नई दिल्ली, 13 जुलाई (आईएएनएस)। वेदांता के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने गुरुवार को कहा कि वह भारत में सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले ग्लास का उत्पादन करने के लिए शत-प्रतिशत प्रतिबद्ध हैं और उन्होंने इसके लिए साझेदार भी तैयार किए हैं।
ताइवान की चिप बनाने वाली दिग्गज कंपनी फॉक्सकॉन की वेदांता के साथ चिप्स बनाने के संयुक्त उद्यम से हाथ खींचने की घोषणा के बाद अग्रवाल ने यह प्रतिक्रिया दी।
उन्होंने कहा कि भारत अपार संभावनाओं के साथ अवसरों की भूमि है।
अग्रवाल ने एक ट्वीट में कहा, “भारत को सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले ग्लास हब बनने में मदद करने के लिए हमें कई उद्यमों की आवश्यकता है। हम फॉक्सकॉन और पूरी दुनिया का इस क्षेत्र में आने और निवेश करने के लिए स्वागत करते हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि वह आत्मनिर्भरता और इलेक्ट्रॉनिक्स के सपने को साकार करने की दिशा में सक्रिय कदम उठाने के लिए सरकार के आभारी हैं।
अग्रवाल ने कहा, “यही वह चीज़ है जो हमें एक विकसित देश बनने में मदद करेगी। मेरा दृष्टिकोण हमारे युवा भारत के सपनों को पूरा करना है।”
सरकार पहले ही कह चुकी है कि फॉक्सकॉन के वेदांता के साथ सेमीकंडक्टर संयुक्त उद्यम से हटने के फैसले का भारत के सेमीकंडक्टर लक्ष्यों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
वेदांता ने पहले कहा था कि वह इस परियोजना पर आगे बढ़ेगी।
कंपनी ने कहा, “वेदांता ने दोहराया है कि वह अपने सेमीकंडक्टर फैब प्रोजेक्ट के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है और हमने भारत की पहली फाउंड्री स्थापित करने के लिए अन्य साझेदारों को तैयार किया है। हम अपनी सेमीकंडक्टर टीम का विकास जारी रखेंगे। हमारे पास एक प्रमुख इंटीग्रेटेड डिवाइस निर्माता (आईडीएम) से 40 एनएम (नैनो मीटर) के लिए उत्पादन-ग्रेड तकनीक का लाइसेंस है।”
अपने ट्वीट में अग्रवाल ने कहा कि उन्हें अपनी टीम पर गर्व है, जिसने पिछले डेढ़ साल से सही स्थान पर कड़ी मेहनत की है, “इलेक्ट्रॉनिक्स पारिस्थितिकी तंत्र को विकसित करने में हमारे साथ जुड़ने के लिए” सर्वश्रेष्ठ विशेषज्ञों और कंपनियों को लाया है।
उन्होंने लिखा, “ये इंडिया का टाइम है। हमारे देश को एक और सिलिकॉन वैली बनाने से कोई नहीं रोक सकता। यह हमारे देश के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ है, जहां हम तेजी और तत्परता के साथ देश और दुनिया के लिए उत्पादन करेंगे।”
–आईएएनएस
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