मुंबई, 28 अक्टूबर (आईएएनएस)। भारत में रिेयल एस्टेट डेवलपर्स की ओर से 2024 के पहले नौ महीने (जनवरी-सितंबर) के बीच क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (क्यूआईपी) के जरिए 12,801 करोड़ रुपये की राशि जुटाई है। सोमवार को जारी हुई एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई।
यह सभी सेक्टरों द्वारा क्यूआईपी के जरिए जुटाई गई 75,923 करोड़ रुपये की राशि का 17 प्रतिशत है।
रियल एस्टेट के बाद क्यूआईपी के जरिए रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर्स की ओर से सबसे अधिक फंड जुटाया गया है।
एनारॉक ग्रुप के चेयरमैन, अनुज पुरी ने कहा कि मजबूत क्यूआईपी गतिविधियां भारत के व्यापार पूंजीगत बाजार में इस सेक्टर की अहमियत को दर्शाता है।
रिपोर्ट में कहा गया कि बड़ी मात्रा में क्यूआईपी के जरिए निवेश आना इस बात को दर्शाता है कि सेक्टर में पारदर्शिता बढ़ी है। साथ ही रियल एस्टेट की मांग मजबूत बनी हुई है।
कोरोना महामारी के बाद रियल एस्टेट मार्केट में बड़ी तेजी देखने को मिली है।
रिपोर्ट के मुताबिक, जनवरी-सितंबर में देश के शीर्ष सात शहरों में 13.62 लाख यूनिट्स लॉन्च किए जा चुके हैं। साथ ही इन शहरों में मांग भी अच्छी बनी हुई है। इस अवधि के दौरान 14.36 लाख यूनिट्स की बिक्री हुई है। इस कारण से बिना बिके घरों की संख्या में 10 प्रतिशत की कमी आई है।
पुरी ने कहा कि अपने प्रोजेक्ट्स को फंड करने के बिल्डर्स आईपीओ और क्यूआईपी रूट का सहारा ले रहे हैं। हमें लगता है कि इस क्षेत्र में आने वाले समय में निवेशकों का रुझान बढ़ेगा।
महामारी के बाद घर खरीदने वालों की मजबूत मांग ने भी डेवलपर्स को सभी क्षेत्रों में नए प्रोजेक्ट लॉन्च करने के लिए आईपीओ के माध्यम से धन जुटाने के लिए प्रेरित किया है। 2021 के बाद से छह डेवलपर्स ने आईपीओ के माध्यम से सामूहिक रूप से 5,275 करोड़ रुपये जुटाए हैं।
–आईएएनएस
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