नई दिल्ली, 14 दिसंबर (आईएएनएस)। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार को कहा कि उसने सोना तस्करी अभियान के सिलसिले में पंजाब के पटियाला शहर में 12 दिसंबर को सात स्थानों पर तलाशी ली।
ईडी ने कहा कि यह मामला राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) द्वारा सीमा शुल्क अधिनियम, 1962 के प्रावधानों के तहत लकी सतीजा, सुरिंदर कुमार, मंजोध सिंह चीमा और अन्य के खिलाफ दूसरे देशों से भारत में सोने की तस्करी के लिए दायर एक आपराधिक शिकायत पर आधारित है।
इसमें कहा गया है कि डीआरआई ने नवंबर 2020 में अलग-अलग स्थानों पर दो ट्रकों को रोका था और प्रत्येक ट्रक के ईंधन टैंक में तस्करी की गई सोने की छड़ों के 200 टुकड़े ले जाते हुए पाया गया था।
सोने का वजन 66.40 किलोग्राम था और तत्कालीन बाजार मूल्य 33 करोड़ रुपये था।
ट्रकों का संचालन सतीजा, कुमार और चीमा के सहयोगियों द्वारा किया जाता था, जो गुवाहाटी से दिल्ली और पंजाब में तस्करी का सोना ले जा रहे थे।
ईडी ने कहा कि उसने पाया कि सतीजा, कुमार और चीमा असम के रास्ते भारत-म्यांमार सीमा से भारत में सोने की तस्करी में शामिल एक बड़े सिंडिकेट का हिस्सा थे।
ईडी ने कहा, “जांच के दौरान सतीजा, कुमार और चीमा के परिसरों से विभिन्न आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल उपकरण बरामद और जब्त किए गए। जब्त किए गए सबूतों से पता चला है कि वह व्यक्ति और उसके सहयोगी या परिवार के सदस्य तस्करी और हवाला गतिविधियों में शामिल थे।”
इसमें कहा गया है कि भारत में विदेशी सोने की तस्करी में सिंडिकेट द्वारा अपनाई गई कार्यप्रणाली से संबंधित साक्ष्य भी पाए गए और मनी लॉन्ड्रिंग में इस्तेमाल की गई और मनी लॉन्ड्रिंग द्वारा अर्जित संपत्तियों के विवरण की भी पहचान की गई।
–आईएएनएस
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