नई दिल्ली, 21 अगस्त (आईएएनएस)। महिला टी20 विश्व कप 2024 का आयोजन बांग्लादेश में होना था लेकिन, वहां राजनीतिक उथल-पुथल और हिंसा का दौर जारी है। इसके कारण आईसीसी को वेन्यू बदलने के लिए मजबूर होना पड़ा और अब इस टूर्नामेंट का आयोजन यूएई में होगा। आईसीसी ने मंगलवार को यह ऐलान किया, हालांकि मेजबानी बांग्लादेश के ही पास है।
प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे और पलायन के बाद बांग्लादेश में राजनीतिक अस्थिरता बनी हुई है। बांग्लादेश में सेना ने तख्तापलट करते हुए फिलहाल अंतरिम सरकार नियुक्त की है। जून से शुरू हुई हिंसा और अराजकता के कारण महिला टी20 विश्व कप का आयोजन वहां कराना संभव नहीं था।
बांग्लादेश में जारी राजनीतिक अस्थिरता और हिंसा का असर इतना गहरा था कि बांग्लादेश की जमीन पर मेजबानी से आईसीसी का बड़ा इवेंट छिन गया है।
हालांकि बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) अभी भी आईसीसी महिला टी20 विश्व कप की मेजबानी करेगा लेकिन इस मेगा इवेंट का आयोजन अब यूएई में होगा। आईसीसी ने पुष्टि की है कि टूर्नामेंट अब बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) द्वारा यूएई में आयोजित किया जाएगा, क्योंकि देश में राजनीतिक अस्थिरता के बाद कई देशों ने अपनी-अपनी सरकारों से सुरक्षा को लेकर चिंता व्यक्त की है।
आईसीसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ज्योफ एलार्डिस ने एक बयान में कहा, “यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि महिला टी20 विश्व कप बांग्लादेश में आयोजित नहीं होगा। हम जानते हैं कि बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड एक यादगार आयोजन करता।”
“मैं बीसीबी की टीम को बांग्लादेश में इस आयोजन को सक्षम बनाने के लिए सभी प्रयास करने के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं। हालांकि इसमें भाग लेने वाली सभी टीमों की सरकारों द्वारा यात्रा सलाह जारी करने का मतलब था कि इस टूर्नामेंट का आयोजन वहां संभव नहीं था। हालांकि बीसीबी के पास मेजबानी के अधिकार बने रहेंगे। हम निकट भविष्य में बांग्लादेश में एक वैश्विक टूर्नामेंट आयोजित करने के लिए उत्सुक हैं।”
उन्होंने कहा, “मैं बीसीबी की ओर से मेजबानी करने के लिए अमीरात क्रिकेट बोर्ड, श्रीलंका और जिम्बाब्वे को उनके प्रस्तावों के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं। हम 2026 में इन दोनों देशों में आईसीसी के वैश्विक आयोजनों को देखने के लिए उत्सुक हैं।”
गौरतलब है कि, दुनिया में क्रिकेट सबसे ज्यादा भारतीय उपमहाद्वीप में लोकप्रिय है। लेकिन यहां पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान जैसे तीन क्रिकेट देशों में राजनीतिक उथल-पुथल, आंतरिक सुरक्षा के चलते क्राइसिस जोन के हालात बन चुके हैं। पाकिस्तान की जमीन पर अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट लंबे समय से नहीं हो रहा था। अफगानिस्तान में क्रिकेट अभी भी नहीं हो रहा है।
अब तक बांग्लादेश इससे अछूता था लेकिन अब इस देश का नाम भी इसमें शामिल हो गया है।
–आईएएनएस
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