ढाका, 16 जनवरी (आईएएनएस)। बांग्लादेश के नवनिर्वाचित विदेश मंत्री हसन महमूद के साथ एक बैठक के दौरान, भारतीय उच्चायुक्त प्रणय वर्मा ने कहा कि दोनों पड़ोसी देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों का एक नया अध्याय खुल गया है। संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए और अधिक करीब से काम करेंगे।
बैठक सोमवार को ढाका में विदेश मंत्रालय में हुई। प्रणय वर्मा ने पत्रकारों को बताया, ”मैं यहां नये विदेश मंत्री से शिष्टाचार भेंट करने आया हूं। मैंने उन्हें और हमारे विदेश मंत्री की ओर से भी बधाई दी है। विभिन्न द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा हुई। हम अपने रिश्ते को आगे बढ़ाने के लिए और अधिक निकटता से काम करेंगे।”
भारतीय उच्चायुक्त ने आगे कहा कि उनकी चर्चा पिछले दशक के दौरान द्विपक्षीय संबंधों में हासिल की गई प्रगति और सफलताओं पर केंद्रित थी। पिछले 10 वर्षों में हमारे द्विपक्षीय संबंध घनिष्ठ स्थिति में पहुंच गए हैं। उन मुद्दों पर चर्चा हुई जिन पर हम भविष्य में विचार कर सकते हैं।
जलवायु मुद्दे पर हम 2041 तक स्मार्ट बांग्लादेश बनाने की बांग्लादेश की प्रधानमंत्री की योजना में सहयोग कर सकते हैं।
नई अवामी लीग सरकार के साथ काम करने में भारत की रुचि व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा, ”हमें उम्मीद है कि नई सरकार के तहत हमारी साझेदारी फलेगी-फूलेगी, जो दोनों पक्षों के राष्ट्रीय हितों के लिए अनुकूल होगी। हम बांग्लादेश के लोगों के साथ सहयोग करने के लिए हमेशा तैयार हैं।”
देश में पिछले तीन राष्ट्रीय चुनावों का जिक्र करते हुए विदेश मंत्री हसन महमूद ने कहा कि भारत ने बांग्लादेश में लोकतांत्रिक निरंतरता बनाए रखने के लिए लगातार अपना समर्थन दिया है।
2014 में जब चुनाव को लेकर कई साजिशें चल रही थीं, तब भारत हमारे साथ खड़ा था। 2018 में चुनाव को विवादास्पद बनाने के साथ-साथ इसे लेकर कई सवाल भी उठाने की कोशिशें हुईं, भारत तब भी हमारे साथ था। इस बार लोकतांत्रिक निरंतरता बनाए रखने के लिए चुनाव कराने पर भारत का रुख क्या था या है, यह आप सभी जानते हैं।
नवनियुक्त विदेश मंत्री ने भारत की अपनी पहली विदेश यात्रा करने में भी रुचि व्यक्त की। संभावित तारीख के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि उन्हें भारत से आमंत्रित किया गया है। दोनों पक्ष दोनों विदेश मंत्रियों के लिए उपयुक्त समय खोजने पर काम कर रहे हैं।
प्रणय वर्मा के साथ अपनी चर्चा के बारे में महमूद ने कहा, ”हमने विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की, हालांकि यह एक शिष्टाचार मुलाकात थी।
हमने विशेष रूप से कनेक्टिविटी, सीमा और व्यापार विस्तार के मुद्दों पर बहुत महत्वपूर्ण चर्चा की।
इसके अलावा, उन्होंने बांग्लादेशी टका और भारतीय रुपये में लेनदेन के माध्यम से व्यापार विस्तार की संभावनाओं पर चर्चा की, जो पहले ही छोटे पैमाने पर शुरू हो चुकी है।”
–आईएएनएस
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