नई दिल्ली, 11 मार्च (आईएएनएस)। भारत के मध्य-बाजार व्यवसायों में वरिष्ठ प्रबंधन पदों पर 36 प्रतिशत महिलाओं का कब्जा है। एक रिपोर्ट में यह बात सामने आई है। नेतृत्व की भूमिका में 36 प्रतिशत महिलाओं के साथ भारत ब्रिक्स (34 प्रतिशत) और जी7 (30 प्रतिशत) के औसत से आगे है।
ग्रांट थॉर्नटन की इंटरनेशनल बिजनेस रिपोर्ट के मुताबिक, अफसोस की बात है कि भारत में 5 फीसदी मिड-मार्केट बिजनेस में अभी भी वरिष्ठ नेतृत्व वाली भूमिकाओं में कोई महिला नहीं है।
वैश्विक स्तर पर, मध्य-बाजार व्यवसायों में 32 प्रतिशत वरिष्ठ प्रबंधन पद महिलाओं के पास हैं।
ऐसे 9 प्रतिशत व्यवसायों में अभी भी वैश्विक स्तर पर वरिष्ठ नेतृत्व की भूमिकाओं में कोई महिला नहीं है।
ग्रांट थॉर्नटन की भारत की पार्टनर पल्लवी बाखरू ने कहा, बेहतर समानता के लिए जोर देने के लिए, व्यवसायों को एक मिश्रित या लचीला ²ष्टिकोण अपनाना चाहिए, एक सहायक और समझदार संस्कृति का निर्माण करना चाहिए, और कर्मचारियों की भलाई और महिलाओं का समर्थन करने वाले परामर्श कार्यक्रमों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
विविधता में सुधार की दिशा में काम करना, विशेष रूप से वरिष्ठ स्तर पर, न केवल जिम्मेदार काम है, बल्कि व्यावसायिक रूप से भी सही काम है।
सभी क्षेत्रों (अफ्रीका, एपीएसी, आसियान, लैटिन अमेरिका, उत्तरी अमेरिका, यूरोपीय संघ) ने पहली बार वरिष्ठ प्रबंधन में महिलाओं के लिए 30 प्रतिशत का आंकड़ा पार किया।
आसियान क्षेत्र में यह आंकड़ा 37 प्रतिशत से बढ़कर 40 प्रतिशत तक पहुंच गया।
वैश्विक स्तर पर, 36 प्रतिशत मिड-मार्केट व्यवसाय अब विशुद्ध रूप से कार्यालय-आधारित काम कर रहे हैं, और 53 प्रतिशत का हाइब्रिड दृष्टिकोण है।
भारत में, ऐसे 62 प्रतिशत व्यवसाय हाइब्रिड मॉडल को अपना रहे हैं, 27 प्रतिशत अभी भी मुख्य रूप से कार्यालय आधारित हैं। 5 प्रतिशत कर्मचारी स्थायी रूप से घर-आधारित हैं और 5 प्रतिशत के पास पूरी तरह से लचीला कार्यक्रम है और यह चुनने का विकल्प है कि कहां काम करना है।
–आईएएनएस
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