deshbandhu

deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Menu
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Facebook Twitter Youtube
  • भोपाल
  • इंदौर
  • उज्जैन
  • ग्वालियर
  • जबलपुर
  • रीवा
  • चंबल
  • नर्मदापुरम
  • शहडोल
  • सागर
  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
ADVERTISEMENT
Home ताज़ा समाचार

भारत की नीतू, स्वीटी ने आईबीए महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में ऐतिहासिक स्वर्ण जीता

by
March 25, 2023
in ताज़ा समाचार
0
भारत की नीतू, स्वीटी ने आईबीए महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में ऐतिहासिक स्वर्ण जीता
0
SHARES
1
VIEWS
Share on FacebookShare on Whatsapp
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 25 मार्च (आईएएनएस)। शनिवार को इंदिरा गांधी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में आईबीए महिला विश्व मुक्केबाजी चैम्पियनशिप के फाइनल में इतिहास रचते हुए जीत दर्ज करने के बाद उत्साही भारतीय मुक्केबाज नीतू घनघस और स्वीटी बूरा को पहली बार विश्व चैंपियन के रूप में ताज पहनाया गया।

जहां 2022 के राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता नीतू (48 किग्रा) ने मंगोलिया की लुत्साइखान अल्तांसेटसेग को 5-0 से हराकर अपना पहला विश्व चैंपियनशिप पदक जीता, वहीं तीन बार की एशियाई पदक विजेता स्वीटी (81 किग्रा) को चीन की वांग लीना के खिलाफ विश्व चैंपियनशिप में अपना दूसरा पदक हासिल करने के लिए बाउट की समीक्षा के बाद अंकों के आधार पर 4-3 से जीत हासिल करने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।

READ ALSO

आईपीएल 2025 फिर से शुरू होगा, BCCI करेगा नया शेड्यूल जारी

जबलपुर रेल मंडल के टीटीई परेशान

अपनी शानदार फॉर्म को बरकरार रखते हुए नीतू (48 किग्रा) ने दो बार की एशियाई कांस्य पदक विजेता लुत्साइखान के लिए क्लोज रेंज और स्मार्ट मूवमेंट से अपने आक्रामक वर्चस्व का इस्तेमाल किया। भिवानी की 22 वर्षीय मुक्केबाज ने मंगोलियाई एथलीट पर ताबड़तोड़ मुक्के बरसाकर जोरदार शुरूआत की और सर्वसम्मत निर्णय से जीत हासिल करने के लिए लगातार हमले और ²ढ़ डिफेंस का शानदार संयोजन दिखाया।

नीतू ने कहा, स्वर्ण पदक जीतने के बाद मैं बहुत खुश हूं। मैं पिछले साल स्वर्ण की अपनी खोज में पिछड़ गई थी इसलिए हमने गलतियों पर काम किया और घरेलू समर्थन के सामने इस जीत हासिल की। कल अपने कोचों के साथ चर्चा करने के बाद मैंने पहले दौर से ही आक्रामक होने का फैसला किया था ताकि स्कोर को अपने पक्ष में कर सकूं। मैं कई सालों से कड़ी मेहनत कर रही हूं और यह मेडल मेरे लिए बहुत मायने रखता है।

अपने दूसरे विश्व चैंपियनशिप फाइनल में प्रतिस्पर्धा करते हुए स्वीटी को 2018 विश्व चैंपियन वांग लीना के खिलाफ कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ा। हालांकि, भारतीय खिलाड़ी ने अपनी उच्च तकनीकी क्षमता और शक्ति का उपयोग पूरे खेल के दौरान अपने प्रतिद्वंद्वी को प्रभावशाली ढंग से पराजित करने के लिए किया।

स्वीटी ने कहा- विश्व चैंपियन बनने के अपने सपने को पूरा करने के बाद मैं रोमांचित हूं। मुकाबला अच्छा रहा और मैं अपनी योजना को पूरी तरह से क्रियान्वित करने में सफल रही। टूनार्मेंट में मेरा प्रदर्शन बेहतर होता गया क्योंकि मुकाबले आगे बढ़े और मेरा शरीर भी अच्छी प्रतिक्रिया दे रहा था। मैं प्रशंसकों को उनके लगातार प्यार और समर्थन के लिए धन्यवाद देना चाहती हूं।

दोनों मुक्केबाजों को विश्व चैंपियंस के रूप में ताज पहनाए जाने के बाद पुरस्कार राशि में प्रत्येक को 82.7 लाख रुपए ( 100,000 डॉलर) से सम्मानित किया गया।

57 किग्रा वर्ग में, टोक्यो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता इटली की इरमा टेस्टा ने भी अपना पहला विश्व चैंपियनशिप स्वर्ण जीता, उन्होंने कजाकिस्तान की करीना इब्रागिमोवा को 5-0 से हराया। चीनी ताइपे के लिन यू-टिंग के खिलाफ कड़े मुकाबले में 1-4 से हार के बाद टूर्नामेंट के पिछले संस्करण में रजत पदक से संतोष करने वाली इरमा ने इस बार उस परिणाम को दोहराने से बचने के लिए सब कुछ झोंक दिया और एक यादगार जीत हासिल की।

नीतू और स्वीटी की ऐतिहासिक जीत के बाद, भारत की दो और स्वर्ण पदक की तलाश रविवार को जारी रहेगी, जब मौजूदा विश्व चैंपियन निकहत जरीन और टोक्यो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता लवलीना बोरगोहेन अपने-अपने फाइनल मुकाबले के लिए रिंग में उतरेंगी।

