सिडनी, 3 अगस्त (आईएएनएस)। पिछले महीने सिडनी में एक एसयूवी से बाइक की टक्कर के बाद मरने वाले 22 वर्षीय उबर ईट्स सवार की पहचान मुंबई के एक भारतीय छात्र के रूप में की गई है।
मैक्वेरी विश्वविद्यालय में वित्त में मास्टर डिग्री की पढ़ाई के लिए छात्रवृत्ति पर फरवरी में सिडनी आए अक्षय डोल्तानी की 22 जुलाई को रॉयल नॉर्थ शोर अस्पताल में मृत्यु हो गई थी।
उनकी पहचान की पुष्टि करते हुए, लेबर सीनेटर टोनी शेल्डन ने इस सप्ताह की शुरुआत में संसद को बताया कि 2017 के बाद से काम के दौरान मारे जाने वाले अक्षय 12वें फूड डिलीवरी राइडर हैं।
शेल्डन ने सोमवार को कहा, “अक्षय अपने सपनों को पूरा करने और अपने परिवार को एक उज्जवल भविष्य देने के लिए छात्रवृत्ति पर इस देश में आए थे।”
“रात करीब 8 बजे एपिंग में ब्लैक्सलैंड रोड और एपिंग रोड के चौराहे पर, अक्षय अपने स्कूटर पर डिलीवरी कर रहे थे, तभी एक एसयूवी ने उन्हें टक्कर मार दी।
अक्षय के चचेरे भाई ने एबीसी न्यूज को बताया कि उनके विदेश आने का एकमात्र कारण अपने परिवार के लिए अधिक सुविधाएं प्रदान करना था, ताकि वे एक बेहतर जीवन जी सकें।
अपनी फीस भरने के लिए अक्षय हफ्ते में कम से कम तीन बार फूड डिलीवरी राइडर के तौर पर काम करते थे।
अपने भतीजे का शव लेने के लिए हांगकांग से आए सुनील परयानी ने एबीसी न्यूज को बताया, “माता-पिता के लिए यह पचाना बहुत मुश्किल है कि उनका इकलौता बेटा अब नहीं रहा।”
दुर्घटना की जांच वर्तमान में न्यू साउथ वेल्स (एनएसडब्ल्यू) पुलिस और सेफवर्क एनएसडब्ल्यू द्वारा की जा रही है।
शेल्डन ने कहा, “अक्षय की दुखद मौत एक और याद दिलाती है कि गिग इकॉनमी कितनी खतरनाक हो सकती है, जहां श्रमिकों को अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए खुद को सीमा तक धकेलने के लिए मजबूर किया जाता है।”
इसके अलावा, सीनेटर ने यह सुनिश्चित करने के लिए परिवहन सुधार का आह्वान किया कि उद्योग में लगभग 2लाख 50 हजार की संख्या वाले गिग श्रमिकों को बुनियादी रोजगार अधिकार के साथ-साथ सही मुआवजा भी मिले।
एबीसी द्वारा साझा किए गए एक बयान में, उबर ईट्स ने कहा कि वह डिलीवरी कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और सड़क सुरक्षा बढ़ाने के लिए उसके पास नीतियां हैं।
कंपनी के एक प्रवक्ता ने कहा, “ऑस्ट्रेलिया में, उबर ईट्स डिलीवरी लोगों को विशेष रूप से उनके लिए डिज़ाइन किए गए एक सहायता पैकेज द्वारा कवर किया जाता है।”
–आईएएनएस
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