिज म्यूचुअल फंड के केनेथ एंड्रेड के अनुसार सभी मापदंडों पर मजबूत बुनियादी बातों के बीच भारतीय अर्थव्यवस्था में विकास के लिए आदर्श स्थितियां हैं।

एक रिपोर्ट में एंड्रेड ने विभिन्न क्षेत्रों पर एक सतर्क लेकिन आशावादी दृष्टिकोण जाहिर करते हुए कहा कि बुनियादी ढांचे, आईटी और रसायन के साथ रियल एस्टेट जैसे चुनिंदा क्षेत्र रुचि के क्षेत्र हैं।

एक मजबूत आर्थिक माहौल के बारे में बात करते हुए रिपोर्ट में कहा गया है कि हमारी कॉर्पोरेट क्षमता का उपयोग 90 प्रतिशत के करीब है, जो चालू वित्त वर्ष के लिए बढ़ते लाभ का एक मजबूत संकेतक है।

इसमें कहा गया है, “निवेशकों को कम कीमत वाले अवसरों की तलाश करने के बजाय विकासपरक व्यवसायों के साथ जुड़ना चाहिए, जो दुर्लभ है।”

ओल्ड ब्रिज म्यूचुअल फंड रिपोर्ट ने विकास व्यवसायों के साथ जुड़ने और आकर्षक मूल्यांकन पर निवेश के अवसरों के लिए धैर्य रखने के महत्व पर जोर दिया।

भारतीय रिज़र्व बैंक के अनुसार, 2024-25 की दूसरी तिमाही भारतीय अर्थव्यवस्था में तेजी के संकेतों के साथ शुरू हुई है, क्योंकि इस दौरान कृषि में सुधार और ग्रामीण खर्च में बदलाव इसके लिए बेहतर माहौल पैदा कर रहा है साथ ही मांग बढ़ने के साथ इसमें ग्रोथ संभव है।

एनएसएसओ के हालिया मासिक प्रति व्यक्ति व्यय (एमपीसीई) के लिए कराए गए सर्वेक्षण में बताया गया है कि ग्रामीण खर्च शहरी क्षेत्रों से आगे निकलने के साथ ही ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के बीच की दूरी कम हो रही है।

भारत को वैश्विक विनिर्माण केंद्र के रूप में स्थापित करने के लिए इसकी हिस्सेदारी सकल घरेलू उत्पाद के 20-25 प्रतिशत तक पहुंचाने की आवश्यकता है।

इस बीच, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने “विशेष रूप से ग्रामीण भारत में निजी खपत में सुधार” के मद्देनजर 2024-25 के लिए भारत की जीडीपी वृद्धि का अनुमान 6.8 प्रतिशत से बढ़ाकर 7 प्रतिशत कर दिया है।

अग्रणी उद्योग चैंबर फिक्की ने भी वर्ष 2024-25 के लिए वार्षिक औसत जीडीपी वृद्धि दर 7 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है।

–आईएएनएस

जीकेटी/

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 20 जुलाई (आईएएनएस)। प्रमुख ग्लोबल एक्सपर्ट के अनुसार नए निवेश में आई उछाल और वित्त वर्ष 2025 के लिए सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 7 फीसदी की दर से बढ़ने के अनुमान के बीच शेयर बाजार रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया है। भारतीय अर्थव्यवस्था ग्रोथ और प्रॉफिटेबिलिटी के लिए आदर्श परिस्थितियों के बीच “गोल्डीलॉक्स अवधि” में प्रवेश कर रही है।

ओल्ड ब्रिज म्यूचुअल फंड के केनेथ एंड्रेड के अनुसार सभी मापदंडों पर मजबूत बुनियादी बातों के बीच भारतीय अर्थव्यवस्था में विकास के लिए आदर्श स्थितियां हैं।

एक रिपोर्ट में एंड्रेड ने विभिन्न क्षेत्रों पर एक सतर्क लेकिन आशावादी दृष्टिकोण जाहिर करते हुए कहा कि बुनियादी ढांचे, आईटी और रसायन के साथ रियल एस्टेट जैसे चुनिंदा क्षेत्र रुचि के क्षेत्र हैं।