–आईएएनएस

केसी/एएनएम

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 25 मार्च (आईएएनएस)। शनिवार को इंदिरा गांधी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में आईबीए महिला विश्व मुक्केबाजी चैम्पियनशिप के फाइनल में इतिहास रचते हुए जीत दर्ज करने के बाद उत्साही भारतीय मुक्केबाज नीतू घनघस और स्वीटी बूरा को पहली बार विश्व चैंपियन के रूप में ताज पहनाया गया।

जहां 2022 के राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता नीतू (48 किग्रा) ने मंगोलिया की लुत्साइखान अल्तांसेटसेग को 5-0 से हराकर अपना पहला विश्व चैंपियनशिप पदक जीता, वहीं तीन बार की एशियाई पदक विजेता स्वीटी (81 किग्रा) को चीन की वांग लीना के खिलाफ विश्व चैंपियनशिप में अपना दूसरा पदक हासिल करने के लिए बाउट की समीक्षा के बाद अंकों के आधार पर 4-3 से जीत हासिल करने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।

अपनी शानदार फॉर्म को बरकरार रखते हुए नीतू (48 किग्रा) ने दो बार की एशियाई कांस्य पदक विजेता लुत्साइखान के लिए क्लोज रेंज और स्मार्ट मूवमेंट से अपने आक्रामक वर्चस्व का इस्तेमाल किया। भिवानी की 22 वर्षीय मुक्केबाज ने मंगोलियाई एथलीट पर ताबड़तोड़ मुक्के बरसाकर जोरदार शुरूआत की और सर्वसम्मत निर्णय से जीत हासिल करने के लिए लगातार हमले और ²ढ़ डिफेंस का शानदार संयोजन दिखाया।

नीतू ने कहा, स्वर्ण पदक जीतने के बाद मैं बहुत खुश हूं। मैं पिछले साल स्वर्ण की अपनी खोज में पिछड़ गई थी इसलिए हमने गलतियों पर काम किया और घरेलू समर्थन के सामने इस जीत हासिल की। कल अपने कोचों के साथ चर्चा करने के बाद मैंने पहले दौर से ही आक्रामक होने का फैसला किया था ताकि स्कोर को अपने पक्ष में कर सकूं। मैं कई सालों से कड़ी मेहनत कर रही हूं और यह मेडल मेरे लिए बहुत मायने रखता है।

अपने दूसरे विश्व चैंपियनशिप फाइनल में प्रतिस्पर्धा करते हुए स्वीटी को 2018 विश्व चैंपियन वांग लीना के खिलाफ कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ा। हालांकि, भारतीय खिलाड़ी ने अपनी उच्च तकनीकी क्षमता और शक्ति का उपयोग पूरे खेल के दौरान अपने प्रतिद्वंद्वी को प्रभावशाली ढंग से पराजित करने के लिए किया।

स्वीटी ने कहा- विश्व चैंपियन बनने के अपने सपने को पूरा करने के बाद मैं रोमांचित हूं। मुकाबला अच्छा रहा और मैं अपनी योजना को पूरी तरह से क्रियान्वित करने में सफल रही। टूनार्मेंट में मेरा प्रदर्शन बेहतर होता गया क्योंकि मुकाबले आगे बढ़े और मेरा शरीर भी अच्छी प्रतिक्रिया दे रहा था। मैं प्रशंसकों को उनके लगातार प्यार और समर्थन के लिए धन्यवाद देना चाहती हूं।

दोनों मुक्केबाजों को विश्व चैंपियंस के रूप में ताज पहनाए जाने के बाद पुरस्कार राशि में प्रत्येक को 82.7 लाख रुपए ( 100,000 डॉलर) से सम्मानित किया गया।

57 किग्रा वर्ग में, टोक्यो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता इटली की इरमा टेस्टा ने भी अपना पहला विश्व चैंपियनशिप स्वर्ण जीता, उन्होंने कजाकिस्तान की करीना इब्रागिमोवा को 5-0 से हराया। चीनी ताइपे के लिन यू-टिंग के खिलाफ कड़े मुकाबले में 1-4 से हार के बाद टूर्नामेंट के पिछले संस्करण में रजत पदक से संतोष करने वाली इरमा ने इस बार उस परिणाम को दोहराने से बचने के लिए सब कुछ झोंक दिया और एक यादगार जीत हासिल की।

नीतू और स्वीटी की ऐतिहासिक जीत के बाद, भारत की दो और स्वर्ण पदक की तलाश रविवार को जारी रहेगी, जब मौजूदा विश्व चैंपियन निकहत जरीन और टोक्यो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता लवलीना बोरगोहेन अपने-अपने फाइनल मुकाबले के लिए रिंग में उतरेंगी।

–आईएएनएस

केसी/एएनएम

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 25 मार्च (आईएएनएस)। शनिवार को इंदिरा गांधी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में आईबीए महिला विश्व मुक्केबाजी चैम्पियनशिप के फाइनल में इतिहास रचते हुए जीत दर्ज करने के बाद उत्साही भारतीय मुक्केबाज नीतू घनघस और स्वीटी बूरा को पहली बार विश्व चैंपियन के रूप में ताज पहनाया गया।

