नई दिल्ली, 28 दिसंबर (आईएएनएस)। एक लेटेस्ट रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर के पेरिफेरल नोएडा एक्सप्रेसवे ने पिछले छह वर्षों में औसत आवासीय कीमतों में 66 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करवाई है। वहीं, गाजियाबाद में राज नगर एक्सटेंशन ने इस अवधि में 55 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करवाई है।
लेटेस्ट एनारॉक रिसर्च के अनुसार, नोएडा एक्सप्रेसवे ने 2019 में 5,075 रुपये प्रति वर्ग फीट से इस साल की तीसरी तिमाही में 8,400 रुपये प्रति वर्ग फीट तक कीमतों में वृद्धि देखी।
प्राइम एरिया राज नगर एक्सटेंशन ने इस अवधि में 55 प्रतिशत की वृद्धि देखी, जो कि 2019 में 3,260 रुपये प्रति वर्ग फीट से 2024 की तीसरी तिमाही में 5,050 रुपये प्रति वर्ग फीट तक हो गई है।
बेंगलुरु में, पेरिफेरल एरिया गुंजूर में औसत आवासीय मूल्य में 69 प्रतिशत वृद्धि हुई है और थन्नीसांद्रा मेन रोड में इस अवधि में 62 प्रतिशत की औसत मूल्य वृद्धि दर्ज हुई है।
एनारॉक ग्रुप के उपाध्यक्ष संतोष कुमार के अनुसार, यह किसी भी तरह से एक समान प्रवृत्ति नहीं है।
उदाहरण के लिए, दिल्ली में द्वारका एक्सप्रेसवे के प्रमुख क्षेत्र में औसत आवासीय कीमतों में 93 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज हुई, जो कि 2019 में 5,359 रुपये प्रति वर्ग फीट से 2024 की तीसरी तिमाही में 10,350 रुपये प्रति वर्ग फीट हो गई है।
कुल मिलाकर, पिछले छह वर्षों में शहरों में औसत आवासीय कीमतें बढ़ रही हैं। टॉप शहरों में कई पेरिफेरेल एरिया ने प्रमुख क्षेत्रों को पीछे छोड़ दिया क्योंकि उनके मूल्य वृद्धि की गुंजाइश प्रमुख क्षेत्रों की तुलना में अधिक थी।
पेरिफेरीज में पर्याप्त भूमि उपलब्ध होने के कारण, डेवलपर्स ने वहां बड़ी अत्याधुनिक परियोजनाएं शुरू करने के लिए उन पर ध्यान केंद्रित किया है।
बेहतर कनेक्टिविटी ने खरीदारों के लिए हरे खुले स्थानों के साथ बड़ी सोसायटी में रहना संभव बना दिया है।
कुमार के अनुसार, कोरोना महामारी के बाद यह प्रवृत्ति बहुत प्रचलित हो गई है।
मुंबई महानगर क्षेत्र (एमएमआर) के पेरिफेरेल एरिया पनवेल में पिछले 6 वर्षों में 58 प्रतिशत से अधिक मूल्य वृद्धि देखी गई, जो कि 2019 में 5,520 रुपये प्रति वर्ग फीट से इस साल तीसरी तिमाही में 8,700 रुपये प्रति वर्ग फीट हो गई है।
पुणे के प्रमुख क्षेत्र वाकड में 27 प्रतिशत मूल्य वृद्धि दर्ज की गई, जबकि पेरिफेरल वाघोली में 37 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
रिपोर्ट में कहा गया है कि हैदराबाद में, प्रमुख क्षेत्र गचीबोवली और कोंडापुर ने कोमपल्ली, एलबी नगर और तेलपुर जैसी पेरिफेरीज को पीछे छोड़ दिया।
–आईएएनएस
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