नई दिल्ली, 28 अप्रैल (आईएएनएस)। भारत-फ्रांस राफेल डील के बाद सोमवार को डिफेंस शेयरों में मजबूत रैली देखी गई और 9 प्रतिशत तक का उछाल दर्ज किया गया।
भारत ने फ्रांस के साथ 63,000 करोड़ रुपए में भारतीय नौसेना के लिए 26 राफेल मरीन फाइटर जेट खरीदने का करार किया है।
इस खबर के बाद निफ्टी डिफेंस इंडेक्स 4.5 प्रतिशत बढ़कर बंद हुआ, यह 15 अप्रैल के बाद एक दिन में आया सबसे बड़ा उछाल था।
इस इंडेक्स की 18 में से 17 कंपनियां सकारात्मक बंद हुईं, जिनमें पारस डिफेंस एंड स्पेस टेक्नोलॉजीज, गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स और डेटा पैटर्न्स (इंडिया) प्रमुख थीं।
पारस डिफेंस का शेयर 9.27 प्रतिशत की तेजी के साथ 1,142 रुपए पर बंद हुआ। डिफेंस शेयरों में यह सबसे अधिक बढ़ने वाला स्टॉक था।
गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स के शेयर में 8.11 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई और यह 1,747.90 रुपए पर बंद हुआ।
हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) जैसे अन्य प्रमुख शेयरों में 5.5 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि देखी गई, जबकि मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स और कोचीन शिपयार्ड में क्रमशः 4.77 प्रतिशत और 6.1 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई।
भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) ने भी सत्र के दौरान मजबूत प्रदर्शन किया और 3.28 प्रतिशत की तेजी के साथ बंद हुआ।
डेटा पैटर्न्स (इंडिया) का शेयर 7.17 प्रतिशत, कोचीन शिपयार्ड का शेयर 6.12 प्रतिशत, भारत डायनेमिक्स का शेयर 5.42 प्रतिशत और सोलर इंडस्ट्रीज इंडिया का शेयर 2.48 प्रतिशत की बढ़त के साथ बंद हुआ।
फ्रांस की डसॉल्ट एविएशन द्वारा निर्मित 26 राफेल-मरीन जेट विमानों की डिलीवरी 37 से 65 महीनों के भीतर होने की उम्मीद है।
इन लड़ाकू विमानों को विमान वाहक पोत आईएनएस विक्रांत और आईएनएस विक्रमादित्य पर तैनात किया जाएगा, इससे हिंद महासागर में उभरने वाले किसी भी खतरे का मुकाबला करने की भारतीय नौसेना की क्षमता मजबूत होगी।
फ्रांसीसी समुद्री लड़ाकू विमान एक मजबूत विमान है, जिसे एयरक्राफ्ट कैरियर ऑपरेशन में शामिल कठिन परिस्थितियों का सामना करने के लिए डिजाइन किया गया है।
–आईएएनएस
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