जहां 2022 के राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता नीतू (48 किग्रा) ने मंगोलिया की लुत्साइखान अल्तांसेटसेग को 5-0 से हराकर अपना पहला विश्व चैंपियनशिप पदक जीता, वहीं तीन बार की एशियाई पदक विजेता स्वीटी (81 किग्रा) को चीन की वांग लीना के खिलाफ विश्व चैंपियनशिप में अपना दूसरा पदक हासिल करने के लिए बाउट की समीक्षा के बाद अंकों के आधार पर 4-3 से जीत हासिल करने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।

अपनी शानदार फॉर्म को बरकरार रखते हुए नीतू (48 किग्रा) ने दो बार की एशियाई कांस्य पदक विजेता लुत्साइखान के लिए क्लोज रेंज और स्मार्ट मूवमेंट से अपने आक्रामक वर्चस्व का इस्तेमाल किया। भिवानी की 22 वर्षीय मुक्केबाज ने मंगोलियाई एथलीट पर ताबड़तोड़ मुक्के बरसाकर जोरदार शुरूआत की और सर्वसम्मत निर्णय से जीत हासिल करने के लिए लगातार हमले और ²ढ़ डिफेंस का शानदार संयोजन दिखाया।

नीतू ने कहा, स्वर्ण पदक जीतने के बाद मैं बहुत खुश हूं। मैं पिछले साल स्वर्ण की अपनी खोज में पिछड़ गई थी इसलिए हमने गलतियों पर काम किया और घरेलू समर्थन के सामने इस जीत हासिल की। कल अपने कोचों के साथ चर्चा करने के बाद मैंने पहले दौर से ही आक्रामक होने का फैसला किया था ताकि स्कोर को अपने पक्ष में कर सकूं। मैं कई सालों से कड़ी मेहनत कर रही हूं और यह मेडल मेरे लिए बहुत मायने रखता है।

अपने दूसरे विश्व चैंपियनशिप फाइनल में प्रतिस्पर्धा करते हुए स्वीटी को 2018 विश्व चैंपियन वांग लीना के खिलाफ कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ा। हालांकि, भारतीय खिलाड़ी ने अपनी उच्च तकनीकी क्षमता और शक्ति का उपयोग पूरे खेल के दौरान अपने प्रतिद्वंद्वी को प्रभावशाली ढंग से पराजित करने के लिए किया।

स्वीटी ने कहा- विश्व चैंपियन बनने के अपने सपने को पूरा करने के बाद मैं रोमांचित हूं। मुकाबला अच्छा रहा और मैं अपनी योजना को पूरी तरह से क्रियान्वित करने में सफल रही। टूनार्मेंट में मेरा प्रदर्शन बेहतर होता गया क्योंकि मुकाबले आगे बढ़े और मेरा शरीर भी अच्छी प्रतिक्रिया दे रहा था। मैं प्रशंसकों को उनके लगातार प्यार और समर्थन के लिए धन्यवाद देना चाहती हूं।

दोनों मुक्केबाजों को विश्व चैंपियंस के रूप में ताज पहनाए जाने के बाद पुरस्कार राशि में प्रत्येक को 82.7 लाख रुपए ( 100,000 डॉलर) से सम्मानित किया गया।

57 किग्रा वर्ग में, टोक्यो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता इटली की इरमा टेस्टा ने भी अपना पहला विश्व चैंपियनशिप स्वर्ण जीता, उन्होंने कजाकिस्तान की करीना इब्रागिमोवा को 5-0 से हराया। चीनी ताइपे के लिन यू-टिंग के खिलाफ कड़े मुकाबले में 1-4 से हार के बाद टूर्नामेंट के पिछले संस्करण में रजत पदक से संतोष करने वाली इरमा ने इस बार उस परिणाम को दोहराने से बचने के लिए सब कुछ झोंक दिया और एक यादगार जीत हासिल की।

नीतू और स्वीटी की ऐतिहासिक जीत के बाद, भारत की दो और स्वर्ण पदक की तलाश रविवार को जारी रहेगी, जब मौजूदा विश्व चैंपियन निकहत जरीन और टोक्यो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता लवलीना बोरगोहेन अपने-अपने फाइनल मुकाबले के लिए रिंग में उतरेंगी।

–आईएएनएस

केसी/एएनएम

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 25 मार्च (आईएएनएस)। शनिवार को इंदिरा गांधी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में आईबीए महिला विश्व मुक्केबाजी चैम्पियनशिप के फाइनल में इतिहास रचते हुए जीत दर्ज करने के बाद उत्साही भारतीय मुक्केबाज नीतू घनघस और स्वीटी बूरा को पहली बार विश्व चैंपियन के रूप में ताज पहनाया गया।

जहां 2022 के राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता नीतू (48 किग्रा) ने मंगोलिया की लुत्साइखान अल्तांसेटसेग को 5-0 से हराकर अपना पहला विश्व चैंपियनशिप पदक जीता, वहीं तीन बार की एशियाई पदक विजेता स्वीटी (81 किग्रा) को चीन की वांग लीना के खिलाफ विश्व चैंपियनशिप में अपना दूसरा पदक हासिल करने के लिए बाउट की समीक्षा के बाद अंकों के आधार पर 4-3 से जीत हासिल करने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।