एक मजबूत आर्थिक माहौल के बारे में बात करते हुए रिपोर्ट में कहा गया है कि हमारी कॉर्पोरेट क्षमता का उपयोग 90 प्रतिशत के करीब है, जो चालू वित्त वर्ष के लिए बढ़ते लाभ का एक मजबूत संकेतक है।

इसमें कहा गया है, “निवेशकों को कम कीमत वाले अवसरों की तलाश करने के बजाय विकासपरक व्यवसायों के साथ जुड़ना चाहिए, जो दुर्लभ है।”

ओल्ड ब्रिज म्यूचुअल फंड रिपोर्ट ने विकास व्यवसायों के साथ जुड़ने और आकर्षक मूल्यांकन पर निवेश के अवसरों के लिए धैर्य रखने के महत्व पर जोर दिया।

भारतीय रिज़र्व बैंक के अनुसार, 2024-25 की दूसरी तिमाही भारतीय अर्थव्यवस्था में तेजी के संकेतों के साथ शुरू हुई है, क्योंकि इस दौरान कृषि में सुधार और ग्रामीण खर्च में बदलाव इसके लिए बेहतर माहौल पैदा कर रहा है साथ ही मांग बढ़ने के साथ इसमें ग्रोथ संभव है।

एनएसएसओ के हालिया मासिक प्रति व्यक्ति व्यय (एमपीसीई) के लिए कराए गए सर्वेक्षण में बताया गया है कि ग्रामीण खर्च शहरी क्षेत्रों से आगे निकलने के साथ ही ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के बीच की दूरी कम हो रही है।

भारत को वैश्विक विनिर्माण केंद्र के रूप में स्थापित करने के लिए इसकी हिस्सेदारी सकल घरेलू उत्पाद के 20-25 प्रतिशत तक पहुंचाने की आवश्यकता है।

इस बीच, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने “विशेष रूप से ग्रामीण भारत में निजी खपत में सुधार” के मद्देनजर 2024-25 के लिए भारत की जीडीपी वृद्धि का अनुमान 6.8 प्रतिशत से बढ़ाकर 7 प्रतिशत कर दिया है।

अग्रणी उद्योग चैंबर फिक्की ने भी वर्ष 2024-25 के लिए वार्षिक औसत जीडीपी वृद्धि दर 7 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है।

–आईएएनएस

जीकेटी/

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 20 जुलाई (आईएएनएस)। प्रमुख ग्लोबल एक्सपर्ट के अनुसार नए निवेश में आई उछाल और वित्त वर्ष 2025 के लिए सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 7 फीसदी की दर से बढ़ने के अनुमान के बीच शेयर बाजार रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया है। भारतीय अर्थव्यवस्था ग्रोथ और प्रॉफिटेबिलिटी के लिए आदर्श परिस्थितियों के बीच “गोल्डीलॉक्स अवधि” में प्रवेश कर रही है।

ओल्ड ब्रिज म्यूचुअल फंड के केनेथ एंड्रेड के अनुसार सभी मापदंडों पर मजबूत बुनियादी बातों के बीच भारतीय अर्थव्यवस्था में विकास के लिए आदर्श स्थितियां हैं।

एक रिपोर्ट में एंड्रेड ने विभिन्न क्षेत्रों पर एक सतर्क लेकिन आशावादी दृष्टिकोण जाहिर करते हुए कहा कि बुनियादी ढांचे, आईटी और रसायन के साथ रियल एस्टेट जैसे चुनिंदा क्षेत्र रुचि के क्षेत्र हैं।

एक मजबूत आर्थिक माहौल के बारे में बात करते हुए रिपोर्ट में कहा गया है कि हमारी कॉर्पोरेट क्षमता का उपयोग 90 प्रतिशत के करीब है, जो चालू वित्त वर्ष के लिए बढ़ते लाभ का एक मजबूत संकेतक है।

