नई दिल्ली, 14 जुलाई (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को पेरिस में कहा कि भारत देश की विकास यात्रा में फ्रांस को एक स्वाभाविक भागीदार के रूप में देखता है।
पेरिस के एलिसी पैलेस में प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता के बाद फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ एक संयुक्त प्रेस वार्ता के दौरान पीएम मोदी ने कहा, ”हम अपनी रणनीतिक साझेदारी के 25 साल पूरे होने का जश्न मना रहे हैं। हम पिछले 25 वर्षों की मजबूत नींव के आधार पर अगले 25 वर्षों का रोडमैप बना रहे हैं।”
रक्षा संबंधों को भारत-फ्रांस संबंधों की नींव बताते हुए पीएम मोदी ने कहा कि फ्रांस ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ पहल में एक महत्वपूर्ण भागीदार है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि ‘चाहे भारतीय नौसैनिक जहाजों की पनडुब्बियां हों, हम मिलकर न केवल अपनी, बल्कि अन्य मित्र देशों की जरूरतों को भी पूरा करना चाहते हैं।”
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत और फ्रांस हमेशा साथ रहे हैं। हमारा मानना है कि सीमा पार आतंकवाद को रोकने के लिए कड़ी कार्रवाई की जरूरत है और दोनों देश इस दिशा में सहयोग बढ़ाने पर सहमत हुए हैं।
कोविड महामारी और यूक्रेन संकट पर बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि इससे दुनिया प्रभावित हुई है। वैश्विक दक्षिण देशों को सबसे अधिक नुकसान हुआ है। यह चिंता का विषय है। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारा मानना है कि सभी मुद्दों को सुलझाने के लिए बातचीत और कूटनीति का इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
उन्होंने यह भी कहा कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति बनाए रखने में भारत और फ्रांस की विशेष जिम्मेदारी है। पीएम ने कहा कि इंडो-पैसिफिक क्षेत्र की रेज़िडेंट शक्तियों के रूप में, भारत और फ्रांस इंडो-पैसिफिक सहयोग रोडमैप पर काम कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह भी बताया कि भारत और फ्रांस, फ्रांस में भारत के यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (यूपीआई) को लॉन्च करने पर सहमत हुए हैं। हमने परमाणु ऊर्जा में अपने सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए छोटे और मॉड्यूलर परमाणु रिएक्टरों पर सहयोग पर चर्चा की है।
–आईएएनएस
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