नई दिल्ली, 4 फरवरी (आईएएनएस)। छंटनी, शटडाउन और शीर्ष स्तर पर निकास के बीच भारतीय स्टार्टअप्स ने इस साल जनवरी में 107 सौदों के जरिए 732.7 मिलियन डॉलर जुटाए।
आंकड़ों के अनुसार, 314.4 मिलियन डॉलर के कुल मूल्य के 70 प्रारंभिक चरण के सौदे थे, और 418.3 मिलियन डॉलर के मूल्य के 21 विकास-चरण के सौदे थे। इसमें 16 ऐसे राउंड रहे जिनका कोई विवरण नहीं है।
एनट्रैकर की रिपोर्ट के अनुसार, जनवरी में स्टार्टअप्स के लिए कुल फंडिंग में 2023 के आखिरी महीने में 1.7 बिलियन डॉलर की उल्लेखनीय कमी देखी गई। एनट्रैकर की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले तीन वर्षों की तुलना में जनवरी के लिए यह सबसे कम फंडिंग राशि थी।
विशेष रूप से जनवरी में कोई भी स्टार्टअप 100 मिलियन डॉलर से अधिक की फंडिंग हासिल करने में कामयाब नहीं हुआ।
फिनटेक स्टार्टअप, विविफाई को जनवरी में सबसे अधिक 75 मिलियन डॉलर की फंडिंग प्राप्त हुई। एआईडैश, वाह, मोमो, इम्पैक्ट एनालिटिक्स और ब्लूस्मार्ट पिछले महीने पांच सबसे अधिक वित्त पोषित कंपनियों में से थी।
आंकड़ों के अनुसार, विकास चरण में तीन कंपनियों, वनकार्ड, इंफ्रा.मार्केट और युलु ने ऋण निधि जुटाई है।
भाविश अग्रवाल के नेतृत्व में कृत्रिम एसआई डिजाइन्स ने 50 मिलियन डॉलर की फंडिंग की घोषणा की है, जिससे यह भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम में सबसे तेज यूनिकॉर्न बन गया है।
रिपोर्ट में कहा गया, इंटरनेशनल बैटरी फाइनेंस और तीन फिनटेक स्टार्टअप स्टॉकग्रो, फिनएजीजी और इकोफी ने शीर्ष पांच की सूची में जगह बनाई। स्टॉकग्रो ने पिछले महीने सबसे ज्यादा कर्ज जुटाया।
ऑनलाइन फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म स्विगी 350 कर्मचारियों की छंटनी के साथ सबसे आगे रही, उसके बाद कल्ट डॉट फिट और इनमोबी रहे। ई-कॉमर्स मार्केटप्लेस फ्लिपकार्ट भी 1,000 से अधिक कर्मचारियों को नौकरी से निकालने के कारण खबरों में रही।
छंटनी के अलावा, कई शीर्ष स्तर के कर्मचारियों ने भारतीय स्टार्टअप छोड़ दिया। अकेले उड़ान में सीएफओ आदित्य पांडे और एफएमसीजी बिजनेस हेड विनय श्रीवास्तव सहित दो लोगों की विदाई हुई।
फोन पे के स्वामित्व वाले ‘इंडस ऐपस्टोर’ और नॉलेजहट के सीईओ और डीलशेयर और फैशिन्जा के सह-संस्थापक चले गए हैं।
छंटनी के अलावा, नॉन-फन्जिबल टोकन (एनएफटी) प्लेटफॉर्म रारियो और बाइटडांस के रेसो ने परिचालन बंद करने की घोषणा की।
–आईएएनएस
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