नई दिल्ली, 29 मई (आईएएनएस)। कोयला और खान मंत्री प्रल्हाद जोशी ने सोमवार को कहा कि 2014 में 500 मिलियन टन कोयले का उत्पादन होता था, लेकिन आज भारत इसका सबसे बड़ा उत्पादक और आयातक बन गया है।
यहां पहला माइनिंग स्टार्टअप समिट को संबोधित करते हुए जोशी ने कहा कि आज भारत के पास चौथा सबसे बड़ा कोयला भंडार है।
उन्होंने कहा, इस साल, कोयले का उत्पादन 850 मिलियन टन तक पहुंच गया है। हम 2025-2026 तक थर्मल कोयले के आयात को पूरी तरह से बंद करने की उम्मीद करते हैं। इसके अलावा, नई खदानों की खोज और नीलामी के लिए एक पारदर्शी प्रणाली स्थापित की गई है।
पहले खनन स्टार्टअप शिखर सम्मेलन में 82 स्टार्टअप और 140 प्रतिभागी हैं। आयात पर निर्भरता से लागत में वृद्धि और फॉरेन एक्सचेंज खर्च होता है।
उन्होंने कहा, आयात कम करने के लिए हमारे पास नई योजना होनी चाहिए।
जोशी ने कहा, 2014 में 300 स्टार्ट-अप से, पिछले नौ वर्षों में हमने एक लाख स्टार्ट-अप और सौ यूनिकॉर्न को छू लिया है। इसने नौ लाख नौकरियां पैदा की हैं और 333 अरब डॉलर का संचयी मूल्य जोड़ा है। हालांकि हमें इसे और आगे ले जाने की जरूरत है। टिकाऊ और ऑप्टिमम प्रौद्योगिकी समय की आवश्यकता है। उसी के लिए स्टार्ट-अप तकनीक आवश्यक है।
–आईएएनएस
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