अपनी शानदार फॉर्म को बरकरार रखते हुए नीतू (48 किग्रा) ने दो बार की एशियाई कांस्य पदक विजेता लुत्साइखान के लिए क्लोज रेंज और स्मार्ट मूवमेंट से अपने आक्रामक वर्चस्व का इस्तेमाल किया। भिवानी की 22 वर्षीय मुक्केबाज ने मंगोलियाई एथलीट पर ताबड़तोड़ मुक्के बरसाकर जोरदार शुरूआत की और सर्वसम्मत निर्णय से जीत हासिल करने के लिए लगातार हमले और ²ढ़ डिफेंस का शानदार संयोजन दिखाया।

नीतू ने कहा, स्वर्ण पदक जीतने के बाद मैं बहुत खुश हूं। मैं पिछले साल स्वर्ण की अपनी खोज में पिछड़ गई थी इसलिए हमने गलतियों पर काम किया और घरेलू समर्थन के सामने इस जीत हासिल की। कल अपने कोचों के साथ चर्चा करने के बाद मैंने पहले दौर से ही आक्रामक होने का फैसला किया था ताकि स्कोर को अपने पक्ष में कर सकूं। मैं कई सालों से कड़ी मेहनत कर रही हूं और यह मेडल मेरे लिए बहुत मायने रखता है।

अपने दूसरे विश्व चैंपियनशिप फाइनल में प्रतिस्पर्धा करते हुए स्वीटी को 2018 विश्व चैंपियन वांग लीना के खिलाफ कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ा। हालांकि, भारतीय खिलाड़ी ने अपनी उच्च तकनीकी क्षमता और शक्ति का उपयोग पूरे खेल के दौरान अपने प्रतिद्वंद्वी को प्रभावशाली ढंग से पराजित करने के लिए किया।

स्वीटी ने कहा- विश्व चैंपियन बनने के अपने सपने को पूरा करने के बाद मैं रोमांचित हूं। मुकाबला अच्छा रहा और मैं अपनी योजना को पूरी तरह से क्रियान्वित करने में सफल रही। टूनार्मेंट में मेरा प्रदर्शन बेहतर होता गया क्योंकि मुकाबले आगे बढ़े और मेरा शरीर भी अच्छी प्रतिक्रिया दे रहा था। मैं प्रशंसकों को उनके लगातार प्यार और समर्थन के लिए धन्यवाद देना चाहती हूं।

दोनों मुक्केबाजों को विश्व चैंपियंस के रूप में ताज पहनाए जाने के बाद पुरस्कार राशि में प्रत्येक को 82.7 लाख रुपए ( 100,000 डॉलर) से सम्मानित किया गया।

57 किग्रा वर्ग में, टोक्यो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता इटली की इरमा टेस्टा ने भी अपना पहला विश्व चैंपियनशिप स्वर्ण जीता, उन्होंने कजाकिस्तान की करीना इब्रागिमोवा को 5-0 से हराया। चीनी ताइपे के लिन यू-टिंग के खिलाफ कड़े मुकाबले में 1-4 से हार के बाद टूर्नामेंट के पिछले संस्करण में रजत पदक से संतोष करने वाली इरमा ने इस बार उस परिणाम को दोहराने से बचने के लिए सब कुछ झोंक दिया और एक यादगार जीत हासिल की।

नीतू और स्वीटी की ऐतिहासिक जीत के बाद, भारत की दो और स्वर्ण पदक की तलाश रविवार को जारी रहेगी, जब मौजूदा विश्व चैंपियन निकहत जरीन और टोक्यो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता लवलीना बोरगोहेन अपने-अपने फाइनल मुकाबले के लिए रिंग में उतरेंगी।

–आईएएनएस

केसी/एएनएम

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 25 मार्च (आईएएनएस)। शनिवार को इंदिरा गांधी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में आईबीए महिला विश्व मुक्केबाजी चैम्पियनशिप के फाइनल में इतिहास रचते हुए जीत दर्ज करने के बाद उत्साही भारतीय मुक्केबाज नीतू घनघस और स्वीटी बूरा को पहली बार विश्व चैंपियन के रूप में ताज पहनाया गया।

जहां 2022 के राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता नीतू (48 किग्रा) ने मंगोलिया की लुत्साइखान अल्तांसेटसेग को 5-0 से हराकर अपना पहला विश्व चैंपियनशिप पदक जीता, वहीं तीन बार की एशियाई पदक विजेता स्वीटी (81 किग्रा) को चीन की वांग लीना के खिलाफ विश्व चैंपियनशिप में अपना दूसरा पदक हासिल करने के लिए बाउट की समीक्षा के बाद अंकों के आधार पर 4-3 से जीत हासिल करने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।

अपनी शानदार फॉर्म को बरकरार रखते हुए नीतू (48 किग्रा) ने दो बार की एशियाई कांस्य पदक विजेता लुत्साइखान के लिए क्लोज रेंज और स्मार्ट मूवमेंट से अपने आक्रामक वर्चस्व का इस्तेमाल किया। भिवानी की 22 वर्षीय मुक्केबाज ने मंगोलियाई एथलीट पर ताबड़तोड़ मुक्के बरसाकर जोरदार शुरूआत की और सर्वसम्मत निर्णय से जीत हासिल करने के लिए लगातार हमले और ²ढ़ डिफेंस का शानदार संयोजन दिखाया।

