नई दिल्ली, 12 मई (आईएएनएस)। आईडीसी की सोमवार को जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि जनवरी-मार्च तिमाही में भारत में शीर्ष पांच ब्रांड में एप्पल ने 23 प्रतिशत की सबसे अधिक वृद्धि दर्ज की, जिसने पहली तिमाही में तीन मिलियन यूनिट की शिपिंग का रिकॉर्ड बनाया।
मार्च तिमाही में, आईफोन 16 सबसे अधिक शिप किया गया मॉडल था, जो 2025 की पहली तिमाही के दौरान भारत में कुल शिपमेंट का 4 प्रतिशत था।
साल के पहले दो महीनों में कम लॉन्च हुए, क्योंकि ब्रांड इन्वेंट्री को खाली करने के लिए पुराने मॉडलों पर रिटेल सपोर्ट, डिस्काउंट और मूल्य में गिरावट की पेशकश करने पर ध्यान केंद्रित कर रहे थे।
आईडीसी एशिया पैसिफिक के डिवाइस रिसर्च, वरिष्ठ बाजार विश्लेषक आदित्य रामपाल ने कहा, “हालांकि, मांग को बढ़ाने के लिए बढ़ी हुई मार्केटिंग एक्टिविटी के साथ मार्च में सभी प्राइस सेगमेंट में नए लॉन्च में तेजी आई।”
2025 की पहली तिमाही में एएसपी (एवरेज सेलिंग प्राइस) 274 डॉलर के रिकॉर्ड पर पहुंच गया, जो (ऑन-ईयर) 4 प्रतिशत की वृद्धि है।
प्रीमियम सेगमेंट (600- 800 डॉलर) में सबसे ज्यादा 78.6 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई, जिसकी हिस्सेदारी 2 प्रतिशत से बढ़कर 4 प्रतिशत हो गई।
इस सेगमेंट में शिपमेंट में अकेले आईफोन 16 की हिस्सेदारी 32 प्रतिशत रही।
मिड-प्रीमियम सेगमेंट (400-600 डॉलर) में भी 74 प्रतिशत की मजबूत वृद्धि देखी गई, जिसकी हिस्सेदारी 3 प्रतिशत से बढ़कर 6 प्रतिशत हो गई।
रिपोर्ट के अनुसार, इस सेगमेंट में एप्पल और सैमसंग की हिस्सेदारी बढ़ी, जिसमें आईफोन 13 और गैलेक्स ए 56 सबसे आगे रहे।
इस तिमाही में लगभग 29 मिलियन 5जी स्मार्टफोन शिप किए गए। 5जी स्मार्टफोन शिपमेंट की हिस्सेदारी बढ़कर 88 प्रतिशत हो गई, जो कि 2024 की पहली तिमाही में 69 प्रतिशत थी, जबकि एएसपी में सालाना आधार पर 11 प्रतिशत की गिरावट आई और यह 300 डॉलर हो गई।
5जी के भीतर, लो-एंड (सब-यूएस100 डॉलर) सेगमेंट की हिस्सेदारी किफायती नए लॉन्च के कारण 7 प्रतिशत तक पहुंच गई, जबकि 45 प्रतिशत शिपमेंट अभी भी (100-200 डॉलर) के बड़े बजट सेगमेंट के भीतर थे।
रिपोर्ट के अनुसार, क्वालकॉम-आधारित शिपमेंट में सालाना आधार पर 40.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो कि 31.8 प्रतिशत हिस्सेदारी पर थी, जिसका नेतृत्व शाओमी के रेडमी 14 सी जैसे किफायती पेशकशों ने किया, जबकि मीडियाटेक की हिस्सेदारी 2025 की पहली तिमाही में 25.5 प्रतिशत की सालाना गिरावट के साथ 55.3 प्रतिशत से घटकर 43.6 प्रतिशत हो गई।
–आईएएनएस
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