इसमें कहा गया है, “निवेशकों को कम कीमत वाले अवसरों की तलाश करने के बजाय विकासपरक व्यवसायों के साथ जुड़ना चाहिए, जो दुर्लभ है।”

ओल्ड ब्रिज म्यूचुअल फंड रिपोर्ट ने विकास व्यवसायों के साथ जुड़ने और आकर्षक मूल्यांकन पर निवेश के अवसरों के लिए धैर्य रखने के महत्व पर जोर दिया।

भारतीय रिज़र्व बैंक के अनुसार, 2024-25 की दूसरी तिमाही भारतीय अर्थव्यवस्था में तेजी के संकेतों के साथ शुरू हुई है, क्योंकि इस दौरान कृषि में सुधार और ग्रामीण खर्च में बदलाव इसके लिए बेहतर माहौल पैदा कर रहा है साथ ही मांग बढ़ने के साथ इसमें ग्रोथ संभव है।

एनएसएसओ के हालिया मासिक प्रति व्यक्ति व्यय (एमपीसीई) के लिए कराए गए सर्वेक्षण में बताया गया है कि ग्रामीण खर्च शहरी क्षेत्रों से आगे निकलने के साथ ही ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के बीच की दूरी कम हो रही है।

भारत को वैश्विक विनिर्माण केंद्र के रूप में स्थापित करने के लिए इसकी हिस्सेदारी सकल घरेलू उत्पाद के 20-25 प्रतिशत तक पहुंचाने की आवश्यकता है।

इस बीच, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने “विशेष रूप से ग्रामीण भारत में निजी खपत में सुधार” के मद्देनजर 2024-25 के लिए भारत की जीडीपी वृद्धि का अनुमान 6.8 प्रतिशत से बढ़ाकर 7 प्रतिशत कर दिया है।

अग्रणी उद्योग चैंबर फिक्की ने भी वर्ष 2024-25 के लिए वार्षिक औसत जीडीपी वृद्धि दर 7 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है।

–आईएएनएस

जीकेटी/

Related Posts

भारतीय शोधकर्ताओं ने सस्टेनेबल ऑक्सीजन इलेक्ट्रोकैटेलिसिस के लिए कैटेलिस्ट किया डेवलप
अर्थजगत

भारतीय शोधकर्ताओं ने सस्टेनेबल ऑक्सीजन इलेक्ट्रोकैटेलिसिस के लिए कैटेलिस्ट किया डेवलप

May 14, 2025
उत्तर प्रदेश में सेमीकंडक्टर यूनिट भारत की तकनीकी आत्मनिर्भरता की खोज में एक महत्वपूर्ण कदम : नितिन गडकरी
अर्थजगत

उत्तर प्रदेश में सेमीकंडक्टर यूनिट भारत की तकनीकी आत्मनिर्भरता की खोज में एक महत्वपूर्ण कदम : नितिन गडकरी

May 14, 2025
भारत इलेक्ट्रॉनिक्स ने दिखाया स्वदेशी डिफेंस सिस्टम ‘आकाशतीर’, पाक के हमलों को नाकाम करने में निभाई बड़ी भूमिका
अर्थजगत

भारत इलेक्ट्रॉनिक्स ने दिखाया स्वदेशी डिफेंस सिस्टम ‘आकाशतीर’, पाक के हमलों को नाकाम करने में निभाई बड़ी भूमिका

May 14, 2025
जब जलजले से तुर्की बन गया था खंडहर तब भारत ने बढ़ाया था मदद का हाथ, अब एहसान नहीं मानने वाले को ऐसे जनता देगी आर्थिक चोट
अर्थजगत

जब जलजले से तुर्की बन गया था खंडहर तब भारत ने बढ़ाया था मदद का हाथ, अब एहसान नहीं मानने वाले को ऐसे जनता देगी आर्थिक चोट

