नई दिल्ली, 14 सितंबर (आईएएनएस)। भारतीय सेना और रॉयल थाई आर्मी के जवानों ने एक संयुक्त सैन्य अभ्यास ‘मैत्री’ को पूरा किया है। दोनों देशों के बीच यह सैन्य अभ्यास 14 सितंबर को संपन्न हुआ। यह संयुक्त सैन्य अभ्यास मेघालय के उमरोई में पूरे उत्साह और ऊर्जा के साथ हुआ। यहां बेहद जटिल परिदृश्य में यात्री बस को अपहरणकर्ताओं से मुक्त कराने का अभ्यास किया गया। बंधकों की मुक्ति के लिए सैन्य हस्तक्षेप अभियान चलाए गए। आतंकियों के कब्जे वाले कमरों में प्रवेश का अभ्यास किया गया।
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक इस अभ्यास का उद्देश्य दोनों सेनाओं के बीच अंतर-संचालन क्षमता विकसित करना तथा एक-दूसरे की संचालन प्रक्रियाओं और युद्धक ड्रिल से परिचित होना था। समापन अवसर पर यह उद्देश्य सफलतापूर्वक प्राप्त कर लिया गया। यह अभ्यास संयुक्त राष्ट्र जनादेश के तहत आयोजित किया गया। दोनों सेनाओं ने मिलकर विभिन्न टैक्टिकल ड्रिल्स और संचालन संबंधी चर्चाओं में भाग लिया। अभ्यास का समापन 48 घंटे के वैलिडेशन एक्सरसाइज से हुआ।
वैलिडेशन एक्सरसाइज में अस्थायी परिचालन अड्डे का निर्माण व इंटेलिजेंस, सर्विलांस और रिकॉन्नेसाँ ग्रिड की स्थापना करना शामिल था। गांव को अलग-थलग करने का अभ्यास भी किया गया। दोनों सेनाओं ने हेलीबोर्न ऑपरेशन, छापेमारी और बंधक मुक्ति अभियान का अभ्यास किया। इसके अलावा दोनों सेनाओं ने नई पीढ़ी के आधुनिक उपकरणों का प्रदर्शन और सक्रिय उपयोग भी किया। समापन समारोह को गरिमामय बनाने के लिए उत्कृष्ट सैनिकों को सम्मानित किया गया और दोनों देशों की सांस्कृतिक एवं सैनिक परंपराओं का प्रदर्शन किया गया।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला आयोजित की गई, जिसमें दोनों देशों की समृद्ध संस्कृति और धरोहर को प्रस्तुत किया गया। सैनिकों के बीच वॉलीबॉल, बास्केटबॉल और रस्साकशी जैसी मैत्रीपूर्ण प्रतियोगिताएं हुईं। अंतिम दिन एक सांस्कृतिक संध्या ने आपसी सौहार्द को और प्रगाढ़ किया। रक्षा मंत्रालय के मुताबिक यह संयुक्त प्रशिक्षण बेहद सफल रहा और भारत तथा थाईलैंड के बीच मैत्रीपूर्ण संबंधों को और प्रगाढ़ करने वाला साबित हुआ। इससे न केवल दोनों सेनाओं के बीच संचालन संबंधी समझ और अंतर-संचालन क्षमता बढ़ी, बल्कि दोनों राष्ट्रों के संबंधों को और सुदृढ़ करने में भी मदद मिली।
–आईएएनएस
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