नई दिल्ली, 3 जनवरी (आईएएनएस)। भारत के मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में रोजगार दिसंबर में लगातार 10वें महीने बढ़ा है। इसके साथ ही नौकरियों की वृद्धि दर बीते चार महीने में सबसे तेज रही है। यह जानकारी एक रिपोर्ट में दी गई।
एचएसबीसी इंडिया मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई रिपोर्ट में बताया गया कि करीब हर 10 में से एक कंपनी अधिक स्टाफ को भर्ती कर रही है। केवल 2 प्रतिशत से कम कंपनियां ही 2024 में नौकरियों में कटौती करना चाहती हैं।
रिपोर्ट में बताया कि रोजगार के साथ भारत में मैन्युफैक्चरिंग गतिविधियां भी दिसंबर में बढ़ी हैं। यह लगातार 10वां महीना था, जब इसमें बढ़ोतरी हुई है।
रिपोर्ट में कहा गया कि नए काम की उपलब्धता में हो रहे सुधार ने भारत में मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों को उत्पादन प्रक्रियाओं में उपयोग के लिए अतिरिक्त इनपुट खरीदने के लिए प्रेरित किया। दिसंबर में भी मैन्युफैक्चरिंग विकास दर अपने रुझान से ऊपर रही है।
एचएसबीसी के अर्थशास्त्री इनेस लैम ने कहा कि नए निर्यात ऑर्डरों की वृद्धि दर में कुछ बढ़त हुई है, जो कि जुलाई के बाद सबसे तेज गति से बढ़े हैं।
लैम ने आगे कहा कि इनपुट कीमतों में वृद्धि थोड़ी कम हुई। हालांकि भारतीय निर्माताओं को तीव्र लागत दबाव का सामना करना पड़ा रहा है।
रिपोर्ट में आगे कहा गया, “कुल नए कारोबार की तुलना में नई निर्यात बिक्री में धीमी वृद्धि हुई है। हालांकि, कंपनियां दुनिया भर से ऑर्डर हासिल करने में सक्षम रहीं।”
2025 को देखते हुए भारतीय निर्माताओं को उत्पादन में वृद्धि का भरोसा है।
आशावाद विज्ञापन, निवेश और अनुकूल मांग की उम्मीद को दर्शाता है। फिर भी महंगाई और प्रतिस्पर्धी दबावों के बारे में चिंताओं से इस सेंटीमेंट पर असर हुआ है।
रिपोर्ट में बताया गया, “इनपुट इन्वेंट्री, खरीद वृद्धि और कम लीड टाइम ने एक और मासिक वृद्धि को ओर संकेत दिया।”
—आईएएनएस
एबीएस/