May 14, 2025
मेट्रोपोलिस हेल्थकेयर का मुनाफा वित्त वर्ष 25 की चौथी तिमाही में 20 प्रतिशत घटा, खर्च में हुई बढ़ोतरी
अर्थजगत

मेट्रोपोलिस हेल्थकेयर का मुनाफा वित्त वर्ष 25 की चौथी तिमाही में 20 प्रतिशत घटा, खर्च में हुई बढ़ोतरी

May 14, 2025
भारत में थोक महंगाई दर अप्रैल में 13 महीनों के निचले स्तर पर रही
अर्थजगत

भारत में थोक महंगाई दर अप्रैल में 13 महीनों के निचले स्तर पर रही

May 14, 2025
Next Post
उज्जैन में श्री महाकाल की सवारी के लिए पुख्ता इंतजाम, राज्य सरकार के मंत्री भी होंगे शामिल

उज्जैन में श्री महाकाल की सवारी के लिए पुख्ता इंतजाम, राज्य सरकार के मंत्री भी होंगे शामिल

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

POPULAR NEWS

बंदा प्रकाश तेलंगाना विधान परिषद के उप सभापति चुने गए

बंदा प्रकाश तेलंगाना विधान परिषद के उप सभापति चुने गए

February 12, 2023
बीएसएफ ने मेघालय में 40 मवेशियों को छुड़ाया, 3 तस्कर गिरफ्तार

बीएसएफ ने मेघालय में 40 मवेशियों को छुड़ाया, 3 तस्कर गिरफ्तार

February 12, 2023
चीनी शताब्दी की दूर-दूर तक संभावना नहीं

चीनी शताब्दी की दूर-दूर तक संभावना नहीं

February 12, 2023

बंगाल के जलपाईगुड़ी में बाढ़ जैसे हालात, शहर में घुसने लगा नदी का पानी

August 26, 2023
राधिका खेड़ा ने छोड़ा कांग्रेस का दामन, प्राथमिक सदस्यता से दिया इस्तीफा

राधिका खेड़ा ने छोड़ा कांग्रेस का दामन, प्राथमिक सदस्यता से दिया इस्तीफा

May 5, 2024

EDITOR'S PICK

‘पहलवानों का विरोध ना होता तो मेडल बढ़ सकते थे’: संजय सिंह

August 14, 2024

पीएम मोदी ने एनडीए सांसदों से कहा : विचारधारा के कारण बनाया राम मंदिर और हटाया अनुच्छेद 370, पर गरीबों के लिए काम करने से ही मिलेगा वोट (लीड-1)

August 3, 2023

इराक में नौ आईएस आतंकवादी मारे गए

October 24, 2024
एएफसी एशियन कप का फाइनल ड्रॉ 11 मई को कतर में होगा

एएफसी एशियन कप का फाइनल ड्रॉ 11 मई को कतर में होगा

March 3, 2023
ADVERTISEMENT

Contact us

Address

Deshbandhu Complex, Naudra Bridge Jabalpur 482001

Mail

deshbandhump@gmail.com

Mobile

9425156056

Important links

  • राशि-भविष्य
  • वर्गीकृत विज्ञापन
  • लाइफ स्टाइल
  • मनोरंजन
  • ब्लॉग

Important links

  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
  • ई पेपर

Related Links

  • Mayaram Surjan
  • Swayamsiddha
  • Deshbandhu

Social Links

081242
Total views : 5873730
Powered By WPS Visitor Counter

Published by Abhas Surjan on behalf of Patrakar Prakashan Pvt.Ltd., Deshbandhu Complex, Naudra Bridge, Jabalpur – 482001 |T:+91 761 4006577 |M: +91 9425156056 Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions The contents of this website is for reading only. Any unauthorised attempt to temper / edit / change the contents of this website comes under cyber crime and is punishable.

Copyright @ 2022 Deshbandhu. All rights are reserved.

  • Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions
No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर

Copyright @ 2022 Deshbandhu-MP All rights are reserved.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password? Sign Up

Create New Account!

Fill the forms below to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In