हैदराबाद, 1 जुलाई (आईएएनएस)। हैदराबाद में एक छात्र नेता से मिलने गांधी अस्पताल पहुंचे बीआरएस विधायक पी. राजेश्वर रेड्डी और अन्य नेताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। छात्र नेता नौकरी के संबंध में बेरोजगारों को दिए गए आश्वासन को पूरा करने की मांग को लेकर भूख हड़ताल पर है।
गांधी अस्पताल में उस समय तनाव फैल गया जब बीआरएस नेता और विभिन्न छात्र समूहों के सदस्य पिछले आठ दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे उस्मानिया विश्वविद्यालय संयुक्त कार्रवाई समिति के नेता मोतीलाल नाइक से मिलने वहां पहुंचे।
मीडियाकर्मियों से बात करते वक्त भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के विधायक राजेश्वर रेड्डी, ए. राकेश रेड्डी और अन्य नेताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उन्हें विभिन्न पुलिस थानों में स्थानांतरित कर दिया गया।
वहीं, बीआरएस नेताओं ने पुलिस की कार्रवाई पर कड़ी आपत्ति जताते हुए सवाल किया कि क्या यह कांग्रेस सरकार का जन-शासन है। प्रदर्शनकारियों ने सरकार और पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
इस बीच छात्र नेताओं के एक समूह ने अस्पताल में घुसने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया।
बेरोजगार युवा और नौकरी के इच्छुक लोग नाइक के साथ एकजुटता दिखाने के लिए पिछले कुछ दिनों से अस्पताल में जुट रहे हैं।
पिछले कुछ दिनों में बीआरएस और भाजपा के नेताओं ने भी नाइक से मुलाकात कर उनकी मांगों का समर्थन किया है।
बीआरएस नेता और पूर्व मंत्री टी. हरीश राव ने रविवार को नाइक से मुलाकात कर उनसे हड़ताल समाप्त करने की अपील की थी।
बीआरएस नेता ने कांग्रेस पार्टी को सत्ता में आने के बाद पहले वर्ष में दो लाख नौकरियां देने के उसके वादे की याद दिलाई और पूछा कि सात महीने बाद भी वह भर्ती के लिए एक भी अधिसूचना जारी करने में विफल क्यों रही।
उन्होंने कांग्रेस सरकार से ग्रुप-1 मुख्य परीक्षा के लिए 1:100 के अनुपात में उम्मीदवारों का चयन और ग्रुप-1 और 2 के पदों को बढ़ाने समेत अपने चुनावी वादों को तुरंत पूरा करने की मांग की। वे चाहते हैं कि सरकार ग्रुप-2 में 2,000 और ग्रुप-3 में 3,000 नौकरियां जोड़ने का वादा निभाए और परीक्षाओं के बीच दो महीने का अंतराल सुनिश्चित करे।
वहीं बेरोजगार और छात्र रिक्त पदों की पहचान और नियमित रूप से नौकरी कैलेंडर जारी करने की मांग कर रहे हैं।
वह यह भी चाहते हैं कि राज्य सरकार 25,000 शिक्षकों की नियुक्ति के लिए मेगा डीएससी अधिसूचना जारी करे।
–आईएएनएस
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