नीतू ने कहा, स्वर्ण पदक जीतने के बाद मैं बहुत खुश हूं। मैं पिछले साल स्वर्ण की अपनी खोज में पिछड़ गई थी इसलिए हमने गलतियों पर काम किया और घरेलू समर्थन के सामने इस जीत हासिल की। कल अपने कोचों के साथ चर्चा करने के बाद मैंने पहले दौर से ही आक्रामक होने का फैसला किया था ताकि स्कोर को अपने पक्ष में कर सकूं। मैं कई सालों से कड़ी मेहनत कर रही हूं और यह मेडल मेरे लिए बहुत मायने रखता है।

अपने दूसरे विश्व चैंपियनशिप फाइनल में प्रतिस्पर्धा करते हुए स्वीटी को 2018 विश्व चैंपियन वांग लीना के खिलाफ कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ा। हालांकि, भारतीय खिलाड़ी ने अपनी उच्च तकनीकी क्षमता और शक्ति का उपयोग पूरे खेल के दौरान अपने प्रतिद्वंद्वी को प्रभावशाली ढंग से पराजित करने के लिए किया।

स्वीटी ने कहा- विश्व चैंपियन बनने के अपने सपने को पूरा करने के बाद मैं रोमांचित हूं। मुकाबला अच्छा रहा और मैं अपनी योजना को पूरी तरह से क्रियान्वित करने में सफल रही। टूनार्मेंट में मेरा प्रदर्शन बेहतर होता गया क्योंकि मुकाबले आगे बढ़े और मेरा शरीर भी अच्छी प्रतिक्रिया दे रहा था। मैं प्रशंसकों को उनके लगातार प्यार और समर्थन के लिए धन्यवाद देना चाहती हूं।

दोनों मुक्केबाजों को विश्व चैंपियंस के रूप में ताज पहनाए जाने के बाद पुरस्कार राशि में प्रत्येक को 82.7 लाख रुपए ( 100,000 डॉलर) से सम्मानित किया गया।

57 किग्रा वर्ग में, टोक्यो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता इटली की इरमा टेस्टा ने भी अपना पहला विश्व चैंपियनशिप स्वर्ण जीता, उन्होंने कजाकिस्तान की करीना इब्रागिमोवा को 5-0 से हराया। चीनी ताइपे के लिन यू-टिंग के खिलाफ कड़े मुकाबले में 1-4 से हार के बाद टूर्नामेंट के पिछले संस्करण में रजत पदक से संतोष करने वाली इरमा ने इस बार उस परिणाम को दोहराने से बचने के लिए सब कुछ झोंक दिया और एक यादगार जीत हासिल की।

नीतू और स्वीटी की ऐतिहासिक जीत के बाद, भारत की दो और स्वर्ण पदक की तलाश रविवार को जारी रहेगी, जब मौजूदा विश्व चैंपियन निकहत जरीन और टोक्यो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता लवलीना बोरगोहेन अपने-अपने फाइनल मुकाबले के लिए रिंग में उतरेंगी।

–आईएएनएस

केसी/एएनएम

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 25 मार्च (आईएएनएस)। शनिवार को इंदिरा गांधी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में आईबीए महिला विश्व मुक्केबाजी चैम्पियनशिप के फाइनल में इतिहास रचते हुए जीत दर्ज करने के बाद उत्साही भारतीय मुक्केबाज नीतू घनघस और स्वीटी बूरा को पहली बार विश्व चैंपियन के रूप में ताज पहनाया गया।

जहां 2022 के राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता नीतू (48 किग्रा) ने मंगोलिया की लुत्साइखान अल्तांसेटसेग को 5-0 से हराकर अपना पहला विश्व चैंपियनशिप पदक जीता, वहीं तीन बार की एशियाई पदक विजेता स्वीटी (81 किग्रा) को चीन की वांग लीना के खिलाफ विश्व चैंपियनशिप में अपना दूसरा पदक हासिल करने के लिए बाउट की समीक्षा के बाद अंकों के आधार पर 4-3 से जीत हासिल करने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।

अपनी शानदार फॉर्म को बरकरार रखते हुए नीतू (48 किग्रा) ने दो बार की एशियाई कांस्य पदक विजेता लुत्साइखान के लिए क्लोज रेंज और स्मार्ट मूवमेंट से अपने आक्रामक वर्चस्व का इस्तेमाल किया। भिवानी की 22 वर्षीय मुक्केबाज ने मंगोलियाई एथलीट पर ताबड़तोड़ मुक्के बरसाकर जोरदार शुरूआत की और सर्वसम्मत निर्णय से जीत हासिल करने के लिए लगातार हमले और ²ढ़ डिफेंस का शानदार संयोजन दिखाया।

नीतू ने कहा, स्वर्ण पदक जीतने के बाद मैं बहुत खुश हूं। मैं पिछले साल स्वर्ण की अपनी खोज में पिछड़ गई थी इसलिए हमने गलतियों पर काम किया और घरेलू समर्थन के सामने इस जीत हासिल की। कल अपने कोचों के साथ चर्चा करने के बाद मैंने पहले दौर से ही आक्रामक होने का फैसला किया था ताकि स्कोर को अपने पक्ष में कर सकूं। मैं कई सालों से कड़ी मेहनत कर रही हूं और यह मेडल मेरे लिए बहुत मायने रखता है।

अपने दूसरे विश्व चैंपियनशिप फाइनल में प्रतिस्पर्धा करते हुए स्वीटी को 2018 विश्व चैंपियन वांग लीना के खिलाफ कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ा। हालांकि, भारतीय खिलाड़ी ने अपनी उच्च तकनीकी क्षमता और शक्ति का उपयोग पूरे खेल के दौरान अपने प्रतिद्वंद्वी को प्रभावशाली ढंग से पराजित करने के लिए किया।

