चंडीगढ़, 18 जनवरी (आईएएनएस)। भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) उत्तरी क्षेत्र ने बुधवार को भारत-ऑस्ट्रेलिया आर्थिक सहयोग और व्यापार समझौते (ईसीटीए) से उत्पन्न होने वाले अवसरों और लाभों पर एक बिजनेस आउटरीच सत्र का आयोजन किया।
सत्र का उद्देश्य इस मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) से उत्पन्न होने वाले भारतीय उद्योग के लिए लाभ पर उद्योग को जानकारी देना था।
केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय में विदेश व्यापार के अतिरिक्त महानिदेशक तपन मजूमदार ने कहा कि भारत के लिए प्रमुख प्रोत्साहन इसके श्रम प्रधान क्षेत्रों में होगा, जो इस समय ऑस्ट्रेलिया द्वारा लगाए गए 4-5 प्रतिशत आयात शुल्क के अधीन हैं।
मजूमदार ने कहा, वाणिज्य विभाग स्वच्छ वायु प्रौद्योगिकी, खनन, शिक्षा और अनुसंधान और विकास में निवेश लाने के लिए ऑस्ट्रेलियाई सरकार के साथ बातचीत कर रहा है। ऑस्ट्रेलिया में वेयरहाउसिंग सिस्टम का उपयोग न्यूजीलैंड, फिजी और पापुआ न्यू गिनी के प्रवेश द्वार के रूप में किया जा सकता है जहां भारतीय उपस्थिति नगण्य है।
इसके अलावा, उन्होंने सीआईआई और उद्योग से एक साथ काम करने और वाणिज्य विभाग को अधिक जानकारी देने का आग्रह किया, ताकि भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच द्विपक्षीय संबंध मजबूत हो सकें।
सीआईआई पंजाब स्टेट काउंसिल के वाइस चेयरमैन पी.जे. सिंह ने कहा कि भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच ईसीटीए के कार्यान्वयन से पांच साल में वस्तुओं और सेवाओं में द्विपक्षीय व्यापार को दोगुना कर 45 अरब डॉलर करने की क्षमता है।
समझौते के त्वरित निष्कर्ष के लिए दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों को बधाई देते हुए सिंह ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया के बाजार में शून्य-शुल्क पहुंच वर्तमान में भारत के लिए 29 दिसंबर, 2022 को ईसीटीए के लागू होने के साथ उपलब्ध है।
ऑस्ट्रेलिया अपनी 100 प्रतिशत टैरिफ लाइनों के लिए भारत को शून्य-शुल्क पहुंच प्रदान करेगा (पहले दिन से 98.3 प्रतिशत टैरिफ लाइनें और शेष 1.7 प्रतिशत पांच वर्षो में चरणबद्ध तरीके से)।
इससे 2026-27 तक भारत के व्यापारिक निर्यात में 10 अरब डॉलर का उछाल आने की उम्मीद है और इससे भारत में अतिरिक्त 10 लाख नौकरियां और ऑस्ट्रेलिया में नौकरी के अधिक अवसर पैदा करने में मदद मिलेगी।
सिंह ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया से स्टील और एल्युमीनियम सहित कई क्षेत्रों को सस्ता कच्चा माल उपलब्ध कराने के अलावा, ईसीटीए ऑस्ट्रेलिया से निवेश बढ़ाने की सुविधा भी देगा और भारतीय विनिर्माण का समर्थन करेगा।
एक्जिम बैंक के क्षेत्रीय प्रमुख वीरेंद्र पाल सिंह मोंगिया ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया और भारत तेजी से रणनीतिक और आर्थिक भागीदारों के रूप में एक साथ काम कर रहे हैं। भारत-ऑस्ट्रेलिया ईसीटीए एक अभूतपूर्व समझौता है जो उद्योग की विशाल अप्रयुक्त क्षमता को भुनाने के लिए लाभ उठाएगा।
–आईएएनएस
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