अमृतसर, 11 अगस्त (आईएएनएस)। पेरिस ओलंपिक की ब्रॉन्ज मेडलिस्ट भारतीय हॉकी टीम अमृतसर एयरपोर्ट पर उतरने के बाद गुरु घर सचखंड श्री हरमंदिर साहिब में माथा टेकने पहुंची। टोक्यो के बाद पेरिस ओलंपिक में भी बैक टू बैक मेडल जीतने वाली टीम के खिलाड़ियों को एसजीपीसी के पदाधिकारियों और एसजीपीसी के अध्यक्ष ने सम्मानित भी किया।
भारतीय हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने कहा कि, “मेडल लाने के बाद बहुत अच्छा लग रहा है। पिछली बार भी हमने अमृतसर पहुंचकर अपने घर जाने से पहले गुरु घर में माथा टेका था। टोक्यो ओलंपिक के बाद भी हमने यही किया था। हमने गुरु घर में माथा टेकने के बाद भगवान का शुक्रिया अदा किया। भारतीय हॉकी को बहुत प्यार और सम्मान मिल रहा है।”
इस दौरान हॉकी खिलाड़ी गुरजंत सिंह ने सरकार से शहरों और गांवों में मैदान तैयार करने की अपील की, ताकि खिलाड़ी अच्छा अभ्यास करके पदक प्राप्त कर सकें।
इस अवसर पर शिरोमणि कमेटी के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने पूरी टीम को बधाई देते हुए कहा कि मैं भगवान से इन खिलाड़ियों के अच्छे भविष्य की कामना करता हूं। गुरु साहिब उन्हें कृपा और शांति प्रदान करें।
उन्होंने कहा कि हमारे 10 खिलाड़ी पंजाब से हैं। हम चाहते हैं कि पंजाब के खिलाड़ी अन्य खेलों में भी प्रतिस्पर्धा करते हुए राज्य का नाम रोशन करें।
मालूम हो कि, भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने 52 साल बाद ओलंपिक में बैक टू बैक मेडल लाने में कामयाबी हासिल की है। कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने टीम के लिए सर्वाधिक गोल स्कोर किए। इसके अलावा गोलकीपर पीआर श्रीजेश ने भी उल्लेखनीय योगदान दिया। भारतीय हॉकी टीम ने पेरिस ओलंपिक में लगातार बेहतरीन प्रदर्शन किया था, हालांकि उनको सेमीफाइनल मैच में जर्मनी के हाथों 2-3 से हार का सामना करना पड़ा।
भारत ने इसके बाद कांस्य पदक मैच में स्पेन को हराकर मेडल जीता। इससे पहले भारत ने टोक्यो ओलंपिक में जर्मनी को हराकर ब्रॉन्ज मेडल जीतकर 40 साल बाद हॉकी में पदक का सूखा समाप्त किया था।
–आईएएनएस
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