स्वीटी ने कहा- विश्व चैंपियन बनने के अपने सपने को पूरा करने के बाद मैं रोमांचित हूं। मुकाबला अच्छा रहा और मैं अपनी योजना को पूरी तरह से क्रियान्वित करने में सफल रही। टूनार्मेंट में मेरा प्रदर्शन बेहतर होता गया क्योंकि मुकाबले आगे बढ़े और मेरा शरीर भी अच्छी प्रतिक्रिया दे रहा था। मैं प्रशंसकों को उनके लगातार प्यार और समर्थन के लिए धन्यवाद देना चाहती हूं।

दोनों मुक्केबाजों को विश्व चैंपियंस के रूप में ताज पहनाए जाने के बाद पुरस्कार राशि में प्रत्येक को 82.7 लाख रुपए ( 100,000 डॉलर) से सम्मानित किया गया।

57 किग्रा वर्ग में, टोक्यो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता इटली की इरमा टेस्टा ने भी अपना पहला विश्व चैंपियनशिप स्वर्ण जीता, उन्होंने कजाकिस्तान की करीना इब्रागिमोवा को 5-0 से हराया। चीनी ताइपे के लिन यू-टिंग के खिलाफ कड़े मुकाबले में 1-4 से हार के बाद टूर्नामेंट के पिछले संस्करण में रजत पदक से संतोष करने वाली इरमा ने इस बार उस परिणाम को दोहराने से बचने के लिए सब कुछ झोंक दिया और एक यादगार जीत हासिल की।

नीतू और स्वीटी की ऐतिहासिक जीत के बाद, भारत की दो और स्वर्ण पदक की तलाश रविवार को जारी रहेगी, जब मौजूदा विश्व चैंपियन निकहत जरीन और टोक्यो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता लवलीना बोरगोहेन अपने-अपने फाइनल मुकाबले के लिए रिंग में उतरेंगी।

–आईएएनएस

केसी/एएनएम

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 25 मार्च (आईएएनएस)। शनिवार को इंदिरा गांधी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में आईबीए महिला विश्व मुक्केबाजी चैम्पियनशिप के फाइनल में इतिहास रचते हुए जीत दर्ज करने के बाद उत्साही भारतीय मुक्केबाज नीतू घनघस और स्वीटी बूरा को पहली बार विश्व चैंपियन के रूप में ताज पहनाया गया।

जहां 2022 के राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता नीतू (48 किग्रा) ने मंगोलिया की लुत्साइखान अल्तांसेटसेग को 5-0 से हराकर अपना पहला विश्व चैंपियनशिप पदक जीता, वहीं तीन बार की एशियाई पदक विजेता स्वीटी (81 किग्रा) को चीन की वांग लीना के खिलाफ विश्व चैंपियनशिप में अपना दूसरा पदक हासिल करने के लिए बाउट की समीक्षा के बाद अंकों के आधार पर 4-3 से जीत हासिल करने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।

अपनी शानदार फॉर्म को बरकरार रखते हुए नीतू (48 किग्रा) ने दो बार की एशियाई कांस्य पदक विजेता लुत्साइखान के लिए क्लोज रेंज और स्मार्ट मूवमेंट से अपने आक्रामक वर्चस्व का इस्तेमाल किया। भिवानी की 22 वर्षीय मुक्केबाज ने मंगोलियाई एथलीट पर ताबड़तोड़ मुक्के बरसाकर जोरदार शुरूआत की और सर्वसम्मत निर्णय से जीत हासिल करने के लिए लगातार हमले और ²ढ़ डिफेंस का शानदार संयोजन दिखाया।

नीतू ने कहा, स्वर्ण पदक जीतने के बाद मैं बहुत खुश हूं। मैं पिछले साल स्वर्ण की अपनी खोज में पिछड़ गई थी इसलिए हमने गलतियों पर काम किया और घरेलू समर्थन के सामने इस जीत हासिल की। कल अपने कोचों के साथ चर्चा करने के बाद मैंने पहले दौर से ही आक्रामक होने का फैसला किया था ताकि स्कोर को अपने पक्ष में कर सकूं। मैं कई सालों से कड़ी मेहनत कर रही हूं और यह मेडल मेरे लिए बहुत मायने रखता है।

अपने दूसरे विश्व चैंपियनशिप फाइनल में प्रतिस्पर्धा करते हुए स्वीटी को 2018 विश्व चैंपियन वांग लीना के खिलाफ कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ा। हालांकि, भारतीय खिलाड़ी ने अपनी उच्च तकनीकी क्षमता और शक्ति का उपयोग पूरे खेल के दौरान अपने प्रतिद्वंद्वी को प्रभावशाली ढंग से पराजित करने के लिए किया।

स्वीटी ने कहा- विश्व चैंपियन बनने के अपने सपने को पूरा करने के बाद मैं रोमांचित हूं। मुकाबला अच्छा रहा और मैं अपनी योजना को पूरी तरह से क्रियान्वित करने में सफल रही। टूनार्मेंट में मेरा प्रदर्शन बेहतर होता गया क्योंकि मुकाबले आगे बढ़े और मेरा शरीर भी अच्छी प्रतिक्रिया दे रहा था। मैं प्रशंसकों को उनके लगातार प्यार और समर्थन के लिए धन्यवाद देना चाहती हूं।

