लखनऊ, 26 दिसंबर (आईएएनएस)। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा नए साल में उत्तर प्रदेश में प्रवेश करेगी। प्रदेश में यह यात्रा तीन दिन तक चलेगी। इस यात्रा में राहुल गांधी के साथ प्रियंका गांधी भी शामिल होंगी, जो राज्य के विधानसभा चुनावों में पार्टी की ऐतिहासिक पराजय के बाद प्रदेश आना लगभग छोड़ चुकी हैं। हालांकि, भारत जोड़ो यात्रा के जरिए प्रदेश की राजनीति में उनके दोबारा सक्रिय होने की बात कही जा रही है।
पार्टी के नेताओं के अनुसार प्रियंका गांधी अब पूरी तरह से यूपी में पार्टी को मजबूत करने में जुटेंगी। यूपी में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान उनकी सक्रियता का पता सभी को चल जाएगा। प्रियंका की पीआर टीम के लोगों का तो यह दावा है कि राहुल गांधी अब दक्षिण में और प्रियंका गांधी उत्तर प्रदेश सहित पूरे उत्तर में कमान संभालेंगी और लखनऊ तथा दिल्ली में रहते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की रणनीति को ध्वस्त करने में जुटेंगी।
यूपी कांग्रेस के सीनियर नेता सलमान खुर्शीद से लेकर राष्ट्रीय सचिव धीरज गुर्जर और पार्टी प्रवक्ता संजय सिंह सभी का यही कहना है। इन नेताओं के अनुसार, यूपी के विधानसभा चुनावों में पार्टी की हार के प्रियंका गांधी ने योजनाबद्ध तरीके से हिमाचल प्रदेश पर ध्यान देना शुरू किया। राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा पर अपना ध्यान केंद्रित किया। कांग्रेस के केंद्रीय नेताओं के बेहद करीबी पत्रकार हिसाम सिद्दीकी कहते हैं कि जब राहुल गांधी ने अपनी भारत जोड़ो यात्रा दक्षिण भारत से शुरू की तो वह अनायास हुआ फैसला नहीं था, बल्कि बहुत सोच समझ कर किया गया था। पूरे दक्षिण भारत में राहुल की यात्रा के दौरान प्रियंका गांधी कहीं भी शामिल नहीं हुईं, लेकिन दक्षिण से निकलते ही वे मध्य प्रदेश में अपने पति व बेटे के साथ यात्रा में शामिल हुईं। अब वह यूपी में राहुल के साथ यात्रा में शामिल हो रही हैं।
हिसाम के अनुसार, प्रियंका यूपी के अलावा अब आगे भी जिन राज्यों में कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा जाएगी, वहां राहुल के साथ यात्रा में दिखेंगी। पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश में प्रियंका ने जम कर प्रचार किया और कांग्रेस वहां चुनाव भी जीती। इस जीत का महत्व है, कांग्रेस अगले लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा के बीच जिम्मेदारी बांटने वाली है। राहुल गांधी केरल की वायनाड सीट से लोकसभा का चुनाव लड़ सकते हैं और दक्षिण भारत की जिम्मेदारी संभालेंगे, जबकि प्रियंका गांधी वाड्रा रायबरेली सीट से चुनाव लड़ सकती हैं और उत्तर भारत में पार्टी की कमान संभालेंगी। इसका यह मतलब नहीं है कि राहुल उत्तर भारत के राज्यों में प्रचार नहीं करेंगे। वह यूपी में भी सक्रिय रहेंगे लेकिन यूपी में पार्टी की कमान प्रियंका के हाथ में ही होगी।
यूपी के बीते विधानसभा चुनावों में भले की कांग्रेस पार्टी को लाभ नहीं हुआ, लेकिन प्रियंका की मेहनत में कोई कमी नहीं रही थी। पार्टी नेताओं का कहना है कि प्रियंका गांधी के कमान संभालने पर पार्टी को यूपी सहित पूरे उत्तर भारत में लाभ होगा। राहुल के चलते दक्षिण भारत में पार्टी का परचम फहराएगा।
कांग्रेस के प्रवक्ता अंशू अवस्थी कहते हैं कि भारत जोड़ो यात्रा में प्रियंका गांधी शामिल होंगी। हर दिन एक सभा होगी। राहुल गांधी अपने यात्रा के अनुभव को बताएंगे। इसके साथ ही यूपी जोन के सभी अध्यक्ष और कार्यकर्ता भी यात्रा में शामिल होंगे।
–आईएएनएस
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