नई दिल्ली, 24 अप्रैल (आईएएनएस)। मार्च में घरेलू हवाई यात्रियों की संख्या 148.8 लाख रहने का अनुमान है, जो सालाना आधार पर 11.3 प्रतिशत की वृद्धि है। यह फरवरी 2025 में 140.4 लाख यात्रियों से 5.9 प्रतिशत वृद्धि है। यह जानकारी गुरुवार को आई एक रिपोर्ट में दी गई।
क्रेडिट रेटिंग एजेंसी आईसीआरए की एक रिपोर्ट के अनुसार, वित्त वर्ष 2025 (अप्रैल 2024 – मार्च 2025) के लिए घरेलू हवाई यात्रियों की संख्या 1,657.1 लाख रही, जो सालाना आधार पर 7.8 प्रतिशत की वृद्धि और वित्त वर्ष 2020 में कोविड-पूर्व स्तर के 1,415.6 लाख से 17.1 प्रतिशत अधिक है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि घरेलू हवाई यात्रियों की संख्या में मध्यम वृद्धि के अनुमान और वित्त वर्ष 2026 में अपेक्षाकृत स्थिर लागत वातावरण को देखते हुए भारतीय विमानन उद्योग का दृष्टिकोण स्थिर बना हुआ है।
वित्त वर्ष 2025 के 11 महीनों में, अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की संख्या सालाना आधार पर 14.6 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 309.5 लाख रही, जो कोविड-पूर्व स्तर के 218.1 लाख से 41.9 प्रतिशत अधिक है।
रिपोर्ट के अनुसार, मार्च 2025 में एयरलाइनों की क्षमता तैनाती मार्च 2024 की तुलना में 8.5 प्रतिशत और फरवरी 2025 की तुलना में 10.7 प्रतिशत अधिक थी।
यह वित्त वर्ष 2025 के लिए 7-10 प्रतिशत वार्षिक वृद्धि के आईसीआरए के अनुमानों के अनुरूप था।
अनुमान है कि घरेलू विमानन उद्योग मार्च 2025 में 88.2 प्रतिशत के पैसेंजर लोड फैक्टर (पीएलएफ) पर संचालित होगा, जबकि मार्च 2024 में यह 86.0 प्रतिशत था, वित्त वर्ष 2025 के लिए 87.0 प्रतिशत और वित्त वर्ष 2024 में यह 88.0 प्रतिशत था।
अप्रैल 2024 से मार्च 2025 तक, अप्रैल, जून, सितंबर, अक्टूबर, जनवरी और मार्च 2025 के महीनों में एटीएफ की कीमतें सालाना आधार पर कम थीं, जिसके परिणामस्वरूप वित्त वर्ष 2025 में एटीएफ की औसत कीमतें सालाना आधार पर 8 प्रतिशत कम रहीं।
रिपोर्ट में बताया गया है कि अप्रैल 2025 में एटीएफ की कीमतों में क्रमिक रूप से 6.1 प्रतिशत की गिरावट आई और सालाना आधार पर 12.9 प्रतिशत कम रही।
रिपोर्ट में कहा गया है, “एयरलाइंस की इनपुट लागत में वृद्धि के अनुपात में ‘किराया वृद्धि’ करना, उनके लाभ मार्जिन का विस्तार करने में अहम होगा।”
–आईएएनएस
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