दोनों मुक्केबाजों को विश्व चैंपियंस के रूप में ताज पहनाए जाने के बाद पुरस्कार राशि में प्रत्येक को 82.7 लाख रुपए ( 100,000 डॉलर) से सम्मानित किया गया।

57 किग्रा वर्ग में, टोक्यो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता इटली की इरमा टेस्टा ने भी अपना पहला विश्व चैंपियनशिप स्वर्ण जीता, उन्होंने कजाकिस्तान की करीना इब्रागिमोवा को 5-0 से हराया। चीनी ताइपे के लिन यू-टिंग के खिलाफ कड़े मुकाबले में 1-4 से हार के बाद टूर्नामेंट के पिछले संस्करण में रजत पदक से संतोष करने वाली इरमा ने इस बार उस परिणाम को दोहराने से बचने के लिए सब कुछ झोंक दिया और एक यादगार जीत हासिल की।

नीतू और स्वीटी की ऐतिहासिक जीत के बाद, भारत की दो और स्वर्ण पदक की तलाश रविवार को जारी रहेगी, जब मौजूदा विश्व चैंपियन निकहत जरीन और टोक्यो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता लवलीना बोरगोहेन अपने-अपने फाइनल मुकाबले के लिए रिंग में उतरेंगी।

–आईएएनएस

केसी/एएनएम

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 25 मार्च (आईएएनएस)। शनिवार को इंदिरा गांधी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में आईबीए महिला विश्व मुक्केबाजी चैम्पियनशिप के फाइनल में इतिहास रचते हुए जीत दर्ज करने के बाद उत्साही भारतीय मुक्केबाज नीतू घनघस और स्वीटी बूरा को पहली बार विश्व चैंपियन के रूप में ताज पहनाया गया।

जहां 2022 के राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता नीतू (48 किग्रा) ने मंगोलिया की लुत्साइखान अल्तांसेटसेग को 5-0 से हराकर अपना पहला विश्व चैंपियनशिप पदक जीता, वहीं तीन बार की एशियाई पदक विजेता स्वीटी (81 किग्रा) को चीन की वांग लीना के खिलाफ विश्व चैंपियनशिप में अपना दूसरा पदक हासिल करने के लिए बाउट की समीक्षा के बाद अंकों के आधार पर 4-3 से जीत हासिल करने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।

अपनी शानदार फॉर्म को बरकरार रखते हुए नीतू (48 किग्रा) ने दो बार की एशियाई कांस्य पदक विजेता लुत्साइखान के लिए क्लोज रेंज और स्मार्ट मूवमेंट से अपने आक्रामक वर्चस्व का इस्तेमाल किया। भिवानी की 22 वर्षीय मुक्केबाज ने मंगोलियाई एथलीट पर ताबड़तोड़ मुक्के बरसाकर जोरदार शुरूआत की और सर्वसम्मत निर्णय से जीत हासिल करने के लिए लगातार हमले और ²ढ़ डिफेंस का शानदार संयोजन दिखाया।

नीतू ने कहा, स्वर्ण पदक जीतने के बाद मैं बहुत खुश हूं। मैं पिछले साल स्वर्ण की अपनी खोज में पिछड़ गई थी इसलिए हमने गलतियों पर काम किया और घरेलू समर्थन के सामने इस जीत हासिल की। कल अपने कोचों के साथ चर्चा करने के बाद मैंने पहले दौर से ही आक्रामक होने का फैसला किया था ताकि स्कोर को अपने पक्ष में कर सकूं। मैं कई सालों से कड़ी मेहनत कर रही हूं और यह मेडल मेरे लिए बहुत मायने रखता है।

अपने दूसरे विश्व चैंपियनशिप फाइनल में प्रतिस्पर्धा करते हुए स्वीटी को 2018 विश्व चैंपियन वांग लीना के खिलाफ कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ा। हालांकि, भारतीय खिलाड़ी ने अपनी उच्च तकनीकी क्षमता और शक्ति का उपयोग पूरे खेल के दौरान अपने प्रतिद्वंद्वी को प्रभावशाली ढंग से पराजित करने के लिए किया।

स्वीटी ने कहा- विश्व चैंपियन बनने के अपने सपने को पूरा करने के बाद मैं रोमांचित हूं। मुकाबला अच्छा रहा और मैं अपनी योजना को पूरी तरह से क्रियान्वित करने में सफल रही। टूनार्मेंट में मेरा प्रदर्शन बेहतर होता गया क्योंकि मुकाबले आगे बढ़े और मेरा शरीर भी अच्छी प्रतिक्रिया दे रहा था। मैं प्रशंसकों को उनके लगातार प्यार और समर्थन के लिए धन्यवाद देना चाहती हूं।

दोनों मुक्केबाजों को विश्व चैंपियंस के रूप में ताज पहनाए जाने के बाद पुरस्कार राशि में प्रत्येक को 82.7 लाख रुपए ( 100,000 डॉलर) से सम्मानित किया गया।

