नई दिल्ली, 29 दिसंबर (आईएएनएस)। भारतीय फार्मा कंपनी मेरियन बायोटेक द्वारा निर्मित खांसी की दवाई के सेवन से उज्बेकिस्तान में 18 बच्चों की मौत होने के बाद मैरियन बायोटेक कंपनी में ड्रग इंस्पेक्टर और अधिकारियों ने जांच शुरू कर दी है। कंपनी ने खांसी के सिरप का प्रोडक्शन रोक दिया है।
आपको बता दें कि उज्बेकिस्तान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि एक भारतीय फर्म मैरियन बायोटेक द्वारा निर्मित खांसी की दवाई डॉक वन मैक्स की अत्यधिक खुराक लेने से तीव्र श्वसन रोग वाले 18 बच्चों की मौत हो गई है।
जानकार बताते हैं कि कफ सिरप में डायथिलीन ग्लाइकॉल और एथिलीन ग्लाइकॉल का कई बार अस्वीकार्य स्तर होता है। उसी से यह सब होता है। इनकी थोड़ी भी मात्रा ऊपर नीचे होने पर यह सिरप हानिकारक हो जाता है।
मैरियन बायोटेक फार्मा कंपनी के लीगल हेड हसन ने कहा कि मौतों पर हमें खेद है। सरकार जांच करा रही है। रिपोर्ट के मुताबिक हम कार्रवाई करेंगे। नमूने एकत्र किए गए। उस उत्पाद का निर्माण फिलहाल रोक दिया गया है और अन्य प्रक्रियाएं चल रही हैं।
–आईएएनएस
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