57 किग्रा वर्ग में, टोक्यो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता इटली की इरमा टेस्टा ने भी अपना पहला विश्व चैंपियनशिप स्वर्ण जीता, उन्होंने कजाकिस्तान की करीना इब्रागिमोवा को 5-0 से हराया। चीनी ताइपे के लिन यू-टिंग के खिलाफ कड़े मुकाबले में 1-4 से हार के बाद टूर्नामेंट के पिछले संस्करण में रजत पदक से संतोष करने वाली इरमा ने इस बार उस परिणाम को दोहराने से बचने के लिए सब कुछ झोंक दिया और एक यादगार जीत हासिल की।

नीतू और स्वीटी की ऐतिहासिक जीत के बाद, भारत की दो और स्वर्ण पदक की तलाश रविवार को जारी रहेगी, जब मौजूदा विश्व चैंपियन निकहत जरीन और टोक्यो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता लवलीना बोरगोहेन अपने-अपने फाइनल मुकाबले के लिए रिंग में उतरेंगी।

–आईएएनएस

केसी/एएनएम

Related Posts

आईपीएल 2025 फिर से शुरू होगा, नया शेड्यूल जारी
खेल

आईपीएल 2025 फिर से शुरू होगा, BCCI करेगा नया शेड्यूल जारी

May 11, 2025
जबलपुर रेल मंडल के टीटीई परेशान
जबलपुर

जबलपुर रेल मंडल के टीटीई परेशान

May 11, 2025
ताज़ा समाचार

भारतीय सेना ने अपने अभियानों में असाधारण साहस और वीरता का परिचय दिया : गजेंद्र सिंह शेखावत

May 11, 2025
ताज़ा समाचार

महिलाओं की खास सहेली है ‘साप्पन की लकड़ी’, एक-दो नहीं कई मर्ज की दवा

May 11, 2025
ताज़ा समाचार

भारत-पाक में सीजफायर की घोषणा, उधमपुर और पठानकोट के लोगों ने कहा, ‘ अब शांति है’

May 11, 2025
ताज़ा समाचार

केंद्र सीमावर्ती इलाकों में टेक्निकल और साइंटिफिक इंस्टॉलेशन की सुरक्षा बढ़ाएगा

May 11, 2025
Next Post
बंगाल वन विभाग मानव-हाथी संघर्ष टालने को हाथी के लिए उगाएगा फसल

बंगाल वन विभाग मानव-हाथी संघर्ष टालने को हाथी के लिए उगाएगा फसल

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

POPULAR NEWS

बंदा प्रकाश तेलंगाना विधान परिषद के उप सभापति चुने गए

बंदा प्रकाश तेलंगाना विधान परिषद के उप सभापति चुने गए

February 12, 2023
बीएसएफ ने मेघालय में 40 मवेशियों को छुड़ाया, 3 तस्कर गिरफ्तार

बीएसएफ ने मेघालय में 40 मवेशियों को छुड़ाया, 3 तस्कर गिरफ्तार

February 12, 2023
चीनी शताब्दी की दूर-दूर तक संभावना नहीं

चीनी शताब्दी की दूर-दूर तक संभावना नहीं

February 12, 2023

बंगाल के जलपाईगुड़ी में बाढ़ जैसे हालात, शहर में घुसने लगा नदी का पानी

August 26, 2023
राधिका खेड़ा ने छोड़ा कांग्रेस का दामन, प्राथमिक सदस्यता से दिया इस्तीफा

राधिका खेड़ा ने छोड़ा कांग्रेस का दामन, प्राथमिक सदस्यता से दिया इस्तीफा

May 5, 2024

EDITOR'S PICK

एमसीडी रिजल्ट को 2025 के लिए मौके के रूप में देख रही भाजपा, बड़े बदलाव की तैयारी में

एमसीडी रिजल्ट को 2025 के लिए मौके के रूप में देख रही भाजपा, बड़े बदलाव की तैयारी में

December 18, 2022

केजरीवाल, कविता की न्यायिक हिरासत 7 मई तक बढ़ी

April 23, 2024
झारखंड सरकार अपने कर्मियों को रियायती दर पर देगी 60 लाख तक का हाउसिंग लोन

झारखंड सरकार अपने कर्मियों को रियायती दर पर देगी 60 लाख तक का हाउसिंग लोन

January 24, 2024
गोड्डा में कॉलेज प्रिंसिपल की हत्या के आरोपी गिरफ्तार

गोड्डा में कॉलेज प्रिंसिपल की हत्या के आरोपी गिरफ्तार

June 9, 2023
ADVERTISEMENT

Contact us

Address

Deshbandhu Complex, Naudra Bridge Jabalpur 482001

Mail

deshbandhump@gmail.com

Mobile

9425156056

Important links

  • राशि-भविष्य
  • वर्गीकृत विज्ञापन
  • लाइफ स्टाइल
  • मनोरंजन
  • ब्लॉग

Important links

  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
  • ई पेपर

Related Links

  • Mayaram Surjan
  • Swayamsiddha
  • Deshbandhu

Social Links

080911
Total views : 5870793
Powered By WPS Visitor Counter

Published by Abhas Surjan on behalf of Patrakar Prakashan Pvt.Ltd., Deshbandhu Complex, Naudra Bridge, Jabalpur – 482001 |T:+91 761 4006577 |M: +91 9425156056 Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions The contents of this website is for reading only. Any unauthorised attempt to temper / edit / change the contents of this website comes under cyber crime and is punishable.

Copyright @ 2022 Deshbandhu. All rights are reserved.

  • Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions
No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर

Copyright @ 2022 Deshbandhu-MP All rights are reserved.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password? Sign Up

Create New Account!

Fill the forms below to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In

Notifications